संबित ने छत्तीसगढ़ पुलिस से पूछी लोकतंत्र की परिभाषा, पुलिस ने पात्रा की बोलती बंद की
जनज्वार। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से जारी नोटिस को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल मची हुई है। इसको लेकर कांग्रेस और पात्रा में वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, रायपुर पुलिस ने पात्रा को 20 मई को पूछताछ के लिए थाने में मौजूद रहने का नोटिस जारी किया है।
दरअसल, 12 मई को संबित पात्रा ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उसे पांच पिलर पर खड़ा रहना होगा। 1. Economy 2. Infrastructure 3. System 4. Demography 5 Demand #atmanirbharbharat।
पात्रा के इस ट्वीट को टैग करते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘जी बिल्कुल सहमत हूँ संबित जी। देश का साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे, देश आत्मनिर्भर बने उसके लिए पुलिस बल भी 5 पिलर पर मजबूत रहता है। कल से प्रतिदिन 5 दिनों तक 1 पिलर के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी।
Dear Chhattisgarh Police,
क्या ये है आपकी democracy की परिभाषा?
ये है दोस्तों Chhatishgarh सरकार के लोकतंत्र के pillars?
DG साहब ruling पार्टी के official Twitterहैंडल से ये ट्वीट होता है!
मैं जानना चाहता हूँ Police DG साहब क्या ये ट्वीट आपके सहमति से हुई?? https://t.co/X8QDyVnXAm
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 14, 2020
कांग्रेस का यह ट्वीट संबित को बेहद अखरा और उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस से लोकतंत्र की परिभाषा पूछ डाली और उन पर कांग्रेस से मिले होने का आरोप जड़ दिया। अपने ट्वीट में पात्रा ने लिखा, ‘Dear Chhattisgarh Police, क्या ये है आपकी democracy की परिभाषा? ये है दोस्तों Chhatishgarh सरकार के लोकतंत्र के pillars? DG साहब ruling पार्टी के official Twitterहैंडल से ये ट्वीट होता है! मैं जानना चाहता हूँ Police DG साहब क्या ये ट्वीट आपके सहमति से हुई?
आप मूर्ख हैं या धूर्त, आपके इस ट्वीट के बाद यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है।
1. हमारे ट्वीट में कहीं भी छत्तीसगढ़ पुलिस का ज़िक्र नहीं है
2. देश की पुलिस की सामान्य क्रियाविधि का ज़िक्र है
यदि आप इन पिलर्स को नहीं पहचान पा रहे हैं, तो यह हमारी सनातन परंपरा का अपमान है। https://t.co/9OVImkRwYT
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) May 14, 2020
इसके जवाब में कांग्रेस फिर ट्वीट किया, जो इस प्रकार है, ‘और Mr. पात्रा छत्तीसगढ़ पुलिस किसी भी आरोपी को ट्विटर पर जवाब नहीं देती। आपको नोटिस जारी हुआ है, 20 तारीख़ को सीधा सिविल लाइंस थाने में सुबह 11 बचे, सिलाई मशीन के बिना पहुँचें। ट्रेन, फ़्लाइट का बहाना मत बनाना, #आत्मनिर्भर बनो।
.@sambitswaraj धार्मिक अनुशासन बना रहे इसलिए हमारे धर्म में दंडी स्वामी का प्रावधान है। शायद आप दंडी स्वामी के बारे में न जानते हों।
क्योंकि आपके लिए सिर्फ़ नागपुर वाली लाठियाँ हाथों में थामे जो खड़े हैं वही सबकुछ हैं।
5 दंड एक साथ देखकर डर गये, तो शाखा में कैसे कर पाते होगे? https://t.co/1dvXiHXdTT
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) May 14, 2020
कांग्रेस ने एक और ट्वीट में लिखा, बचपन से ही शाखाओं में बच्चों के हाथ में लाठियाँ थमा देने वाले पुलिस के 5 सम्मानित दंड देखकर काँपने लगे। ये डर हमें अच्छा लगा।
और Mr. पात्रा छत्तीसगढ़ पुलिस किसी भी आरोपी को ट्विटर पर जवाब नहीं देती।
आपको नोटिस जारी हुआ है, 20 तारीख़ को सीधा सिविल लाइंस थाने में सुबह 11 बचे, सिलाई मशीन के बिना पहुँचें।
ट्रेन, फ़्लाइट का बहाना मत बनाना, #आत्मनिर्भर बनो। https://t.co/9OVImkRwYT
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) May 14, 2020
इसके साथ ही कांग्रेस ने लोकतंत्र के प्रथम स्तंभ का उल्लेख किया है, प्रथम पिलर 1. समाज में अगर किसी नागरिक के किसी भी कृत्य के कारण अस्थरिता पैदा हो रही है, उस पर संज्ञान लेना पुलिस का कार्य है, टीप- इसमें वर्तमान समय में खटमल के कृत्य भी गिने जाते हैं।