बलरामपुर में मामूली विवाद के बाद पड़ोसी ने रेप के बाद बच्ची को जलाया जिंदा, सपा ने लिया मामले में संज्ञान
किशोरी को अकेला पाकर पड़ोसी रामू उसके घर में घुस गया और उसने किशोरी को बुरी तरह मारा पीटा। उसका रेप किया और उस पर केसोरिन डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। ऐसा उसने परिवार के साथ हुए विवाद के बाद किया...
बलरामपुर से फरीद आरजू की रिपोर्ट
जनज्वार। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के देहात थाना क्षेत्र में इस महीने 10 जनवरी को एक नाबालिग बच्ची को जिन्दा जलाने की घटना सामने आयी थी, इस मामले में अब सियासत तेज हो गयी है। दिल दहला देने वाली इस घटना की जाँच के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) आलाकमान के निर्देश पर 6 सदस्यीय टीम ने गाँव का दौरा कर मृतका के परिजनों से मुलाकात की और घटना की पूरी जानकारी ली है।
सपा हाईकमान के निर्देश पर पहुची जाँच टीम 20 जनवरी को अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को सौंपेगी।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम जिंदा जलाई गई छात्रा के गाँव सिनौढी पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। टीम ने मृतका के परिजनों के साथ साथ गाँव वालों से मुलाकात की और घटना की सच्चाई जानी। टीम ने पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देते हुए इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया। पूर्वमंत्री एसपी यादव, पूर्व विधायक जगराम पासवान सहित 6 सदस्सीय टीम 20 जनवरी को इस मामले में अपनी पूरी रिपोर्ट सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौपेगी।
गौरतलब है कि इस महीने 10 जनवरी को बलरामपुर जिले के देहात थाना क्षेत्र के सोनौढी गाँव में विश्राम चौरसिया की 13 वर्षीय नाबालिग बच्ची को मामूली विवाद में पड़ोसी दबंग युवक ने जिन्दा जला दिया था। जब पड़ोसी युवक ने नाबालिग लड़की को जलाया, उस वक्त उसके साथ सिर्फ उसकी 5 साल की बहन घर पर अकेली थी।
जानकारी के मुताबिक किशोरी को अकेला पाकर पड़ोसी रामू उसके घर में घुस गया और उसने किशोरी को बुरी तरह मारा पीटा। उसका रेप किया और उस पर केसोरिन डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। ऐसा उसने परिवार के साथ हुए विवाद के बाद किया। बच्ची के परिजनों ने भी बलात्कार की आशंका व्यक्त की, मगर प्रशासन कह रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बच्ची के साथ बलात्कार किया गया था। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने भी यही कहा कि मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे रेप की पुष्टि नहीं हुई है।
जानकारी के मुताबिक रामू ने पहले किशोरी के साथ बलात्कार किया और उसके बाद उस पर केरोसिन डालकर आग लगायी। फरार होने से पहले आरोपी युवक ने पीड़िता के घर को बाहर से बंद कर दिया। जब पड़ोसियों ने घर के अंदर से धुआं निकलता देखा तो परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिजन बाहर से दरवाजा खोलकर अंदर गए, मगर तब तक बच्ची पूरी तरह जल गयी था।
इसी सिलसिले में पीड़िता के परिजनों ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर इंसाफ दिलाने की मांग की थी। इस घटना को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संज्ञान लेकर 6 सदस्यीय टीम गठित कर घटना पर रिपोर्ट मांगी है। फिलहाल आरोपी पुलिस की कैद में है।
सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव ने सूबे की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ अपराध कम होने के चाहे जितने दावे करें, लेकिन न तो सूबे में अपराध कम होने का नाम ले रहे हैं और न ही अपराधी। कडाके की ठंड से भले ही आम जानमानस ठिठुरन महसूस कर रहा हो, लेकिन जिले के देहात थाना इलाके में दिल दहला देने वाली इस घटना ने सियासी हलके मे गर्माहट अवश्य पैदा कर दी है।
जांच टीम के सदस्य और पूर्व विधायक मसूद खान ने इस संबंध में योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए इस मामले में डॉक्टरों का पैनल बनाकर जांच की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि बच्ची के साथ पहले बलात्कार हुआ और फिर साक्ष्य छुपाने के लिए उसे जलाकर खाक कर दिया गया। उन्होंने मांग की कि बाहर के डॉक्टरों से इस मामले में जांच करायी जाये, ताकि सच सामने आ पाये।