जनज्वार के साथ जनता से जानिये प्रदूषण के लिए कौन है जिम्मेदार!
सुप्रीम कोर्ट ने कहा लोग जिंदगी के बेशकीमती साल प्रदूषण में खो रहे हैं। प्रशासन ने उन्हें मरने को छोड़ दिया। लोग घरों के अंदर भी नहीं हैं महफूज, यह टॉर्चर है...
जनज्वार, दिल्ली। प्रदूषण का लेवल दिल्ली—एनसीआर में हाइट पर है। इसे सरकार को पर्यावरण आपातकाल घोषित करना पड़ा है और दिल्ली—एनसीआर के स्कूल भी इस भयावहता को देखते हुए बंद कर दिये गये हैं। सुप्रीम कोर्ट को तक खतरनाक होते प्रदूषण को देखते हुए कहना पड़ा है कि लोग मर रहे हैं, क्योंकि जिम्मेदार लोगों की दिलचस्पी सिर्फ तिकड़मबाजी में है।
जस्टिस अरुण मिश्रा ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान कहा, 'लोग जिंदगी के बेशकीमती साल प्रदूषण में खो रहे हैं। प्रशासन ने उन्हें मरने को छोड़ दिया। लोग घरों के अंदर भी महफूज नहीं हैं। यह टॉर्चर है।
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कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा, "दिल्ली के लुटियंस में बेडरूम में तक एक्यूआई 500 से ज्यादा है। यहां एयर प्यूरीफायर काम नहीं कर सकते, क्या हम इस तरह से जिंदा रह सकते हैं? हम इस तरीके से जिंदा नहीं रह सकते। प्रशासन ने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया है।"
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इस दौरान जनज्वार से आम जनता ने जानना चाहा कि क्या हैं पर्यावरण प्रदूषण के कारण, पर्यावरण विशेषज्ञों ने भी जनज्वार को बतायी प्रदूषण के फैलने की तमाम वजहें।
आइये देखते हैं जनज्वार को क्या कारण बताये जनता से बढ़ते प्रदूषण के।