कोरोना के नाम पर सियासत चमकाना हरियाणा के सीएम मनोहर लाल को पड़ा महंगा, सोशल मीडिया पर हो रही थू-थू
सेनिटाइजर अभी तक गरीबों तक पहुंचा नहीं। इधर सोशल मीडिया पर सीएम और डिप्टी सीएम के फोटो लगे सेनिटाइजर का खूब प्रचार हो रहा है। लोगों ने जब दोनो नेताओं का मजाक उड़ाया तो आनन फानन में सीएम मनोहर लाल ने जारी किया स्पष्टीकरण...
जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ़। कोरोना के नाम पर एक तो हरियाणा में लोगों से चंदा लिया जा रहा है, कर्मचारियों के वेतन तक से कोरोना फंड में पैसा लिया जा रहा है, मगर इस पैसे का सरकार किस तरह से प्रयोग कर रही है, इसका एक उदाहरण हरियाणा में देखने को मिल रहा है।
यहां खट्टर सरकार की ओर से जो सेनिटाइजर बांटने के लिए आए हैं, उस पर सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की फोटो लगी हुयी है। इसके लिए सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही है। मामला बढ़ता देखकर अब सीएम मनोहर लाल अपने ट्वीटर से नसीहत दे रहे हैं कि इस तरह के मामलों पर चर्चा नहीं होनी चाहिये।
यह भी पढ़ें - LOCKDOWN : हरियाणा सरकार ने 70 हजार श्रमिकों के लिए राहत शिविर बनाने का किया दावा
इधर विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया है। इनका कहना है कि कम से कम इस मौके पर तो नेता अपनी राजनीति न चमकायें। उनका कहना है कि देश और प्रदेश की जनता के लिए यह सबसे मुश्किल वक्त है। इस वक्त सरकार को जनता के साथ खड़ा होना चाहिए। लेकिन यहां तो राहत के नाम पर भी राजनीति हो रही है।
फेसबुक यूजर शोभा सैनी ने इसकी फोटो डालते हुए लिखा कि BJP-JJP को लग रहा है कि देश में बीमारी नहीं, उनकी चुनावी रैली चल रही है। बीमारी का इस्तेमाल अपने चेहरे चमकाने के लिए करना राजनीति का क्रूर चेहरा है।Sanitiser के बाद क्या मास्क पर नेता चिपकेंगे? ये बोतल बरसों तक लोगों को BJP-JJP की संवेदनहीनता याद दिलाएगी। समय राजनीति का नहीं सेवा का है।
मनीष बागरी नाम के फेसबुक यूजर ने लिखा है कि हद है और कितना गिरेंगे ये, बीमारी गई भाड़ में बस अपनी दुकान खोल कर बैठ गये और कुछ गधे इनके पीछे पीछे चल देंगे।
यह भी पढ़ें : निजामुद्दीन मरकज से लौटने वालों की पहचान के लिए हरियाणा सरकार ने शुरू किया तलाशी अभियान
इस मसले पर यूथ फॉर चेंज के सदस्य सतेंद्र राणा कहते हैं, कम से कम मनोहर लाल से यह उम्मीद नहीं थे। वह तो खुद को खासा संवेदनशील नेता दिखाने की कोशिश करते हैं, लेकिन इस मौके पर ऐसा करने उन्हें कतई अच्छा नहीं लगा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई और मौका होता तो शायद यह सब चल जाता, लेकिन इस वक्त तो हर कोई मदद के लिए सरकार की ओर ही देख रहा है। ऐसे में सीएम और डिप्टी सीएम का यह व्यवहार तो सामंती लग रहा है, जिससे ऐसा महसूस हो रहा है कि वह मदद नहीं, बल्कि खैरात बांट रहे हैं।
समाजसेवी जेपी शेखपुरिया कहते हैं, सीएम को इस पर तुरंत ही लोगों से माफी मांगनी चाहिए। आखिर उनकी फोटो लगी है। इस पर उन्हें जवाब देना ही चाहिए। यदि वह ऐसा नहीं करते तो यहीं माना जायेगा कि इस मुश्किल घड़ी भी वह सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीति ही चमका रहे हैं।
इस मामले में जब सीएम मनोहर लाल से संपर्क किया गया तो उनके आवास से बताया गया कि वह अभी बाहर है, इसलिए बात नहीं कर सकते हैं।