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आंदोलन

जानलेवा हमले के बाद बोले मजदूर नेता योगेश सोनी, ऐसे कायरानों हमलों से नहीं डरेंगे

Prema Negi
9 May 2019 4:20 AM GMT
Laborer Income in India : 94% मजदूरों की मासिक आमदनी 10 हजार से भी कम, e-Shram पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन से खुलासा
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Laborer Income in India : 94% मजदूरों की मासिक आमदनी 10 हजार से भी कम, e-Shram पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन से खुलासा

बकौल योगेश सोनी जानलेवा हमले से पहले भी उनका पीछा कुछ अंजान लोगों द्वारा किया जा रहा था। इतना ही नहीं उनके घर के आसपास की रेकी भी पिछले कई दिनों से जारी थी...

जनज्वार। स्थाई श्रमिकों की जहां सारे लड़ाई ठंडे बस्ते में बंद है, वहीं ठेका मजदूरों के पक्ष में उनके वाजिब हक के लिए आवाज उठाने वालों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और ये हमला ठेकेदारों और प्रबंधक की मिलीभगत से किया जा रहा है, ताकि मजदूर डरकर आवाज उठाना बंद कर दें और प्रबंधन अपनी मनमानी करता रहे। इसीलिए देशभर में मजदूरों-वंचितों के हक में आवाज उठाने वालों पर हमले जारी हैं।

फिलहाल ठेकेदार-प्रबंधन गठजोड़ ने अपना निशाना मजदूरों के हक-हकूकों की आवाज उठाने वाले योगेश सोनी को बनाया है। भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका श्रमिकों के लिए लंबे समय से संघर्षरत योगेश सोनी पर 7 मई की सुबह चाकू से जानलेवा हमला किया गया है।

भिलाई इस्पात संयंत्र में हिंदुस्तान स्टील एम्प्लायज यूनियन सीटू ठेका प्रकोष्ठ के महासचिव योगेश कुमार सोनी पर उस समय तीन नकाबपोशों से ताबड़तोड़ चाकुओं से वार किया जब वे ड्यूटी के लिए निकल रहे थे। जब उन पर हमला हुआ वे बाइक चला रहे थे।

दक्षिण कोसल पत्रिका के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार उत्तम कुमार मजदूर नेता पर हमले के बारे में बताते हुए कहते हैं, 'ठेकेदार और प्रबन्धन योगेश सोनी के ऊपर हमला करवा कर डराना चाहते हैं कि जो भी ठेका मजदूरों के हक के लिए आवाज उठाएगा उसे मार दिया जाएगा, यह हमला केवल श्रमिक नेता सोनी के ऊपर नहीं है, बल्कि पूरे मजदूर यूनियन और मजदूरों के अधिकारों पर हमला है।'

वहीं मजदूर नेता योगेश सोनी कहते हैं कि उनके द्वारा ठेका श्रमिकों के संघर्षों को कुचलेने के लिए लगातार फोन पर धमकी और घर पर आकर डराने की कोशिश संयंत्र के बड़े ठेकेदारों द्वारा की जाती रही है। बकौल योगेश सोनी हमले से पहले भी उनका पीछा कुछ अंजान लोगों द्वारा किया जा रहा था। इतना ही नहीं उनके घर के आसपास की रेकी भी पिछले कई दिनों से जारी थी।

ऐसे में सवाल उठता है कि मजदूरों की आवाज को दबाने के लिए क्या यह काम सिर्फ ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा है? मगर वहीं यह भी सवाल उठता है कि बिना प्रबंधन से मिलीभगत के ठेकेदार इस तरह की हरकतों को अंजाम नहीं दे सकता।

योगेश सोनी हमले के बाद अपने एफबी वॉल पर लिखते हैं, 'तुम्हारे इस कायराना हमले से हमारे हौसले कम नहीं होंगे। हमारे हौसले बुलंद हैं और बुलंद रहेंगे। यह लड़ाई शोषण के खिलाफ जारी है जारी रहेगी। सीटू मजदूरो के शोषण के खिलाफ लड़ता है लड़ता रहेगा। शोषण करने वाले तमाम लोगों को बेनकाब करेंगे, लड़ेंगे, जीतेंगे।'

उत्तम कुमार के मुताबिक, मजदूर नेता योगेंद्र सोनी पर जानलेवा हमला भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबन्धन के इशारे पर ही किया जा सकता है। अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो ठेकेदारों के साथ मैनेजमेंट का सांठगांठ खुलकर सामने आ जाएगी।

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