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राजनीति

मंदसौर गोलीकांड पर सत्ता में आते ही कांग्रेस बोलने लगी भाजपा की बोली

Prema Negi
20 Feb 2019 11:57 AM IST
मंदसौर गोलीकांड पर सत्ता में आते ही कांग्रेस बोलने लगी भाजपा की बोली
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किसान संगठनों का पहले से ही दावा रहा है कि भाजपा और कांग्रेस की नीतियों में नहीं है ​कोई अंतर, सत्ता में आते ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने दिखाया अपना रंग

मंदसौर में मारे गए छह किसानों को लेकर कमलनाथ सरकार ने सदन में दिया जवाब कि आत्मरक्षा में अधिकारियों ने चलाई थी गोली, सरकार करेगी किसानों पर कार्यवाही

सत्ता में आने से पहले तक गोलीकांड के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर पूरी कांग्रेस घेरती रही है भाजपा को, इसी आधार पर कहा था किसान विरोधी लेकिन राहुल गांधी की पार्टी की निगाह में भी किसान ही दोषी

जनज्वार। मंदसौर के पिपल्यामंडी में 6 जून, 2017 को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से छह किसानों की मौत हो गयी थी। यह मामला इतना राष्ट्रव्यापी बना था कि हर पार्टी का नेता और किसान संगठन महीनों तक मंदसौर पहुंचते रहे थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री तो नाटकीयता के चरम पर पहुंचते हुए मौन व्रत पर चले गए थे, जिससे कि उनको इस गोलीकांड पर किसानों और देश को कोई जवाब न देना पड़े।

अब जबकि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सत्ता में है तो कांग्रेस पार्टी के ही विधायक हर्ष विजय ने मंदसौर गोलीकांड पर गृहमंत्री से सवाल पूछे थे। सवाल के लिखित जवाब में गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा है कि हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एसडीएम श्रवण भंडारी ने आत्मरक्षा में और शासकीय संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए गोली चलाने का निर्देश दिया।

बकौल बाला बच्चन, 6 जून 2017 को मंदसौर में महू-नीमच हाईवे रोड बही चौपाटी पर कार्यपालिक दंडाधिकारी की गैरमौजूदगी में पुलिस ने मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए आत्मरक्षा में और निजी-शासकीय संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए किसानों पर गोलीबारी की थी। पिपल्यामंडी में मल्हारगढ़ के एसडीएम श्रवण भंडारी ने अनियंत्रित किसानों की भीड़ को रोकने और संपत्ति का नुकसान होने से बचाने के लिए कानून का पालन करते हुए पुलिस को फायर करने का आदेश दिया था, जिसमें 6 आंदोलनकारी किसानों की मौत हो गई थी।

इस मामले में बच्चन ने यह भी कहा है कि कि मंदसौर घटना के संबंध में मध्य प्रदेश सरकार निष्पक्ष जांच करेगी। सेवानिवृत न्यायमूर्ति जेके जैन को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। जांच रिपोर्ट देखने के बाद ही कोई कार्यवाही की जाएगी।

गौरतलब है कि मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदसौर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि "प्रदेश की सरकार ने किसानों पर आक्रमण किया, गोली चलाई, किसानों को मारा।" यही नहीं मंदसौर गोलीकांड के बाद कांग्रेस ने पूरे देश में इसे मुद्दा बनाया था।

सवाल है कि जब 6 किसानों की मौत कांग्रेस के लिए तब एक बहुत बड़ा मुद्दा था तो अब राज्य में सत्तासीन कांग्रेस इस गोलीबारी को जायज क्यों ठहरा रही है, क्या इससे किसानों की भावनाएं आहत नहीं होंगी। आखिर क्यों और कैसे जनता उन पर विश्वास करेगी।

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