Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

बिहार में नीतीश ने लिया लॉक डाउन का निर्णय, कहा मानव ​जाति है खतरे में

Prema Negi
23 March 2020 7:00 AM IST
बिहार में नीतीश ने लिया लॉक डाउन का निर्णय, कहा मानव ​जाति है खतरे में
x

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से पूरी मानव जाति संकट में है। हम सब इस महामारी का डट कर मुकाबला कर रहे हैं, आवश्यक सावधानियां भी बरती जा रही हैं...

पटना से आलोक कुमार की रिपोर्ट

टना में मौत के बाद हड़कंप मच गया है। इस मौत से सुशासन बाबू की सरकार हिल गयी है। आनन-फानन में नौकरशाहरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर दी। इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से पूरी मानव जाति संकट में है। हम सब इस महामारी का डट कर मुकाबला कर रहे हैं। आवश्यक सावधानियां भी बरती जा रही हैं, किंतु इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितांत आवश्यक है। इसका सबसे अच्छा उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है।

यह भी पढ़ें : जनता कर्फ्यू के साथ ही देश में लॉकडाउन की शुरुआत, कई राज्यों ने लिए कठोर फैसले

बैठक में लाॅक डाउन का निर्णय ले लिया। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से आमलोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा तत्काल प्रभाव से फिलहाल 31 मार्च 2020 तक के लिए जिला मुख्यालयों, सभी अनुमंडल मुख्यालयों, सभी प्रखंड मुख्यालयों एवं सभी नगर निकायों के लाॅक डाउन का निर्णय लिया गया है। निजी प्रतिष्ठानों, निजी कार्यालयों एवं सार्वजनिक परिवहन को पूर्णतः बंद किया गया है।

रंतु आवश्यक एवं अनिवार्य सेवाओं से संबंधित प्रतिष्ठानों यथा चिकित्सा सेवाओं,खाघान्न एवं किराने के प्रतिष्ठान,दवा की दुकानों,डेयरी से संबंधित प्रतिष्ठान पेट्रोल पंप एवं सीएनजी स्टेशन, बैंकिंग एवं एटीएम,पोस्ट आफिस तथा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि सेवाओं एवं इन सेवाओं के लिए उपयोग किये जा रहे वाहनों को इस आदेश की परिधि से बाहर रखा गया है।

यह भी पढ़ें : जहां पानी ही अशुद्ध हो वहां हाथ धोना कोरोनावायरस से बचाव के लिए कितना लाभदायक है?

बिहार के तमाम लोगों से अपील है कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही इस मुहिम में अपना पूरा सहयोग दें। जब भी संकट का समय आया है तो हमने सभी लोगों के सहयोग से उस पर विजय पायी है। संकट की इस घड़ी में सरकार सभी लोगों के साथ है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमस ब साथ मिलकर इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम होंगे। मैं सब लोगों से यही अपील करूंगा कि आप सब लोग अपने घर के अंदर रहें, इधर-उधर अनावश्यक आने-जाने की जरूरत नहीं है। इस सब चीजों से संबंधित सारे मामलों की जानकारी दी जारही है।इन सब चीजों का ख्याल रखें और हम सब मिलकर इस परिस्थिति का मुकाबला कर सकते हैं और इसमें कामयाब होंगे।

यह भी पढ़ें : कोरोना के बीच छत्तीसगढ़ में लगा मुर्गा मेला, आदिवासियों की जान की क्या नहीं कोई कीमत

कोरोना वायरस ‘कोविड-19‘ के बढ़ते संक्रमण को देखतु हुए राज्य सरकार द्वारा द एपिडेमिक डिजीजेस एक्ट, 1897 की धारा 2 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सभी जिला मुख्यालय, सभी अनुमंडल मुख्यालय, सभी प्रखंड मुख्यालय एवं सभी नगर निकायों पर पूर्णतः बंद करने का आदेश दिया है। यह आदेश तात्कालिक प्रभाव से फिलहाल 31 मार्च 2020 तक लागू रहेगा।

संबंधित खबर : कोरोना पॉजिटिव डॉक्टरों ने किया 5,080 मरीजों का चेकअप, राजस्थान के भीलवाड़ा में मचा हड़कंप

संबंधित प्रतिष्ठानों/सेवाओं को इस आदेश की परिधि से बाहर रखा जायेगा- निजी क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सा सेवा, दूरसंचार सेवा, बैंकिंग एवं एटीएम सेवायें, डेयरी एवं डेयरी से संबंधित प्रतिष्ठान, खाद्यान एवं किराने के प्रतिष्ठान, फल-सब्जियों की दुकानें, दवा की दुकानें, सर्जिकल आइटम्स से संबंधित संस्थान, पेट्रोल पंप एवं सीएनजी स्टेशन, एलपीजी गैस एजेंसी, पोस्ट आफिस एवं कुरियर सेवायें, ई-काॅमर्स सेवायें, इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया। उक्त अवधि के दौरान मालवाहक वाहन, एंबुलेंस, आवश्यक एवं आपातकालीन सेवाओं से संबंधित वाहनों के परिचालन की अनुमति होगी।

पहली बार पटना महाधर्मप्रांत के चर्च के द्वार बंद किए

पटना महाधर्मप्रांत के 100 साल के इतिहास में पहली बार महामारी नोवेल कोरोना के कारण संडे मास नहीं हो सका। ईसाई समुदाय ने कहा कि वह इस संकट के समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हैं। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान को उसने गंभीरता से लिया और इस कोरोना वायरस पर विजय पाने के लिए वह घर के अंदर ही रहे।

Next Story

विविध