राजस्थान के अलवर में गो-तस्करी के नाम पर फिर पीट-पीट कर हत्या
देश की सर्वोच्च अदालत की फटकार का भी कोई असर नहीं पड़ा, क्योंकि कानून का अगर जरा भी डर—भय होता तो ऐसी घटनाएं घटती ही नहीं...
जयपुर, जनज्वार। मोदी जी डिजिटल इंडिया को हम मॉब लिंचिंग में परिणत होते लगातार देख रहे हैं। कोरी अफवाहों के शक में राजस्थान के अलवर जिले में फिर एक निर्दोष मॉब लिंचिंग का शिकार हो गया है। गोरक्षा के नाम पर भीड़ ने एक मुस्लिम की पीट—पीटकर हत्या कर दी।
घटनाक्रम के मुताबिक राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ में गो-तस्करी के शक में एक मुस्लिम की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक मृतक का नाम अकबर है। खबरों के मुताबिक अकबर और असलम नाम के व्यक्ति कल 20 जुलाई की रात गाय लेकर कहीं जा रहे थे, तभी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें अकबर की मौत हो गई।
एक तरफ सुप्रीम कोर्ट कहता है कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा को लेकर संसद कानून बनाए और दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाए, मगर जिस तादाद में गोरक्षा के नाम पर मॉब लिंचिंग की घटनाएं घट रही हैं उससे लगता नहीं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का किसी तरह का कोई पालन किया जाएगा।
गोरक्षा के नाम पर होने वाली वारदातों और मौतों की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने कहा था कि मॉब लिंचिंग जैसी जघन्य वारदातें नहीं होनी चाहिए चाहे कानून अभी हो या न हो। मुख्य न्यायाधीश ने यह भी कहा कि कोई भी ग्रुप कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकता और ये राज्यों का जिम्मेदारी है कि वो इस तरह की वारदातों को राकें।'
पर देश की सर्वोच्च अदालत की फटकार का भी कोई असर नहीं पड़ा, क्योंकि कानून का अगर जरा भी डर—भय होता तो ऐसी घटनाएं घटती ही नहीं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मॉब लिंचिंग के आरोपियों को अभी तक कोई ऐसी सजा नहीं हुई है, जिससे दूसरे लोगों में किसी तरह का कोई डर पैदा हो।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक मृतक अकबर का साथी असलम किसी तरह भीड़ से बचकर भागने में कामयाब रहा। मॉब लिंचिंग का शिकार हुए दोनों लोग हरियाणा के मेव मुस्लिम बताए जा रहे हैं। हैरानी की बात है कि यह मामला ऐसे वक्त में सामने आया है जब राजस्थान सरकार कह रही है कि मॉब लिंचिंग के लिए अलग से हमें किसी कानून की जरूरत नहीं है।
प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हमेशा की तरह इस घटना की निंदा की है और कहा है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कारर्वाई की जाएगी। अलवर के एएसपी अनिल बैजल के अनुसार अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वे लोग गो तस्कर थे या व्यापारी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि अभी इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, पुलिस शिनाख्त में जुटी है।