साध्वी पदमावती बोलीं 'हॉस्पिटल में मेरा हो सकता है बलात्कार', गंगा बचाने के लिए पिछले 48 दिनों से हैं अनशन पर
साध्वी पदमावती बोलीं, अगर मेरा रेप के बाद होती है हत्या तो समझिये कि यह भारतवर्ष के साथ बलात्कार है, भारत मां का रेप है, एक साध्वी नहीं बल्कि गंगा मां का बलात्कार है….
जनज्वार। गंगा बचाने के लिए लगभग 2 महीने सो आमरण अनशन पर बैठीं साध्वी पदमावती ने त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार के इशारे पर मुझे अपहरण करके पुलिस हॉस्पिटल में लायी है। मुझे यहां के डॉक्टरों पर शक हो रहा है। पिछले डेढ़-दो महीने से मेरा आमरण अनशन चल रहा है और ये लोग तब से मेरा यूरिन टेस्ट कर रहे हैं, जिसमें किटोन कभी नेगेटिव आता है और कभी पॉजिटिव।
हरिद्वार के मातृसदन आश्रम के मुताबिक गंगा बचाने के लिए अनशन पर बैठीं साध्वी पदमावती को पुलिस 30 जनवरी की रात 11 बजे जबरन उठाकर ले गयी। वहीं पुलिस का कहना है कि धारा 144 लगी है, इसलिए साध्वी पदमावती को गिरफ्तार किया गया है, जबकि सच ये है कि वह गंगा बचाने के लिए पिछले 15 दिसंबर से अन्न त्याग कर 46 दिनों से भूख हड़ताल पर थीं। गिरफ्तारी के वक्त 100 से ज्यादा पुलिस वाले मौजूद थे।
डॉक्टर मुझ पर 2 महीने की गर्भवती होने का आरोप भी लगा रहे हैं, जबकि अभी-अभी जो यूरिन टेस्ट हुआ है उसमें रिजल्ट नेगेटिव आया है। इससे मुझे लगता है शासन-प्रशासन मुझे मारने-खत्म करने से पहले मेरा बलात्कार करवायेंगे। जिस तरह सानंद, निगमानंद जी को जहर देकर मारा गया था, मुझे भी वैसे ही मारेंगे, मगर मुझे आशंका है कि उससे पहले ये लोग मेरा रेप करेंगे। ऐसा हमारे देश में महिलाओं के साथ होता आ रहा है।
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साध्वी रोते हुए इस वीडियो में कहती सुनायी दे रही हैं, 'मैं बिल्कुल शुद्ध और पवित्र हूं। मां गंगा मेरी पवित्रता की साक्षी है। यही नहीं डॉक्टरों की रिपोर्ट भी इसकी साक्षी है कि मुझ पर गलत इल्जाम लगाया जा रहा है। पिछले दो महीने से मेरा टेस्ट होता आ रहा है और आज की रिपोर्ट उससे उलट है। इसलिए मुझे मानहानि का 100 करोड़ का जुर्माना देना होगा डॉक्टर को, जिसने मुझ पर इल्जाम लगाया है कि मैं प्रेग्नेंट हूं। साध्वी पदमावती ने आरोप लगाया कि ये सरकार मेरा रेप करके मरवाने का षड्यंत्र रच रही है।
इस सारे प्रकरण के लिए साध्वी पदमावती उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रधानमंत्री मोदी को दोषी ठहराती हैं। कहती हैं शासन—प्रशासन इसके लिए दोषी हैं। अगर मेरा रेप होता है तो समझिये कि यह भारतवर्ष के साथ बलात्कार है, भारत मां का रेप है, गंगा मैया का रेप है। मेरा रेप हुआ तो समझना कि यह एक साध्वी नहीं बल्कि गंगा मां का बलात्कार है।
गौरतलब है कि 30 जनवरी को जब पुलिस आश्रम से उठाकर साध्वी पदमावती को ले गयी तो आश्रम के संन्यासियों का आरोप है कि साध्वी पदमावती के विश्राम कक्ष के गेट को पुरुष पुलिसवालों ने तोड़कर प्रवेश किया और पीछे महिला पुलिस ने जबरन उठा ले गयी। आश्रम के संतों के अनुसार, साध्वी पदमावती को पुलिस कहां ले गई, उसकी जानकारी आश्रम को नहीं दी गई।