मुस्लिम युवक को पोल पर बांध बेरहमी से पीटा, जबरन लगवाये जय श्रीराम के नारे, इलाज के दौरान हुई मौत
खंभे पर बांधकर पिटाई के दौरान हिंदू अतिवादी भीड़ ने तबरेज से जबरन लगवाये "जय श्री राम" और "जय हनुमान" के नारे, कई घंटे तक लगातार की गई पिटाई…
जनज्वार। हिंदू अतिवाद दिन-ब-दिन हमारे देश में बढ़ता जा रहा है। अल्पसंख्यकों पर होने वाले हमलों में लगातार इजाफा हो रहा है, मगर शासन—प्रशासन हाथ पर हाथ धरे मूकदर्शक बना बैठा है। मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने तो जैसे मोदी शासन ने कीर्तिमान ही स्थापित कर लिया है, खासकर दलितों और मुस्लिमों की लिंचिंग की तो जैसे बाढ़ आ गई है।
हाल ही में इसी तरह की एक घटना झारखंड में सामने आयी है। झारखंड के खरसावां स्थित धतकीडीह गांव में 18 जून को चोरी के शक में 24 वर्षीय मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी को बेरहमी से पीटा गया। इतना ही नहीं भीड़ ने उससे जबरन जय श्रीराम के नारे भी लगवाये और पीट-पीटकर लहूलुहान किया। उसे खंभे से बांधकर इस कदर पीटा कि लग रहा था जैसे वहीं पर उसकी मौत हो गई हो।
जब मुस्लिम युवक मरणासन्न हो गया तब जाकर पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने मुस्लिम युवा को पास के सदर अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से उसकी बिगड़ती हालत देखते हुए जमशेदपुर स्थित टाटा अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं इलाज के दौरान 22 जून को उसकी मौत हो गई।
तबरेज अंसारी की लिंचिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में एक आदमी तबरेज पर ताबड़तोड़ डंडे से पिटाई कर रहा है और वह अपनी जान की भीख मांग रहा है। वहां मौजूद भीड़ में से कोई भी उसकी मदद को आगे नहीं आता। इतना ही नहीं खंभे में बांधकर पिटाई के दौरान तबरेज से जबरन "जय श्री राम" और "जय हनुमान" के नारे लगवाये गये। तबरेज को पोल से बांधकर 7 घंटे तक लगातार पिटाई की गई।
मॉब लिंचिंग में जान गंवा चुके तबरेज के रिश्तेदार मकसूद आलम कहते हैं, 'तबरेज की जमकर पिटाई की गई और बाद में उसे पुलिस को सौंपा गया। उन्हें चोरी का संदेह था, मगर यह सीधे सीधे एक सांप्रदायिक हमला था। तबरेज को इसलिए पीटा गया क्योंकि उसका मुस्लिम नाम था। उन्होंने उससे बार-बार जबरन 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे लगवाये। मैं दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करता हूं।'
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक बीती तबरेज को बेरहमी से पीटने के बाद पुलिस ने पप्पू मंडल नाम के एक आरोपी की पहचान की है और तबरेज अंसारी की मौत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ तबरेज अंसारी पुणे में वेल्डर का काम करता था। वह ईद के मौके पर अपने परिवार के पास खरसावां स्थित अपने गांव आया हुआ था। इसी दौरान परिजनों ने उसकी शादी भी तय कर दी थी।
घटना वाले दिन 18 जून की रात को वह दो लोगों के साथ अपने गांव से जमशेदपुर के लिए निकला था। झारखंड के एक सामाजिक कार्यकर्ता औरंगजेब अंसारी का कहना है कि तबरेज को इस बात का पता नहीं था कि वह दोनों लोग उसे कहां ले जा रहे हैं। रास्ते में दोनों लोग उसे अकेला छोड़कर चले गये और लोगों ने चोर समझकर उसे पीटना शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पिटाई के वीडियो में तबरेज लगातार कह रहा है कि उसने चोरी नहीं की, उसे दो अन्य लोगों ने मोटरसाइकिल के पास इंतजार करने को कहा था, उसे और कुछ नहीं पता है, मगर कोई उसकी बात नहीं सुन रहा। लगातार उसे पीटा जा रहा है। यही नहीं वीडियो में ही दिखाई दे रहा है कि एक शख्स उसे "जय श्री राम" और "जय हनुमान" के नारे लगाने को मजबूर करता है।
इस घटना की भर्त्सना करते हुए शाहरुख अहमद लिखते हैं, ये कैसे लोग हैं जो धार्मिकता की आड़ में इंसानियत का कत्ल कर रहे हैं। हिन्दू समाज को ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनका सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए। एक घटना झारखण्ड के तबरेज़ अंसारी की है जिन्हें भीड़ ने जय श्री राम व जय हनुमान बोलने के लिए कहा, नहीं बोलने पर पीट-पीट कर मार-डाला। वहीं दूसरी घटना कोलकाता की है, जहां मदरसे के टीचर शाहरुख़ हालदार को ट्रैन में जय श्री राम बोलने के लिए कहा, नहीं बोलने पर उन्हें भी पीट दिया गया।'
वहीं विक्रम सिंह चौहान कहते हैं, 'सबसे डरपोक, कायर खुद को सेक्युलर कहने वाले लोग होते हैं। मोदी के न्यू इंडिया में मुस्लिमों की हर रोज़ मॉब लिंचिंग हो रही है, लेकिन ये कायर लोग मोदी के फिर से चुनने के बाद से ही बिल में घुस गए हैं। आधे सेक्युलर हिन्दू बन गए है। उन्हें याद आ गया है वे कुम्भ के मेले में अपने कट्टर हिन्दू भाई से बिछड़े थे। देश को खतरा साम्प्रदायिक ताकतों से तो सदा से रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा खतरा इन्हीं सेक्युलर कौम, दल से है जो आज मुस्लिमों की लिंचिंग पर ख़ामोश बैठे हुए हैं। आज तबरेज़ की हत्या नहीं हुई है, हत्या हुई है देश के मुस्लिमों के उस विश्वास की जो वे इस वतन से रखते आये हैं। दूसरी बात उन अमीर मुस्लिमों से कहना चाहूंगा जो गरीब मुस्लिमों के लिंचिंग पर मुँह से सिले हुए है, आएगा बेटा तेरा भी वक़्त आएगा!'
सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार संगारिया कहते हैं, 'झारखंड में एक और मुस्लिम की मॉब लिंचिंग, संसद में भाजपा सांसदों द्वारा शपथ के दौरान विपक्षी नेताओं को जय श्रीराम कहकर चिढ़ाना और सड़कों पर मुस्लिम युवाओं को "बोल जय श्री राम" "बोल जय हनुमान" कहकर पीटना और लिंच करना, ये है मोदी शाह और भाजपा की विकास नीति।'