- Home
- /
- अंधविश्वास
- /
- अंधविश्वास : कोरोना ना...
अंधविश्वास : कोरोना ना फैले इसलिए देवता को खुश करने के लिए युवक ने चढ़ाई अपनी जीभ की बलि
गुजरात के बनासकांठा जिले में मध्यप्रदेश के एक प्रवासी युवक ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए काटी अपनी जीभ, अस्पताल में भर्ती...
जनज्वार, पालनपुर। मध्यप्रदेश के एक चौबीस वर्षीय प्रवासी ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए अपनी जीभ काट दी। 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक युवक ने देवता को खुश करने के लिए अपने जीभ की बलि दी।
रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना बनासकांठा जिले के सुगम तालुका के नदेश्वरी में हुई। यह गांव भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 18 किमी दूर स्थित है।
संबंधित खबर: खुद को मुस्लिम बता थूककर कोरोना फैलाने की धमकी देने वाले तीनों युवक निकले हिंदू
शर्मा के सहकर्मी बृजेश सिंह साब सिंह ने पुलिस को बताया कि वह पहले से ही काली माता के भक्त थे और देवी मां के नाम का जाप करते थे। शनिवार को भवानी मंदिर से निकलते वक्त उन्होंने कहा कि वह बाजार जा रहे हैं। हालांकि जब वह लौटे नहीं तो उनके भाई ने फोन कॉल किया। किसी और ने फोन पर बताया कि विवेक ने नादेश्वरी मंदिर में अपनी जीभ काट ली है।
विभाग के सूत्रों ने कहा कि उन्हें लगा कि जीभ बलिदान नदेशेश्वरी माताजी को प्रसन्न करेगी और कोरोनोवायरस फैलने से रोकेगी। सुगम के पुलिस सब इंस्पेक्टर एचडी परमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वह मध्य प्रदेश में अपने मूल शहर में वापस जाने के लिए उत्सुक था। लेकिन लॉकडाउन के कारण यह असंभव था। आज उसने बिना सोचे समझे अपनी जीभ काट दी।
उन्होंने बताया कि हमने उसे अपने हाथ में जीभ के साथ मंदिर परिसर में बेहोश पड़ा हुआ पाया। पुजारी ने सीमा सुरक्षा बल के कमांडर को बुलाया और शर्मा को थराद शहर के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, डॉक्टर उनकी जीभ को फिर से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
इस घटना को लेकर थराड के डीएसपी एस के वला ने कहा कि पूरी तरह से जांच के बाद ही हम इसके सही कारण जान पाएंगे।