गौसेवा का लाखों अनुदान लेने वाले भाजपा नेता ने भूखी मार दीं 200 गायें
मरी गायों का मांस खिलाता था मछलियों को
छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में राजपुर के शगुन गौशाला में गायों की निर्मम मौत के बाद शासन प्रशासन की नींद खुली है। प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गौशाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भाजपा नेता हरीश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
दुर्ग एसडीएम राजेश पात्र ने बताया था कि अभी 30 गायों की मौत की पुष्टि हुई है। मिली जानकारी के अनुसार इस गौशाला को भरपूर अनुदान मिला, इसके बाद भी गायों की पर्याप्त देखरेख नहीं की गई।
वर्ष 2010 से 2016-17 तक इस गौशाला को 93.64 लाख का अनुदान सरकार की ओर से प्राप्त हुआ। मरी हुईं 10 गायों का पोस्टमार्टम किया गया है, जिनमें से किसी के पेट से चारा नहीं मिला है। ऐसा लग रहा है कि गायों की मौत कुपोषण और भोजन नहीं मिलने की वजह से हुई है।
राजपुर गांव जहां यह गोशाला संचालित की जा रही थी, वहां की सरपंच सेवाराम साहू कहते हैं कि भुखमरी के चलते 200 से ज्यादा गायों की मौत हुई है। वहीं इस मामले में दुर्ग जिले के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी संजय अग्रवाल ने बताया कि गोशाला में पिछले तीन दिनों में ही 27 गायें मौत के मुंह में समा गई है।
जानकारी के मुताबिक गौशाला में 300 गायों को रखने की क्षमता थी, परंतु यहां करीब 700 गायों को रखा गया था। यही वजह थी की गायों को न पूरा चारा मिला, न पूरी जगह। आरोपी भाजपा नेता हरीश वर्मा ग्राम रानो और गोल्ड मर्रा में भी गौशाला चलाता है। वहां पर भी गायों की भूख से मौत होने की खबर आ रही है।
खबर यह भी है कि गौशाला में मरने वाली गायों का मांस पास के तालाब में डाल दिया जाता था, ताकि मछलियां उसे खा जाएं। इसे लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश था। इन गांवों के ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी की सभी गौशालाओं की जांच होनी चाहिए और इन गौशाला का पंजीयन बंद कर आरोपी के खिलाफ रासुका के तहत मामला दर्ज किया जाए।
आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस जांच कर रही है। उन सारे दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है, जिसमें इस गौशाला को सरकार से मिले अनुवाद सहित अन्य जानकारियों का उल्लेख है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि गायों को समय-समय पर क्या उपचार दिया गया। उनके लिए दवाइयां कहां से आई। वहीं भिलाई सीएसपी धामधा थाने पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी ली।
भिलाई सीएसपी के मुताबिक गो सेवा आयोग के अध्यक्ष व सचिव डॉक्टर एसके पाणिग्रही ने धामधा थाने में गौशाला के संचालक आरोपी हरीश वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि सरकार से इस गौशाला को जो पैसे दिए जा रहे थे, उसका सही इस्तेमाल नहीं किया गया।
सीएसपी ने कहा कि पोस्टमार्टम में गायों के पेट में दाना चारा पानी कुछ भी नहीं मिला है, इससे इस बात की पुष्टि होती है कि गायों की मौत भूख से हुई है।
हालांकि गोशाला में अभी तक कुल कितनी गाएं मरी हैं, इस पर संशय बरकरार है, क्योंकि ठीक—ठीक आंकड़ा अभी किसी के पास उपलब्ध नहीं है, न ही ऐसा कोई आंकड़ा जारी किया गया है।