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जनज्वार इम्पैक्ट : अंबेडकर-बुद्ध की कथा सुन रहे दलितों पर लाठी-डंडों से हमला मामले में 8 आरोपियों को जेल
कानपुर के मंगटा गांव में अंबेडकर-बुद्ध की कथा सुनने वाले दलितों पर हमले के मामले में 8 गिरफ्तार, भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद ने ग्रामीणों के लिए मांगी सुरक्षा, अस्पताल में पीड़ित दलितों से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता...
कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात स्थित मंगटा गांव में 12 फरवरी व 13 फरवरी को हुए पोस्टर फाड़ने के बाद का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। इस विवाद में गाँव के करीब 4 साढ़े चार सौ सवर्णों ने दलितों पर हमला बोलकर तीन दर्जन से अधिक लोगों को लहूलुहान कर दिया। सवर्ण बिरादरी के बलवाईयों ने दलितों के घरों में घुसकर औरतों बच्चों को भी नहीं छोड़ा। किसी का सिर फटा, तो किसी के पैर ही तोड़ दिए गए। फिलहाल सभी अस्पताल में भर्ती हैं।
आज जब जनज्वार की टीम ने मामले में आगे की जानकारी जुटाई तो पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई के बारे में गांव के लोगों ने जानकारी होने की बात से इनकार किया। कारण पूछने पर बताया कि पुलिस ने पीड़ित परिवार के किसी भी व्यक्ति को कहीं भी आने-जाने की पाबंदी लगा रखी है। हमने कल भी गाँव जाकर पूरी सच्चाई को देश के सामने पेश किया था कि पूरे गाँव में कर्फ्यू सा माहौल होने के साथ ही साथ चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और पूरा गाँव घटना के बाद डरा व सहमा हुआ है।
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ये था पूरा मामला
दलित परिवार में किसी का विवाह हुआ था जिसके बाद गाँव के दलित परिवारों ने चंदा करवाकर सात दिवसीय गौतम बुद्ध और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की कथा का कार्यक्रम शुरू किया। यह कथा 01 फरवरी को शुरू होकर 07 फरवरी को समाप्त हुई थी जिसकी दलितों के पास अनुमति भी थी। कथा के बाद भण्डारा होना था, जो 12 फरवरी को तय हुआ था। कार्यक्रम चल ही रहा था कि सवर्णों द्वारा बाबा साहेब के पोस्टर फाड़ने के बाद आपसी झड़पें हुईं जिसकी सूचना के उपरान्त आई पुलिस ने दोनो पक्षों का समक्षौता करवा दिया था।
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गाँव के दलित निवासी अमित कुमार के मुताबिक सभी सवर्ण समुदाय के लोगों ने रात में पूरी प्लानिंग की और 13 फरवरी की सुबह करीब नौ-दस बजे लगभग चार सौ लोगों ने दलितों के घरों में घुसकर लोगों को बुरी तरह मारा पीटा। इस मामले की जनज्वार ने गाँव जाकर ग्राउंड रिपोर्ट कवर की थी और पूरी सच्चाई को बताया था। इस ग्राउण्ड रिपोर्ट के बाद भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद ने आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। चंद्रशेखर ने ट्वीट में कहा कि इन लोगों पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए और पीड़ित परिवारों को तुरन्त सुरक्षा मुहैया करवाएं।
भीम आर्मी प्रमुख रावण के ट्वीट पर कानपुर देहात पुलिस ने रावण को रिप्लाई करते हुए जवाब में बताया कि उक्त प्रकरण के सम्बंध में थाना गजनेर पर पंजीकृत अभियोग में अभी तक नामजद अभियुक्तों में से 08 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है व कुछ अन्य युवकों को भी हिरासत में लिया गया है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अलग-अलग टीम बनाकर लगातार दबिश दी जा रही है।
इन लोगों पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए और पीड़ित परिवारों को तुरन्त सुरक्षा मुहैया करवाएं। https://t.co/dT6RA1i9PR
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) February 14, 2020
पीड़ितों से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता
इसके आलावा गजनेर के मंगटा गांव में हुए बबाल और आगजनी के मामले पर कांग्रेस पार्टी भी सक्रिय हो चुकी है। राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और नेता विधानमंडल आराधना मिश्रा मोना, गांव मंगटा में घायल पीड़ित दलितों से मिलने जिला अस्पताल पहुचे। सभी पीड़ित कानपुर देहात के जिला अस्पताल व उर्सला हॉस्पिटल में भर्ती हैं।