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पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित मरीजों को घर पर ही रखने के सरकारी निर्देश से मचा हड़कंप, तबाही की आशंका

Prema Negi
12 April 2020 11:21 AM GMT
पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित मरीजों को घर पर ही रखने के सरकारी निर्देश से मचा हड़कंप, तबाही की आशंका
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कोरोना वायरस के संक्रमण के शुरुआती दिनों में चीन के वुहान में डॉक्टर्स ने पॉज़िटिव मरीजों को घर पर रख कर यही ग़लती की थी, जिसके बाद वहां महामारी फ़ैल गयी थी...

पीयूष पंत की टिप्पणी

जनज्वार। कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर पाकिस्तान में हड़कंप मचा है। इसका कारण पाकिस्तान की इमरान खान सरकार द्वारा सूबों को जारी किये गए नए दिशा-निर्देश हैं।

रअसल केंद्र सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि KOVID-19 से संक्रमित उन्हीं मरीजों को अस्पताल पहुँचाया जाये जो गंभीर रूप से बीमार हैं। जो टेस्ट में संक्रमित तो पाए गए हों, लेकिन उनका संक्रमण हल्का-फुल्का ही हो तो उन्हें घर पर ही अलग कमरे में रख दिया जाये। इससे स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य सुविधाओं का पाकिस्तान में भारी अभाव है, जिस कारण इमरान खान सरकार को यह निर्देश जारी करना पड़ा है।

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गौरतलब है कि ये दिशा-निर्देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सिफारिशों के भी ख़िलाफ़ हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का साफ़ तौर से ये कहना है कि वायरस से संक्रमित मरीजों को ऐसी जगह अलग-थलग रखा जाये, जहां ज़रूरी स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हों।

धर सूबे के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि पांच पन्नों में जारी किये गए दिशा-निर्देश आम मरीजों के पल्ले नहीं पड़ेंगे, ख़ासकर ऐसे मरीजों के जो अनपढ़ या कम पढ़े-लिखे हैं।

र तो और, जारी किये गए नए दिशा-निर्देश हाल में पाकिस्तान दौरे पर आये चीन के चिकित्सा दल द्वारा दिए गए सुझावों के खिलाफ भी हैं।

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पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक पाकिस्तान में आज 12 अप्रैल को सुबह 7 बजे तक कोरोना के 5030 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं और मरने वालों की संख्या 86 है। यानी वहां भी संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

पाकिस्तान के अखबार डॉन में छपी खबर में कहा गया है कि चीनी विशेषज्ञों ने पाकिस्तानी विशेषज्ञों से बातचीत के दौरान साफ़ कह दिया था कि संक्रमित मरीजों को घर पर ही अलग-थलग न रखा जाये। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के शुरुआती दिनों में चीन के वुहान में डॉक्टर्स ने पॉज़िटिव मरीजों को घर पर रख कर यही ग़लती की थी, जिसके बाद वहां महामारी फ़ैल गयी थी।

नके अनुसार घर में रख कर क्वैरेन्टीन करने से अनुशासन पूरी तरह से लागू नहीं हो पाता है और परिवार के दूसरे सदस्यों को संक्रमण होने का ख़तरा बढ़ जाता है।

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धर, पाकिस्तान के पंजाब सूबे के सरकारी अधिकारियों के बीच इन नए दिशा-निर्देशों को लेकर काफी चिंता दिखाई जा रही है। उनका मानना है कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश काफी जोखिम भरे हैं क्योंकि पिछले हफ्ते के दौरान ही पंजाब में संक्रमित लोगों की संख्या अचानक तेजी से बढ़ गयी और इसका कारण घर में रखे गए संक्रमणित मरीजों द्वारा स्थानीय स्तर पर फैलाये गए संक्रमण को ही माना गया।

न्होंने ऐसे कई उदाहरण बताये जिनमें घर पर एकांत में रखे गए मरीजों ने ना केवल निजी समारोह आयोजित किये, बल्कि अपने रिश्तेदारों से भी मुलाक़ात की और इस तरह स्वस्थ लोगों को भी संक्रमित कर दिया।

गौरतलब है कि Ministry of National Health Services, Regulations & Co-ordinations ने 26 मार्च को महामारी के दौरान घर में रहने "सम्बन्धी 40 दिशा-निर्देश जारी किये थे, लेकिन बाद में इनमें सुधार करके 2 अप्रैल को नए दिशा-निर्देश जारी किये, जिसके तहत कोरोनावायरस से संक्रमणित मरीजों को घर में ही एकांत(Isolation) में रखने की बात कही गयी है।

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