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विदेशी पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए बाजार को और अधिक खोलने पर जोर देगा चीन

Prema Negi
5 March 2019 7:36 PM IST
विदेशी पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए बाजार को और अधिक खोलने पर जोर देगा चीन
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बीजिंग में हुआ एनपीसी का आगाज, हजारों प्रतिनिधि ले रहे हिस्सा

पिछले साल चीन का जीडीपी 900 खरब युआन था। जिसकी वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत से अधिक रही। शहरों में 1 करोड़ 36 लाख 10 हजार लोगों को नये रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों की आबादी में 1 करोड़ 38 लाख 60 हजार की रिकार्ड कमी दर्ज की गयी है...

बीजिंग से अनिल आज़ाद पांडेय की रिपोर्ट

आज मंगलवार 5 मार्च को ग्रेटहॉल ऑफ बीजिंग में 13वीं एनपीसी के दूसरे पूर्णाधिवेशन का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। इस दौरान हज़ारों प्रतिनिधियों और मीडिया की मौजूदगी में चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने सरकारी कार्य रिपोर्ट प्रस्तुत की।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि शहरों में 1 करोड़ 36 लाख 10 हजार लोगों को नये रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों की आबादी में 1 करोड़ 38 लाख 60 हजार की रिकार्ड कमी दर्ज की गयी है। इसके साथ ही नागरिकों की आय में 6.5 फीसदी का इजाफा देखा गया।

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बकौल चीनी प्रधानमंत्री गंभीर चुनौतियों का सामना करने के बावजूद चीन ने 2018 के आर्थिक व सामाजिक विकास के मुख्य लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। संपूर्ण खुशहाल समाज के निर्माण में भी व्यापक प्रगति मिली है।

उन्होंने कहा कि पिछले साल चीन का जीडीपी 900 खरब युआन था। जिसकी वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत से अधिक रही। शहरों में 1 करोड़ 36 लाख 10 हजार लोगों को नये रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों की आबादी में 1 करोड़ 38 लाख 60 हजार की रिकार्ड कमी दर्ज की गयी है। इसके साथ ही नागरिकों की आय में 6.5 फीसदी का इजाफा देखा गया।

इसके साथ ही चीन ने आर्थिक विकास का अपेक्षित लक्ष्य 6 से 6.5 प्रतिशत तक निर्धारित किया है। चीनी पीएम कहते हैं कि चीन के आर्थिक विकास के लिए माहौल चुनौतीपूर्ण है। इस सबके बाद भी इस साल शहरों में एक करोड़ दस लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है। रोजगार प्राथमिकता को पहली बार सरकारी मैक्रो नीति में शामिल किया गया है।

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इसके अलावा चीन उचित आर्थिक प्रचालन को बनाए रखने के लिए सक्रिय वित्तीय नीति और स्थिर व स्वस्थ मुद्रा नीति अपनाएगा। वित्तीय घाटे की दर को 2.8 फीसदी पर रखा जाएगा, जो साल 2018 के मुकाबले 0.2 फीसदी अधिक है। कुल केंद्रीय और स्थानीय वित्तीय घाटा 27 खरब 60 अरब युआन होगा।

गौरतलब है कि एनपीसी के सत्र के दौरान पिछले साल के बजट की कार्यान्वयन स्थिति और साल 2019 के बजट के मसौदे की रिपोर्ट पर विचार भी किया जाएगा। इसके साथ ही एनपीसी की स्थायी समिति की कार्य रिपोर्ट पर विचार करने के अलावा चीनी सर्वोच्च जन अदालत व चीनी सर्वोच्च जन प्रोक्यूरेटोरेट कीरिपोर्ट पर भी चर्चा की जाएगी।

इस दौरान प्रतिनिधि रास्ते व मंत्री रास्ते का आयोजन भी किया गया, इस दौरान मीडिया को इन प्रतिनिधियों और मंत्रियों से रूबरू होने का मौका मिला। यहां बता दें कि एनपीसी के दूसरे पूर्णाधिवेशन का समापन 15 मार्च को होगा।

एनपीसी के प्रतिनिधि पूर्णाधिवेशन के दौरान न केवल पीएम द्वारा पेश सरकारी कार्य रिपोर्ट पर विचार करेंगे, बल्कि 2018 में चीन की राष्ट्रीय आर्थिक व विकास योजना की कार्यान्वयन स्थिति और 2019 में इस योजना के मसौदे की रिपोर्ट पर भी चर्चा करेंगे।

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इस बार के पूर्णाधिवेशन में विदेशी पूंजी निवेश को आकर्षित करने और चीन के बाजार को और अधिक खोलने पर भी जोर दिया जाएगा। इस दिशा में विदेशी पूंजी निवेश कानून अहम भूमिका निभा सकता है। इसका मकसद विदेशी उद्यमों और निवेशकों के हितों का संरक्षण करना है।

(चाइना मीडियाग्रुप के हिंदी रेडियो में वरिष्ठ पत्रकार अनिल आज़ाद पांडेय चीन-भारत मुद्दों पर अकसर भारतीय व अंतरराष्ट्रीय मीडिया में समसामयिक टिप्पणी लिखते हैं। इसके साथ ही ‘हैलोचीन’ पुस्तक के लेखक भी हैं।)

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