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शिक्षा

योगेंद्र यादव के साथ पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में ABVP ने की मारपीट

Prema Negi
5 Jan 2020 11:44 PM IST
योगेंद्र यादव के साथ पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में ABVP ने की मारपीट
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JNU के बाहर योगेंद्र यादव के साथ ABVP से जुड़े लोगों ने की मारपीट, योगेंद्र यादव बोले जेएनयू कैंपस के अंदर पुलिस की मौजूदगी में चल रही है गुंडागर्दी

जनज्वार। स्वराज अभियान के प्रमुख योगेंद्र यादव पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर के बाहर आज रविवार 5 जनवरी को रात 10 बजे के बाद ABVP के लोगों द्वारा हमला किया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

खुद के साथ हुई इस मारपीट के बाद योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया है, पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में मेरे ऊपर भीड़ ने हमला किया, उस वक्त मेरे साथ संस्कृत विभाग के प्रोफेसर मिश्रा भी थे। थोड़ी चोट आई है, लेकिन मैं सुरक्षित हूं। जेएनयू के उत्तरी गेट के बाहर मुझे रखा गया है। पुलिस की सुरक्षा में कैम्पस के अंदर गुंडों की तोड़फोड़ जारी है।"

गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में आज 5 जनवरी की शाम में जेएनयू छात्र संघ और एबीवीपी के सदस्यों के बीच झड़प हुई थी, उससे पहले कल 4 जनवरी को भी एबीवीपी के लोगों ने जेएनयू छात्रसंघ महासचिव सतीश कुमार यादव और अन्य छात्रों के साथ मारपीट की थी, जिसमें एक छात्रा का हाथ और एक का पैर टूटा गया।

मारपीट पर योगेंद्र यादव ने कहा कि जब एबीवीपी के लोगों ने मेरे साथ मारपीट की तब पुलिसकर्मी वहां खड़े थे, लेकिन कुछ नहीं कर रहे थे। यदि पुलिस डरी हुई है तो वह अपनी वर्दी उतार सकती है।"



जानकारी के मुताबिक जेएनयू छात्रसंघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सदस्यों के बीच आज शाम में विश्वविद्यालय परिसर में झड़प हुई, जिसमें एबीवीपी के लोगों ने हॉस्टल के अंदर घुसकर जेएनयू छात्रसंघ से जुड़े लोगों से मारपीट की। इसमें छात्रसंघ अध्यक्ष को बुरी तरह पीटा गया। आइसी घोष और कुछ अन्य छात्रों के खून से सने फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस घटना को एबीवीपी से जुड़े लोगों ने तब अंजाम दिया जब विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ द्वारा एक बैठक आयोजित की गयी थी।

घायल छात्रों को एम्स में भर्ती करया गया है। मारपीट में एक महिला शिक्षक के भी घायल होने की सूचना है।

स घटना पर दुख प्रकट करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि जेएनयू में हुई हिंसा बेहद चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं कैंपस के भीतर हिंसा की निंदा करता हूं। मैं सभी छात्रों से विश्वविद्यालय की गरिमा बनाए रखने और परिसर में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।'

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