Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा- सरकारी लैब हो या फिर निजी, मुफ्त में कराई जाए कोरोना की जांच

Janjwar Team
8 April 2020 3:04 PM GMT
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा- सरकारी लैब हो या फिर निजी, मुफ्त में कराई जाए कोरोना की जांच
x

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि ऐसा तंत्र भी विकसित कीजिए, जिससे टेस्ट के लिए लोगों से ज्यादा फीस ली जाए तो उसे सरकार वापस लौटाए...

जनज्वार। कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए इस समय 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। बावजूद इसके मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए कोरोना वायरस की जांच कराना आसान नहीं था। लेकिन बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को एक आदेश देकर बड़ी राहत दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण की जांच मुफ्त की जाए, भले ही यह सरकारी लैब में हो या फिर निजी लैब में। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि केंद्र इस संबंध में तुरंत जरूरी निर्देश जारी करे। कोर्ट ने केंद्र से कहा कि ऐसा तंत्र भी विकसित कीजिए, जिससे टेस्ट के लिए लोगों से ज्यादा फीस ली जाए तो उसे सरकार वापस लौटाए।

जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस रवींद्र भट की बेंच को केंद्र ने बताया कि देशभर में 118 लैब में रोजाना 15 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं और हम इसकी क्षमता बढ़ाने के लिए 47 प्राइवेट लैब को भी जांच की मंजूरी दे रहे हैं। डॉक्टरों और स्टाफ पर हमले के मद्देनजर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा कि डॉक्टर हमारे कोरोना वॉरियर्स हैं, उन्हें सुरक्षा दी जा रही है।

संबंधित खबर : कोरोना फैलाने की अफवाह में झारखंड में गई एक और जान

सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट शशांक देव सुधि ने याचिका दायर कर कहा था कि कोर्ट केंद्र और अधिकारियों को निर्देश दे कि कोरोनावायरस संक्रमण की जांच मुफ्त में की जाए, क्योंकि यह बेहद महंगी है।

Next Story

विविध