भाजपा नेता के सामने 'फासीवाद मुर्दाबाद' का नारा लगाने वाली छात्रा को हुई 15 दिन की जेल
कनाडा में पढ़ने वाली छात्रा ने तमिलनाडु हवाई अड्डे पर उतरते ही भाजपा अध्यक्ष को देख अपना दर्ज कराया लोकतांत्रिक और राजनीतिक विरोध, बोली फासीवाद हो बर्बाद तो पुलिस ने गिरफ्तार कर भेज दिया 15 दिन के लिए जेल
जनज्वार। तानाशाही, नस्लवादी और नफरत की राजनीति के लिए दुनिया में कुख्यात हिटलर को फासीवादी कहा जाता है, भारत में भी विरोधी विचार वाले भाजपा को फासीस्ट पार्टी और मोदी को फासीस्ट नेता कहते हैं। उसी तर्ज पर कनाडा में पढ़ने वाली 28 वर्षीय छात्रा ने तमिलनाडु के तूतोकोरिन हवाई अड्डे पर राज्य के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को देखते ही 'फासीवाद हो बर्बाद' बोल पड़ी, जिससे नौबत ये आ गयी कि छात्रा को पुलिस ने 15 दिन के लिए जेल भेज दिया।
हालांकि देश में यह अपने तरह का मामला है, इससे पहले किसी नेता को फासीवादी कहने के आरोप में किसी को भारजीत पुलिस ने जले में नहीं डाला था। शायर और वैज्ञानिक गौहर रजा ने इस गिरफ्तारी पर कहा है, 'आवाज़ उठाओगे तो जेल जाओगे,भाजपा के नेताओं का एक इशारा काफ़ी है। एक वो दौर था जब नेहरु का गला पकड़ कर बूढ़ी औरत सवाल पूछ सकती थी। एक ये दौर है के मुँह खोलने पर छात्रा को जेल जाना पड़ता है।'
गौरतलब है कि 3 अगस्त को तूतोकोरिन हवाई अड्डे पर कनाडा में गणित विषय में शोध कर रही 28 वर्षाीय छात्रा लाईस सोफिया अपने पैतृक घर जाने के लिए इंडिगो कंपनी के हवाई जहाज से उतरी। हवाई अड्डे से निकलते वक्त उसने तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदराराजन को सामने से आते हुए देखा। भाजपा अध्यक्ष द्वारा एयरपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, लड़की ने मुझे देखते ही 'फासीवादी भाजपा सरकार मुर्दाबाद, मुर्दाबाद' के नारे लगाए। इससे मेरी बेइज्जती हुई।'
पुलिस ने सोफिया के खिलाफ आईपीसी की धारा 505, 290 और सेक्शन तमिलनाडु पुलिस एक्ट की धारा 75 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
हवाई अड्डे पर बेटी को लेने पहुंचे सोफिया के रिटायर्ड 65 वर्षीय डॉक्टर पिता एए समी ने बताया कि जब उनकी बेटी ने तुतोकोरिन हवाई अड्डे पर भाजपा अध्यक्ष को देखा तो बोल पड़ी 'फासीस्ट भाजपा मुर्दाबाद', लेकिन मेरी बेटी ने इसके अलावा एक अपशब्द नहीं बोले। पर उसके इतना बोलने के बाद उसे दसियों लोगों ने घेर लिया और अनगिनत गालियां और धमकियां दीं। वह तो एयरपोर्ट पुलिस आ गयी जिससे मेरी बेटी सुरक्षित बच गयी।'
गौरतलब है कि सोफिया के इस राजनीतिक विरोध पर गालियां देने वाले भाजपा कार्यकर्ता थे। सोफिया के पिता ने बहुत कोशिश किया कि वह भाजपा अध्यक्ष और उनके कारिंदों के खिलाफ, जिन्होंने उन्हें और उनकी बेटी को गालियां दी थीं, मुकदमा दर्ज हो, पर नहीं हो सका।