मोदी के कैबिनेट मंत्री पासवान बोले सरकारी स्टोरेज में सड़ चुकी है 32 हजार टन प्याज, दाम पर नियंत्रण हमारे बस में नहीं
100 पार पहुंची प्याज पर मोदी कैबिनेट में मंत्री रामविलास पासवान ने कहा दुनियाभर में बढ़ रही हैं प्याज की कीमतें, इसलिए भारत में भी दिख रहा है इसका असर, जबकि कीमतें बढ़ने का बड़ा कारण है सरकारी स्टोरेज में रखी 50 फीसदी प्याज का सड़ना...
जनज्वार। प्याज के बढ़ते दामों को लेकर जहां देश में हाहाकार मचा है, इसके दाम आसमान छूते हुए 100 रुपये किलो से पार चले गये हैं, वहीं मोदी सरकार में केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान ने 26 नवंबर को जानकारी दी कि सरकारी स्टोरेज में लगभग 32,500 टन प्याज सड़ गया है।
जहां उन्होंने इतने बड़े पैमाने पर प्याज सड़ने की जानकारी साझा की वहीं यह भी कहा कि प्याज की कीमतों पर नियंत्रण अब उनके हाथ में नहीं है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि सरकार के हाथ में सबकुछ नहीं है। कीमतों को काबू करने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं, जिसके तहत 6500 मीट्रिक टन प्याज मिस्र से खरीदा जायेगा।
उपभोक्ता मंत्रालय के सचिव की जानकारी के मुताबिक 12 दिसंबर तक प्याज की पहली खेप भारत पहुंचेगी। चार खेपों में बाहर से प्याज आयेगी। वहीं सरकारी बफर स्टॉक हजारों टन प्याज सड़ जाने पर रामविलास पासवान ने कहा कि राज्यों सरकारों ने किसानों से समय पर प्याज नहीं खरीदा जिस कारण इतने बड़े पैमाने पर प्याज खराब हुआ।
गौरतलब है सरकारी बफर स्टॉकों में लगभग 60,000 मीट्रिक टन प्याज थी, जिसमें से 50 फीसदी प्याज सड़ गयी। 50 फीसदी प्याज सड़ने के चलते बाजार में प्याज के दाम जिस तरह आसमान चढ़े हैं उसके लिए कैबिनेट मंत्री महोदय ने एक बहाना यह भी बताया कि इस साल बारिश और बाढ़ के चलते प्याज की पैदावार में 26 फीसदी आयी है, इसलिए भी प्याज की कीमत चरम पर है। यही नहीं वह यह बताना भी नहीं भूले कि दुनियाभर में प्याज की कीमतें बढ़ रही हैं, इसलिए भारत में भी इसका असर दिख रहा है।
खबरें यह भी आ रही हैं कि केंद्र सरकार ने राज्यों को प्याज की स्टॉक लिमिट घटाने का सख्त निर्देश जारी कर दिया है। कारोबारी कह रहे हैं कि अगर मंडियों में प्याज की सप्लाई नहीं बढ़ेगी तो प्याज की कीमत 120 रुपये प्रतिकिलो से भी ज्यादा पहुंच सकती है।