लॉकडाउन: एम्स के स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का खतरा, बसों में बैठाने तक की नहीं व्यवस्था
एम्स के ट्रामा सेंटर को भी कोरोना अस्पताल में बदला जा रहा है, लेकिन एम्स अपने ही कर्मचारियों को कोरोना से बचाने के लिए कुछ नहीं कर पा रहा....
जनज्वार। देश में कोरोना वायरस का कहर लगाातर बढ़ता जा रहा है। कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 979 तक पहुंच गई जबकि मृतकों का आंकड़ा 25 तक पहुंच गया। देश में 48 विदेशियों समेत कुल 979 कोरोना वायरस संक्रमित हैं।
ऐसे में देश में बड़ी संख्या में अस्पताल के अलावा बड़ी संख्या में स्कूलों, रेल के डिब्बों को कोरोना से होने वाले संक्रमित लोगों के लिए अस्पताल में बदला जा रहा है। इसके अलावा एम्स के ट्रामा सेंटर को भी कोरोना अस्पताल में बदला जा रहा है, लेकिन एम्स अपने ही कर्मचारियों को कोरोना से बचाने के लिए कुछ नहीं कर पा रहा।
इस समय भारत का सबसे बड़ा अस्पताल एम्स के कर्मचारी भरी हुई बसों में जाने को मजबूर है। डॉक्टरों और सरकारों द्वारा सोशल डिस्टेंस करने की अपील बार बार की जा रही है। लेकिन एम्स में काम करने वाले लोगों को ठूस-ठूस कर बसों में भरा जा रहा है। एक वीडियों सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें एम्स में काम करने वाले लोगों के लिए एम्स और सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
ऐसे में सोशल मीडिया में हिंदुस्तान अखबार के पत्रकार हेमंत एक वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बीच नई दिल्ली के एम्स ने अपने कर्मचारियों के लिए विशेष रुप से किराए पर ली गई बसों का हाल देखे। ये कर्मचारी पहले से ही पर्याप्त पीपीई के बिना काम कर रहे थे और अब ये सामाजिक गड़बड़ी है।
Watch this specially hired bus For AIIMS New Delhi staff members amid lockdown. Staff was already working without adequate PPEs and now this social distancing ! #CoronaLockdown pic.twitter.com/0fhwDF4ffx
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) March 30, 2020
वहीं शैलेंद्र वांगू कहते है हर सुबह एम्स के कर्मचारी ऐसे ही यात्रा कर रहे है वो भी ऐसे समय में जब लोगों से दूरी बनाने के लिए कहा जा रहा है। अस्पतालों में तो पर्याप्त दूरी बनाई जा रही है लेकिन बसों को क्या?
This is how AIIMS Staff travels in Buses every morning in the times of #Social_Distancing
They do maintain distance at the Hospital, but what about the hired Buses?@drharshvardhan pic.twitter.com/ZwBB0EKVJh
— Shalinder Wangu (@Wangu_News18) March 30, 2020