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राजनीति

ओखला में प्रदर्शनकारी मज़दूरों से मिलने पहुंचे पप्पू यादव के ख़िलाफ़ FIR, जानिए क्या है पूरा मामला

Ragib Asim
13 May 2020 2:09 PM GMT
ओखला में प्रदर्शनकारी मज़दूरों से मिलने पहुंचे पप्पू यादव के ख़िलाफ़ FIR, जानिए क्या है पूरा मामला
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पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वे उन सब को घर पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे. यदि सरकार के पास रेल का किराया नहीं है तो वह किराया देने के लिए तैयार हैं. बाद में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद मज़दूरों ने इस धरने को खत्म कर दिया, लेकिन पुलिस अब प्रदर्शन की वीडियो फुटेज की जांच कर रही है....

जनज्वार ब्यूरो। दिल्ली पुलिस ने पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव के ख़िलाफ़ लॉकडाउन के आदेशों के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारियों ने बताया कि यादव दिल्ली की ओखला मंडी में बिहार के प्रवासी मज़दूरों से उस समय मिलने गए जब वे अपने गृह राज्य जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पप्पू यादव ने प्रवासियों को आश्वासन दिया कि वह सरकार से आग्रह करेंगे और उनके लिए जल्द से जल्द को इंतजाम करेंगे.”

प्पू यादव पर आरोप है कि ओखला पहुंचने के बाद उन्होंने प्रदर्शन कर रहे मज़दूरों की अगुवाई करने के भी संकेत दिए, जिसके बाद कैप्टन गौड़ मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में मज़ूदरों ने जमकर प्रदर्शन किया. ये सभी मज़दूर घर भेजे जाने की मांग कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक़ इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गईं.

दिल्ली पुलिस ने अमर कॉलोनी थाने में पूर्व सांसद पप्पू यादव और उनके अज्ञात साथियों के ख़िलाफ़ सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. उन पर लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी की धारा 188, महामारी क़ानून तथा आपदा प्रबंधन क़ानू के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है. पप्पू यादव बिहार के मधेपुरा से सांसद रह चुके हैं.

पको बता दें कि मंगलवार को ओखला मंडी पर 200 से 250 प्रवासी मज़दूर जुट गए थे. इन लोगों ने बिहार सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की. प्रदर्शन कर रहे मज़दूर घर वापसी के लिए इंतजाम कराए जाने की मांग कर रहे थे.

स मौक़े पर पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वे उन सब को घर पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे. यदि सरकार के पास रेल का किराया नहीं है तो वह किराया देने के लिए तैयार हैं. बाद में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद मज़दूरों ने इस धरने को खत्म कर दिया, लेकिन पुलिस अब प्रदर्शन की वीडियो फुटेज की जांच कर रही है.

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