न्यूयॉर्क में कोरोना केस बढ़ने से डर के साये में पंजाब के लोग
पंजाब के ग्रामीण इलाके के युवा बड़ी संख्या में विदेश में रहते हैं। वह समय रहते वापस नहीं आ सके। कुछ को तो यह लगता था कि विदेश में उन्हें बेहतर मेडिकल सुविधायें मिलेगी। इस वजह से वापस नहीं आये...
जनज्वार ब्यूरो चंडीगढ़। पंजाब के लोग कोरोना को लेकर दो तरह से डर के साये में जी रहे हैं। एक तो उन्हें डर है कि पंजाब में वायरस तेजी से फैल रहा है। दूसरी ओर यहां से बड़ी संख्या में युवा विदेशों में गये हुये हैं। परिजनों को अब उनकी भी चिंता सता रही है। इसमें बड़ी संख्या ऐसे युवाओं की है, जो न्यूयॉर्क में बसे हुये हैं। न्यूयॉर्क में 42 हजार लोग संक्रमण की चपेट में हैं। होशियारपुर जिले के गाव गिल्यिजन से ही 2,000 से 2,500 लोग न्यूयॉर्क में बसे हैं।
गाँव के सरपंच गुरदीप सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे और बेटी न्यूयॉर्क में हैं। सरपंच ने बताया कि हालांकि अभी तक तो सब ठीक है। लेकिन जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं, इससे वह खासी चिंता में हैं। उन्होंने बताया कि बीमारी फैलने के दौरान उन्होंने अपने परिजनों को वापस आने के लिए बोला था, लेकिन वह नहीं आये। उन्हें लगता था कि तब हालात इतने खराब नहीं होंगे। लेकिन अब वह चाह कर भी वापस नहीं आ सकते।
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कांग्रेस के स्थानीय विधायक संगत सिंह ने बताया कि विदेश में बसे पंजाबियों के बारे में वह जानकारी जुटा रहे हैं। लॉकडाउन की वजह से ज्यादा जानकारी तो नहीं मिल रही है। लेकिन अभी तक जो जानकारी आ रही है, उससे यहीं पता चल रहा है कि अभी वहां सब ठीक है। लेकिन हालात यदि खराब होते है तो दिक्कत आ जायेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब से अमेरिका, अस्ट्रेलिया, इटली, जर्मनी, इंग्लैंड समेत कई देशों में गये हुये हैं।
सीएम ने यह भी बताया कि पंजाब में अगले कुछ दिनों में पांच हजार आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की जा रही है। हम बुरे से बुरे हालात से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम कोरोना से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों के लिये सुरक्षा उपकरणों की कमी नहीं रहने दी जायगी। इसके लिए आर्डर दिया गया है। इसके साथ ही वेंटिलेटर और दूसरे उपकरण मंगवाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है।
सीएम ने बताया कि अगले कुछ दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसमें देखा जाएगा कि वायरस के फैलने की रफ्तार क्या है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह बस सहयोग करे। यदि किसी को भी ऐसा कोई लक्ष्ण नजर आये तो तुरंत डाक्टरों से संपर्क करे। उन्होंने यह भी कहा कि लोग घरों में रहे। क्योंकि तभी हम वायरस को फैलने से रोकने में पूरी तरह से कामयाब रहेंगे।