Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

हरियाणा में आवारा पशु बने जान माल के लिए मुसीबत, भाजपा सरकार को कागजी घोषणाणों से नहीं फुर्सत

Prema Negi
25 Aug 2019 1:58 PM IST
हरियाणा में आवारा पशु बने जान माल के लिए मुसीबत, भाजपा सरकार को कागजी घोषणाणों से नहीं फुर्सत
x

हजारों की तादाद में गाय-सांडों के अलावा, अनगिनत कुत्तों और बंदरों के आतंक से पूरा हरियाणा खौफ में है। कुत्तों के काटने की अनेक घटनाओं में कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं तो बंदरों के काटने की घटनायें भी आये दिन खबरों में छायी रहती हैं....

जनज्वार। हरियाणा में मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक बेसहारा पशुओं, कुत्तों और बंदरों का आतंक व्याप्त है। इन आवारा जानवरों से लोग बहुत परेशान हैं।

रियाणा के प्रमुख शहरों में शामिल हिसार के मेन बाजार, पाॅश इलाके हों या फिर गली-मोहल्ले, हर जगह बेसहारा पशुओं की भरमार नजर आ जाती है। ये आवारा पशु आये दिन दुर्घटनाओं का सबब बनते रहते हैं। वही सोनीपत में भी भारी मात्रा में आवारा पशु दुर्घटनाओं का कारण हैं।

ड़कों-गलियों में आतंक मचाये इन पशुओं में कुत्तों, आवारा गायों, सांडों के अलावा वे गायें भी शामिल रहती हैं, जिन्हें दूध निकालकर इनके मालिक सड़कों पर आवारा घूमने के लिए छोड़ देते हैं।

जारों की तादाद में गाय-सांडों के अलावा, अनगिनत कुत्तों और बंदरों के आतंक से पूरा पानीपत खौफ में है। कुत्तों के काटने की अनेक घटनाओं में कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं तो बंदरों के काटने की घटनायें भी आये दिन खबरों में छायी रहती हैं।

वारा पशुओं में गायों और सांडों के अलावा कुत्ताें और बंदराें का भी भारी आतंक व्याप्त है। हिसार स्थित सिविल अस्पताल की रिपाेर्ट की मानें तो पूरे जिले में राेजाना सौ से ज्यादा मरीज अस्पतालाें में पहुंच रहे हैं, जाे कुत्ताें, बंदराें व अन्य जानवराें के काटे हुए हाेते हैं।

म आदमी पार्टी के हरियाणा प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर कहते हैं, 'जो भाजपा गाय के नाम पर वोट लेकर सत्ता में आयी है और गाय के नाम की राजनीति करती है, उसकी राज्य और केंद्र में सरकार है, मगर यही आवारा गोवंश दुर्घटनाओं और लोगों की परेशानी का सबब बन रहा है। सरकार बजाय कुछ करने के हाथ पर हाथ धरे बैठी है, फिर चाहे इन आवारा पशुओं के चलते होने वाली दुर्घटनाओं में लोग अपनी जान गंवाते रहें। जल्द ही शासन-प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया और गाय, नन्दी, बंदरों-कुत्तों से आम जनता को निजात न दिलायी तो हम लोग फिर से गाय व नन्दी को हांककर मंत्री आवास पर छोड़ देंगे, जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।

सोनीपत के पटेल नगर निवासी रेखा की आंख इतनी बुरी तरह जख्मी हो गयी बंदर के हमले में

जकल सोनीपत शहर में गाय, सांडों, कुत्तों और बंदरों के आतंक से महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर कहते हैं, बन्दर व गाय पकड़ने के नाम पर सरकार ने लाखों का खर्च कागजों में दिखाकर घोटाला किया है। यह हालात तब है, जबकि सोनीपत की ही नगर निकाय मंत्री महोदया हैं।'

गौरतलब है कि दो साल पहले आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने दौ सौ गाय और सांड मंत्री आवास पर छोड़े थे, तो शहर में गौशालायें निर्मित कर कुछ राहत हुई थी, मगर अब फिर से हालात बद से बदत्तर हो गए हैं।

वारा जानवरों का इतना ज्यादा आतंक व्याप्त होने के बावजूद शासन-प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता कि जनता इनसे कैसे निपटती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारी सुरक्षा के लिए आवारा पशुओं से बचाव की तरफ शासन प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है। अपने साथ होने वाली किसी भी जानलेवा दुर्घटना के लिए जैसे हम खुद जिम्मेदार हों।

हां देश और प्रदेश में सत्तासीन भाजपा गाय के नाम पर खूब राजनीति करती है, वहीं गौवंश आये दिन दुर्घटनाओं का सबब बन रहा है। हर राेज पैदल चलने वाले और वाहनों में सवार लोग पशुओं के कारण हादसों का शिकार हाे रहे हैं। न सिर्फ हादसे बल्कि कई लोग अपनी जान भी गंवा बैठे हैं।

न हादसों में किसी की हड्डी टूटती है ताे कोई गंभीर रूप से जख्मी होता है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम व प्रशासन पशु पकड़ने के लिए लम्बी-चाैड़ी बैठक कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेता है। शासन प्रशासन का यह अभियान कागजाें तक सीमित हाे गया है। पशु पकड़ने वाले ठेकेदार गाय काे पकड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर छाेड़ देते हैं। इसके चलते गायाें की संख्या घटने की बजाय और बढ़ रही है। सड़कों पर घूमती आवारा गायें-सांड और कुत्ते कहीं पर भी दिखायी देते हैं। यही नहीं कई बार तो मुख्य सड़कों पर दर्जनों गायें-सांड आराम फरमाते नजर आ जाते हैं, जिससे पूरा ट्रैफिक जाम हो जाता है।

सिर्फ हिसार शहर की बात करें तो यहां रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, फव्वारा चाैक, अनाज मंडी, नई सब्जी मंडी, पुरानी सब्जी मंडी, दिल्ली राेड, जिंदल चाैक, राजगढ़ राेड, नागाेरी गेट, तलाकी गेट, रेड स्क्वेयर और ग्रीन स्क्वेयर मार्केट, राजगुरु मार्केट, पुल तेलियान, पड़ाव, आटो मार्केट, मिल गेट राेड, शांति नगर, कैमरी राेड, डाबड़ा चाैक, माॅडल टाउन व मलिक चाैक क्षेत्रों में भारी संख्या में आवारा पशु देखे जा सकते हैं। पॉश इलाकों में भी आवारा पशुओं के झुंड हर समय नजर आते हैं। न केवल रिहायशी इलाकों बल्कि मिनी सचिवालय, अदालत परिसर, सिविल अस्पताल, सरकारी स्कूल परिसर, राजकीय काॅलेज सहित अनेक स्कूल परिसराें में भी आवारा पशु बेधड़क घूमते देखे जा सकते हैं।

Next Story

विविध