- Home
- /
- सिक्योरिटी
- /
- घरेलू उत्पीड़न मामले...
घरेलू उत्पीड़न मामले में क्रिकेटर शमी को मिली क्लीनचिट, बीसीसीआई ने कहा बीवी के लगाए आरोप हैं बेबुनियाद
बीसीसीआई ने दे दी है तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को बीवी हसीन जहां द्वारा लगाए गए आरोपों से क्लीनचिट, कहा न सिर्फ सेंट्रल कांट्रैक्ट में करेंगे वापसी खेलेंगे आईपीएल भी
पिछले कई दिनों से जिंदगी की उथल—पुथल से गुजर रहे टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के लिए आज का दिन सुकून लेकर आया। बीवी द्वारा घरेलू हिंसा का आरोप लगाए जाने के बाद से मीडिया की सुर्खियों में रहे शमी को बीसीसीआई ने राहत देते हुए घरेलू मामलों से क्लीनचिट दे दी है। अब वे न केवल ग्रेड 'बी' के एनुअल सेंट्रल कांट्रेक्ट के तहत खेल पाएंगे बल्कि आईपीएल में भी यह स्टार गेंदबाज खेल पाएगा। इस कांट्रेक्ट के तहत शमी को 3 करोड़ रुपए मिलेंगे।
गौरतलब है कि मोहम्मद शमी की बीवी ने उन पर न केवल घरेलू हिंसा और अन्य औरतों से अवैध संबंध के आरोप लगाए हैं बल्कि मैच फिक्सिंग के आरोप भी लगाए थे। बीवी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट—एसीयू— मामले की जांच कर रही थी और तब तक उन्हें बैन कर दिया गया था। अब एसीयू ने उन्हें इस मामले से क्लीनचिट दे दी है।
एसीयू ने जांच में शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए मैच फिक्सिंग के आरोपों को न केवल सिरे से खारिज कर दिया है, बल्कि खारिज उन्हें अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में ग्रेड 'बी' में भी शामिल कर लिया है। एसीयू ने कहा कि हसीन जहां ने शमी पर मैच फिक्सिंग के जो आरोप लगाए थे वे बेबुनियाद हैं।
बीसीसीआई की क्लीनचिट मिलने के बाद शमी ने आईपीएल के आगामी सीजन के लिए तैयारियों जोर—शोर से शुरू कर दी है। कहा यह भी जा रहा है कि इस मामले में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शमी पर जिस तरह विश्वास कायम किया, उससे भी बहुत बड़ा असर पड़ा है।
अब शमी सात अप्रैल से शुरू होने वाले आईपीएल टूर्नामेंट में अपनी फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलने के लिए भी आजाद हैं। यहां यह बात गौरतलब है कि बीसीसीआई ने शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद शमी का कॉन्ट्रैक्ट रोके रखने का निर्णय किया था।
गौरतलब है कि शमी की पत्नी हसीन जहां ने उन पर न सिर्फ घरेलू हिंसा के आरोप लगाये थे, बल्कि उनके कैरियर को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया था, कहा था कि शमी मैच फिक्सिंग में संलिप्त थे। हसीन जहां ने मीडिया के सामने कहा था कि शमी ने पाकिस्तानी महिला अलिश्बा के जरिए मोहम्मद भाई से पैसे लिए थे।
हसीन जहां के आरोप के बाद बीसीसीआई ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में से शमी का नाम हटा दिया था, जिसके बाद उनके आईपीएल में खेलने को लेकर भी संशय बना हुआ था।
सीओए ने रिपोर्ट जारी कर कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (COA) ने बीसीसीआई एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख नीरज कुमार से मोहम्मद शमी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए कहा था, क्योंकि वे बीसीसीआई एंटी करप्शन कोड से संबंधित हैं। नीरज कुमार ने अपनी रिपोर्ट सीओए को सौंप दी, जिसमें कहा है कि इस मामले में बीसीसीआई एंटी करप्शन कोड के तहत आगे किसी तरह की कार्रवाई की जरूरत नहीं है। उन्हें उनका 'बी' ग्रेड कांट्रैक्ट दे दिया जाए।'
हालांकि इससे पहले बीसीसीआई से जुड़े राजीव शुक्ला भी बयान दे चुके थे कि हमें मोहम्मद शमी के निजी मसलों से कोई सरोकार नहीं है।