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तीन दिन से भूखा था 8 माह का बच्चा, दूध का इंतज़ाम नहीं कर सकी मां तो मार डाला बच्चे को
तीन दिन से भूख से तड़पते 8 माह के बच्चे के लिए नहीं कर पाई दूध का इंतजाम तो गरीब मां ने गला दबा शांत कर दी मासूम की चीखें
ढाई साल की बेटी ने बताया गुस्से से भरी मां ने उसके भाई का गला दबाकर हत्या कर दी, क्योंकि वह भूख के मारे लगातार रो रहा था और मां के पास उसे पिलाने के लिए नहीं था दूध...
जनज्वार। कोई मां अपने ही कलेजे के टुकड़े के लिए जान जरूर दे सकती है, ऐसा बहुत कम होता है कि वह अपने मासूम की ही जान ले ले। सोचकर ही कलेजा मुंह को आ जाता है, मगर मगर उत्तर प्रदेश स्थित कन्नौज के छिबरामऊ में ऐसा हुआ। मां ने अपने बच्चे को गला घोंटकर इसलिए मार दिया, क्योंकि तीन दिन से भूखे मासूम की चीखें और तकलीफ वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। बच्चे की हत्या के बाद लोगों का मजमा वहां लगा था, मगर उससे पहले उसकी सहायता करने को एक भी हाथ आगे नहीं बढ़ा।
मां द्वारा अपने ही बच्चे का कत्ल कर दिये जाने की घटना ने शासन—प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं कि हर किसी को 2 वक्त की रोटी दिये जाने के दावों के बीच आखिर इतना जघन्य कांड कैसे हो गया। यह ठीक है कि मां ने बेटे का गला घोटकर हत्या की, मगर वह हत्या नहीं भी करती तो भी वह भूख से मर जाता।
जानकारी के मुताबिक कन्नौज के छिबरामऊ में गरीब महिला के पास अपने 8 माह के मासूम के लिए दूध खरीदने को एक पाई भी नहीं थी। जब भूख से चीखते—तड़पते बच्चे को महिला नहीं देख पाई तो उसने कल 11 जुलाई की सुबह गला घोंटकर उसकी आवाज हमेशा हमेशा के लिए शांत कर दी। 3 दिन तक उस गरीब महिला ने मासूम के दूध के इंतजाम के लिए खूब हाथ—पैर मारे, मगर कहीं से उसे कोई सहायता नहीं मिली। दूध का इंतजाम न कर पाने की हताशा में उसने अपने कलेजे के टुकड़े का अंत कर दिया।
पुलिसिया पूछताछ में मां द्वारा छोटे भाई की हत्या किए जाने की जानकारी महिला की ढाई साल की बेटी ने दी। कहा कि मां छोटे भाई के दूध का इंतजाम नहीं कर पा रही थी। 3 दिन से उसने दूध नहीं पिया था और वह चिल्लाता रहता था।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक कन्नौज के छिबरामऊ मोहल्ले के बिरतिया में रहने वाले शाहिद उर्फ शालू की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी, इसलिए दो वक्त की रोटी के जुगाड़ के लिए वह मुंबई चला गया। उसकी पत्नी रुखसार छिबरामऊ में अपने तीन बच्चों के साथ रह रहती है।
दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर के मुताबिक पड़ोसियों ने भी स्वीकारा कि रुखसार का 8 माह का बेटा अहद तीन दिन से भूखा था, मगर लाख हाथ—पैर पटकने के बावजूद रुखसार बेटे के लिए दूध का इंतजाम नहीं कर पायी। अहद के अलावा दोनों बच्चे भी मां से बार बार खाना मांग रहे थे। अहद रात से ही दूध के लिए बेतहाशा रोये जा रहा था। पहले तो वह दूध की जगह बच्चे को बार—बार पानी पिलाने की कोशिश करती रही, मगर जब बच्चे का बर्दाश्त नहीं कर पायी तो गला घोंटकर उसकी भूख हमेशा के लिए शांत कर दी।
जानकारी के मुताबिक रुखसार कुछ दिन पहले वह बच्चों की भूख मिटाने के लिए किसी से सौ रुपये उधार लेकर आई थी, मगर दिन—ब—दिन सुरसा की तरह मुंह फाड़ती महंगाई में आखिर वह 100 रुपये से अपने 3 बच्चों का पेट कितने दिन भर पाती। दोबारा बहुत कोशिश के बाद भी वह बच्चों के लिए खाने का इंतजाम नहीं कर पायी। आठ माह के मासूम के रोने पर वह बार—बार उसे पानी पिलाती।
कल 11 जुलाई की सुबह अपने कलेजे के टुकड़े की हत्या के बाद से रुखसार गुमसुम बैठी नजर आई और पड़ोसियों को भी बच्चे की चीखें नहीं सुनाई दी तो उन्हें कुछ शक हुआ। वे उसके पास आये तो उसने गुस्से में सबको वहां से भगा दिया। मगर ढाई साल की बच्ची ने पड़ोसियों को बता दिया कि मां ने उसके भाई का गला दबाकर हत्या कर दी है, क्योंकि वह भूख के मारे लगातार रो रहा था और मां के पास उसे पिलाने के लिए दूध नहीं था।
जो पड़ोसी बच्चे की चीखों में उसकी सहायता करने नहीं आये, वह बच्ची द्वारा यह बताने पर कि मां ने गुस्से में मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी है, वहां भारी मात्रा में नजर आये। ऐसा लग रहा था मानो वहां मजमा लगा हो। यही हाथ अगर उसकी सहायता को आगे बढ़ते तो शायद एक मां अपने कलेजे के टुकड़े की भूख न मिटा पाने के गुस्से में उसकी हत्या न करती।
रुखसार ने भी पुलिसिया पूछताछ में अपने बच्चे की हत्या की बात कबूली। कहा कि तीन दिन से बच्चों के खाने का इंतजाम करने को लेकर वह बहुत परेशान थी, सौ रुपये उधार लेकर आई थी, मगर दोबारा बहुत कोशिश के बाद भी कुछ नहीं कर पायी। तीन दिन से 8 महीने के बच्चे के लिए दूध नहीं जुटा पा रही थी। जब उसके बच्चे भूख से तड़प रहे थे तब कोई भी हाथ मदद के लिए आगे नहीं बढ़ा और आज तमाशा देखने के लिए भीड़ जुट गई है।
इस मामले की जांच कर रहे कन्नौज के प्रभारी निरीक्षक बलराम मिश्रा के मुताबिक पूछताछ के बाद हमने रुखसार को कोतवाली भेज दिया है। मामले की जांच की जा रही है, परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।