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UP में तांत्रिक ने बेटों संग मिलकर 16 साल के लड़के को उतारा नृशंसता से मौत के घाट, हिरासत में आरोपी
पड़ोसी भी दबे स्वर में कहते हैं, बुरी तरह जान लेने से पहले गोविंद की जीभ काटी गयी थी, लाश देखकर लग रहा था कि उसे बुरी तरह प्रताड़ित करके तिल-तिलकर जान ली गयी थी...
मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार। यूपी के कानपुर स्थित मंधना के एक गांव में रहने वाले परिवार में जिस 16 साल के लड़के की जीभ काटने के बाद हत्या कर दी गयी थी, उसकी माँ बात करते हुए बदहवास हो रही थी। जिस बहन की 15 जून को बारात आने वाली थी, भाई की मौत के बाद उसके आंसू थमने का नाम नहीं रहे थे। जिस बुजुर्ग बाप के हाथ खराब हो चुके हैं, वह अपने बेटे के कातिलों को सजा दिलाने के लिए न्याय की मांग कर रहा है।
ये पूरा नजारा है कानपुर के पेम गांव का, जहां के एक परिवार ने अपने घर का कमाऊ पूत खो दिया है, बुजुर्ग बाप का सहारा छिन गया है। 16 वर्षीय गोविंद की हत्या के पीछे कारण तंत्र—मंत्र भी एक कारण बताया जा रहा है। विष्णु शर्मा का परिवार गोविंद की हत्या में आरोपी है और विष्णु शर्मा तांत्रिक का काम भी करते हैं। पुलिस ने भी शुरुआत में कहा था कि गोविंद की हत्या का कारण जादू—टोना है। तांत्रिक परिवार ने उसकी बलि दी है।
पड़ोसी भी दबे स्वर में कहते हैं, बुरी तरह जान लेने से पहले गोविंद की जीभ काटी गयी थी। लाश देखकर लग रहा था कि उसे बुरी तरह प्रताड़ित करके तिल—तिलकर जान ली गयी थी।'
जब जनज्वार टीम मंधना के पेम गांव में घटनास्थल वाले घर में पहुंची तो पूरा का पूरा दृश्य हृदय विदारक था। माँ रह-रहकर हत्यारों को कोस रही थी, बहन जिसकी 15 जून को गांव में बारात आनी है फूट—फूटकर रो रही थी। बाप हाथ जोड़कर न्याय दिलाने की गुहार लगा रहा था।
गौरतलब है कि कानपुर के बिठूर में किसान प्रेम सागर अपने दो बेटो, दो बेटियों और पत्नी सहित पेम गांव में रहते हैं। उनके परिवार में छोटा बेटा गोविंद सभी भाई बहनों में सबसे अधिक होनहार था। नौवीं कक्षा पास कर 10वीं में गया 15 वर्षीय गोविंद पढ़ाई के साथ-साथ पूरे घर का आर्थिक भार भी वहन कर रहा था, क्योंकि पिता का हाथ खराब था। वह हर मौसम के मुताबिक पढ़ाई और काम दोनों करता था। घर के बाहर उसकी मौत के बाद उसी की कमाई से बनाई गई ठिलिया अब बेकाम हो चुकी है।
गोविंद के भाई आनंद 28 मई के दिन की घटना को याद कर बताते हैं कि भाई घर मे बैठा था। पड़ोस में रहने वाले विष्णु शर्मा का बेटा अमन उसे बुलाकर ले गया। गोविंद ने घर से 5 रुपये मांगे। रुपये लेकर वह निकल गया। जब देर रात भी वह घर नहीं आया तो परिजन ढूंढने निकले, पर उसका कोई अता-पता नहीं चला। परिजनों ने उसे बुलाने आये लड़के के घर जाकर पता किया, पर उसने कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि उल्टा गोविंद के परिजनों को डांट-डपट कर भगा दिया गया।
शुक्रवार 29 मई की सुबह किसी ने गोविंद के घर वालों को आकर बताया कि उसकी लाश पास की झाड़ी में खून से तरबतर पड़ी हुई है। घर वाले बदहवास सी हालत में भागकर वहाँ पहुंचे तो देखा लाश गोविंद की ही थी। गोविंद की मां बिलख—बिलख कर कहती है, 'हाय भईया बच्चे का मुंह, छाती कमर सब काली पड़ी हुई थी। पता नहीं कैसे मारा है, ईंटे से कुचला है कि सरिया मारी है, पता नहीं क्या किया है मेरे पूत के साथ, भगवान तुम देखना न्याय करना, जैसे मेरे लाल को बेरहमी से मारा है।'
हम चलकर उस झोपड़ी तक भी गए जहां गोविंद की हत्या की गयी थी। सुनसान जगह पर बनी झोपड़ी के चारों तरफ कटीले तारों और झाड़ीनुमा पौधों का घेरा बना हुआ था। झोपड़ी के अंदर जाने पर कुछ विचित्र से सीन दिख। झोपड़ी में कुछ ऐसा लग रहा था जैसे यहां कुछ संघर्ष हुआ हो, अंदर फैले कपड़े और बर्तन शायद हत्या किए जाने और उसके पहले मारने बचने की गवाही दे थे। झोपड़ी के एक कोने में ताजा खोदा गया गड्ढा भी था। और भी कई एक चीजें थी जो तंत्र—मंत्र की सिद्धि किये जाने की तरफ इशारा कर रही थीं।
पुलिस ने भी शुरुआती छानबीन के बाद कहा कि गोविंद को घर से बुलाने के बाद कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया गया था। बेहोश होने के बाद उसे रातभर भूतियानुमा झोपड़ी में बन्द रखा गया। 29 मई की तड़के दोनों भाइयों अमन और अमित ने उसकी हत्या की, जिसमे दोनों के पिता ने भी साथ दिया।
कहा यह भी जा रहा है कि 28 मई की दोपहर का गोविंद का अमन से रुपयों को लेकर लेनदेन का विवाद भी हुआ था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि गोविंद को गला दबाकर मारने के बाद साबड़ से उसके गले को गोदा गया था।
सीओ कल्याणपुर अजय कुमार ने इस मामले में जनज्वार को बताया कि गोविंद पढ़ाई के साथ साथ चाउमीन और सब्जी की दुकान भी लगाता था। तांत्रिक बताए जाने वाले विष्णु शर्मा के लड़के अमन ने गोविंद से 5 हजार रुपये भी उधार लिये हुए थे। इन रुपयों को वह वापस नहीं कर रहा था, जिसे लेकर भी विवाद हुआ था।
फिलहाल पुलिस ने तीनों हत्यारोपी बाप-बेटों को जेल भेज दिया है।