बांद्रा के बाद गुजरात के सूरत में भी सड़कों पर उतरा मजबूर मजदूरों का जनसैलाब, घर जाने की मांग
मंगलवार रात सूरत में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर जमा हो गए थे. ये मजदूर स्थानीय प्रशासन से अपने गृह राज्य जाने देने की अनुमति की मांग कर रहे थे...
जनज्वार। महाराष्ट्र के बांद्रा में मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अफवाह फैलने के चलते सड़कों पर जमा हो गए. जिन्हें बहुत मुश्किल से समझाकर वापस भेजा गया. लेकिन सिर्फ बांद्रा ही नहीं गुजरात के शहर सूरत से भी ऐसे ही खबर सामने आईं. सूरत में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर जमा हो गए. ये मजदूर स्थानीय प्रशासन से अपने गृह राज्य जाने देने की अनुमति की मांग कर रहे थे. हालांकि बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ये लोग मान गए और सड़कें छोड़कर वापस चले गए. सूरत में प्रवासी मजदूर हाथ में प्लेकार्ड लेकर सड़क पर बैठ गए थे. ये लोग पुलिस और प्रशासन से खुद को बिहार, ओडिशा, राजस्थान और यूपी भेजने की मांग कर रहे थे. बड़ी संख्या में लोग धरने पर बैठ गए थे. इन लोगों का आरोप था कि उनके मालिकों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं और उन्हें खाना भी नहीं मिल रहा है. इनका कहना था कि प्रशासन किसी भी तरह से उन्हें गांव भेज दे.
Gujarat: A large group of migrant labourers had gathered in Surat today, demanding permission to return to their native states. They later dispersed after police intervened and persuaded them to vacate the area & return to the place of their stay. pic.twitter.com/PCizDmykBV— ANI (@ANI)
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लॉकडाउन के बावजूद सार्वजनिक स्थान पर लोगों की भीड़ जुटती देख पुलिस वहां पहुंची और लोगों को तितर-बितर किया. सूरत पुलिस ने कहा कि ये मजदूर गांव जाने की परमिशन मांग रहे थे. पुलिस ने इन्हें समझाया और कहा कि लॉकडाउन की वजह से इन्हें अपने राज्यों में लौटने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. सूरत के डीसीपी ने बताया कि सड़क पर जमा हुए ज्यादातर लोग प्रवासी मजदूर थे और ये सभी अपने घर जाना चाहते थे. हमने उन्हें समझाया कि लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है इसलिए किसी भी ट्रांसपोर्ट की मूवमेंट संभव नहीं है. उन्होंने शिकायत की कि उन्हें खाना नहीं मिल रहा है. हमने एक एजेंसी को बुलाया जो खाना दे रही है. हमने लोगों से निवेदन किया है को वो खाना खाएं.
Labourers gathered&wanted to go back to their home states. We explained to them that lockdown is extended so no vehicular movement is possible. They also complained that they're not getting food. We called an agency which is serving food. We're requesting ppl to take it:DCP Surat pic.twitter.com/IQVZLovEcZ— ANI (@ANI)
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वहीं सूरत और मुंबई के प्रवासी मजदूरों का हाल देख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में रह रहे प्रवासी मजदूरों और लोगों से अपील की है कि वो किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें. केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैलाएंगे. उनकी बातों में न आएं. आपको कोई भी अब आपके गांव नहीं लेकर जा सकता. कुछ लोग आपसे कहेंगे कि डीटीसी बसें खड़ी हैं. कहीं भी कोई भी डीटीसी बस नहीं खड़ी है.
#WATCH: Delhi CM appeals to migrant workers&people from other states staying in Delhi. "...Ppl may try to spread rumours.Don't get lured by them. No one can take you to your village now.Someone might tell you DTC buses are standing somewhere. No DTC bus is taking you anywhere..."— ANI (@ANI)
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दरअसल लॉकडाउन खत्म होने और अपने घर लौटने की उम्मीद में मुबंई के बांद्रा में भारी संख्या में प्रवासी मजदूर जमा हो गए थे. ये सभी मजदूर अपने घर लौटना चाह रहे थे. लेकिन इस बीच वहां बढ़ती भीड़ के कारण भगदड़ मच गई और इसे नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इन लोगों को ऐसी अफवाह मिली थी के यहां से ट्रेन सर्विस फिर शुरु होगी और इस चलते लोग हजारों की संख्या में वहां पहुंचे. इन लोगों में ज्यादातर ऐसे थे जो दूसरे राज्यों से मुंबई में काम करते हैं. वहीं मुंबई के बांद्रा इलाके में लोगों की लॉकडाउन तोड़ने के लिए उकसाने के आरोप में नवी मुम्बई पुलिस ने विनय दुबे नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है. बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई इस एफआईआर के अलावा जोन वन के आज़ाद मैदान पुलिस में भी कर्स दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. अफवाह फैलाने वालो के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज करेगी.