मोदी के नाक के नीचे रैपिड टेस्ट किट पर होती रही लूट, राहुल बोले- देश नहीं करेगा माफ
जो किट चीन से लाई जा रही है, उसकी कीमत 245 रुपये है, लेकिन आयातक के जरिए इस किट को आसीएमआर को 600 रुपये में बेचा जा रहा है, यानी करीब 145 फीसदी मुनाफे के साथ....
जनज्वार। देश में कोरोना वायरस महामारी लगातार पैर पसारती जा रही है। वहीं इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को जो रैपिड टेस्टिंग किट बेची गई, वह काफी महंगे दाम की थीं, जिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मसले पर अब मोदी सरकार से सवाल किया है और कार्रवाई की मांग की है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “जब समूचा देश कोरोना वायरस आपदा से लड़ रहा है, तब भी कुछ लोग मुनाफा कमाने से नहीं चूकते। इस भ्रष्ट मानसिकता पर शर्म आती है, घिन आती है। हम पीएम मोदी से मांग करते हैं कि इन मुनाफाखोरों पर जल्द ही कड़ी कार्यवाही की जाए। देश उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा।”
जब समूचा देश #Covid19 आपदा से लड़ रहा है, तब भी कुछ लोग अनुचित मुनाफ़ा कमाने से नहीं चूकते। इस भ्रष्ट मानसिकता पे शर्म आती है, घिन आती है। हम PM से माँग करते हैं कि इन मुनाफ़ाख़ोरों पर जल्द ही कड़ी कार्यवाही की जाए।देश उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा। https://t.co/t7Ff3KQM96
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 27, 2020
दरअसल, चीन से आयातित कोविड-19 रैपिड टेस्ट किट को लेकर इसके वितरक और आयातक के बीच विवाद सामने आया। जिसके बाद ये पूरा मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया था, जिसके बाद दामों को लेकर खुलासा हुआ।
जो किट चीन से लाई जा रही है, उसकी कीमत 245 रुपये है, लेकिन आयातक के जरिए इस किट को आसीएमआर को 600 रुपये में बेचा जा रहा है, यानी करीब 145 फीसदी मुनाफे के साथ। यह मामला जब दिल्ली हाईकोर्ट में पहुंचा तो अदालत ने इस दाम को 400 रुपये करने का निर्णय दिया। इस दाम के साथ भी करीब 61 फीसदी का मुनाफा बैठता है, मगर मुनाफाखोर इससे भी ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं।
न्यायमूर्ति नजमी वजीरी की पीठ के समक्ष मामला उठाए जाने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने कोविड-19 परीक्षण किट की अधिकतम बिक्री कीमत पर लगाम लगाया था, जो मैट्रिक्स लैब्स द्वारा आयात किए गए थे। कोर्ट ने कहा था कि लोगों को आश्वस्त करने के लिए कि महामारी नियंत्रण में है और सरकारों को लोगों की सेहत की सुरक्षा और कोरोना के खिलाफ फ्रंटलाइन में लगी एजेंसियों के लिए अधिक किट/परीक्षण न्यूनतम लागत पर तत्काल उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि चीन से आ रही रैपिड किट को लेकर कई राज्य सरकारों ने सवाल खड़े किए थे। इन किट से किए जा रहे टेस्ट सही रिजल्ट नहीं दे रहे थे, जिसके बाद आईसीएमआर ने अगले आदेश तक इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी।
राहुल गांधी के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी उच्च लागत पर रैपिड एंटीबॉडी टेस्टिंग किट खरीदने पर केंद्र सरकार से सवाल किया है। पटेल ने ट्वीट कर कहा, "दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में प्रासंगिक सवाल उठाया कि आईसीएमआर एंटीबॉडी टेस्ट किट 600 रुपये प्रति पीस क्यों खरीद रहा था, जिसे 245 रुपये में आयात किया गया था?"
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अहमद पटेल ने सवाल किया कि 'महामारी के बीच में किसी को भी गरीबों की कीमत पर लाभ नहीं कमाना चाहिए। आशा है कि सरकार इसे स्पष्ट करेगी।'