यूपी में महिला से गैंगरेप कर मंदिर की यज्ञशाला में जलाया जिंदा
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में फिर एक बार कल एक ऐसी घटना सामने आई है जो बताती है कि यूपी का प्रशासन, पुलिस और समाज महिला अपराधों को लेकर लगभग अपराधी जैसी भूमिका में है, जो न सिर्फ अपराध होते देखता है बल्कि का प्रॉपर स्पेस भी देता है...
जनज्वार, यूपी। उत्तर प्रदेश को विकास और शासन व्यवस्था में नंबर एक बताने वाले उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सांसद और देश के प्रधानमंत्री आज आजमगढ़ में इस्टर्न एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे, लेकिन उनकी इस यूपी यात्रा के बीच जो सच उदघाटित होकर सामने आया है, वह मानवीय मूल्यों की चिंदी—चिंदी कर देने वाला है।
कल 14 जून की दोपहर जब प्रधानमंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर में शिव की पूजा—अर्चना कर रहे थे तो कल ही मध्य उत्तर प्रदेश के संभल जिले के रजपुरा थाना के पाठकपुर गांव के एक मंदिर की यज्ञशाला में महिला का गैंगरेप कर जिंदा जला दिया। अब भगवान ने प्रधानमंत्री की सुनी या उस महिला की, ये तो भगवान ही जाने पर प्रदेश शासन व्यवस्था की नाकामियों को लेकर जनता त्राहि—त्राहि कर रही है, यह पूरा देश जानने लगा है।
हालांकि न्यूज एजेंसी एनएनआई ने खबर चलाई थी कि बलात्कार में असफल दरिंदों ने महिला को यज्ञशाला में आग के हवाले कर दिया था।
हालांकि न्यूज एजेंसी एनएनआई ने खबर चलाई थी कि बलात्कार में असफल दरिंदों ने महिला को यज्ञशाला में आग के हवाले कर दिया था
याद होगा कि कठुआ रेप केस में जब यह सच्चाई आई थी कि मंदिर में पीड़िता का बलात्कार होता रहा और वहीं से हत्या का प्लान बना तो बहुत से हिंदू धर्म ध्वजाधारी कहते रहे कि मंदिर में कोई कैसे ऐसा कर सकता है, यह जरूर नास्तिकों और मुसलमानों की चाल है, पर इस बार उत्तर प्रदेश के संभल में दरिंदों ने मंदिर के आगे द्वार से आगे बढ़कर यज्ञशाला में अपने कुकर्मों को अंजाम दिया है।
घटना संभल के रजपुरा थाना के पाठकपुर गांव की है। पुलिस के अनुसार घटना के वक्त शनिवार की तड़के सुबह 2.30 बजे 35 वर्षीय महिला अपने घर में सो रही थी। 5 हमलावर जबरदस्ती उसके घर में घुस गए और उसके साथ गैंगरेप किया और फिर मंदिर के यज्ञशाला में ले जाकर फूंक दिया। महिला का घर मंदिर के पास ही है।
गाजियाबाद में मजदूरी कर अपना परिवार पालने वाले महिला के पति ने बताया कि मेरी पत्नी ने यज्ञशाला में फूंके जाने से पहले पुलिस को मदद के लिए 100 नंबर पर भी फोन किया था पर पुलिस मदद के लिए नहीं पहुंची। पति ने बताया कि हमारे दो छोटे बच्चे हैं।
पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और मर्डर के आरोप में एफआईआर दर्ज कर दी है। राजपुरा थाने के थानाध्यक्ष अरुण कुमार के मुताबिक मुकदमा, 'आईपीसी की धारा 376D (गैंगरेप), 302 (मर्डर), 201 (जुर्म के सबूतों को मिटाना), 147 (दंगों के लिए सजा) और 149 के तहत एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। अभियुक्तों की पहचान आराम सिंह, महावीर, चरण सिंह, गुल्लू और कुमरपाल के रूप में हुई है। अभियुक्त महिला के ही गांव के हैं। महिला के पति का कहना है कि ये सभी कुछ महीने से महिला को परेशान करते थे।
टाइम्स आॅफ इंडिया से बातचीत में अतिरिक्त महानिदेशक (पुलिस) प्रेम प्रकाश ने बताया कि हमने महिला की अंतिम फोन कॉल को भी सुरक्षित रख लिया है, जिसमें उसने अपने चचेरे भाई से बात की है।'
एडीजी ने अनुसार, 'इस फोन कॉल के दौरान महिला ने पांचों आरोपियों के नाम भी लिए हैं, जो जबरदस्ती उसके घर में दाखिल हुए थे और उन्होंने उसके बलात्कार किया था। यह सचमुच हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण सबूत है। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने दो टीमें बनाकर आरोपियों की धड़पकड़ शुरू कर दी है। जल्द ही पुलिस पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।'