भाजपा की महिला नेता बोलीं बलात्कार के लिए बेरोजगार बच्चे जिम्मेदार
हिजाब पहनकर स्कूल गयी छात्रा तो शिक्षिका ने बेइज्जत कर बाहर निकाला, गुस्साये परिजनों ने स्कूल में घुस टीचर को निर्वस्त्र करके पीटा
इन महोदया से सवाल कि रेवाड़ी गैंगरेप केस का मुख्य आरोपी तो है सरकारी सेवा में...
जनज्वार। लगता है भाजपा नेताओं और विवादों का चोली दामन का साथ हो गया है। साथ ही यह भी कि या तो यह वो लाइमलाइट में आने के लिए प्रायोजित ढंग से करते हैं या फिर मानते ही वैसा हैं जैसा कि बयानों में कहते हैं।
ताजा मामला हरियाणा के उचाना कलां से सामने आया है। जहां कि भाजपा की महिला विधायक प्रेमलता ने कहा है कि बलात्कार के लिए बेरोजगार बच्चे जिम्मेदार हैं। यह बयान प्रेमलता ने रेवाड़ी गैंगरेप के संदर्भ में दिया है। इस बयान के बाद वह मीडिया में ट्रोल हो रही हैं और लोकल स्तर पर भी लोगों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि हरियाणा में एक टॉपर बेटी के साथ गैंगरेप की पुष्टि हुई है, आज पुलिस ने 3 बलात्कारियों के स्कैच भी जारी कर दिए हैं। वहीं कमीशन फॉर वुमेन (एनसीडबल्यू) ने भी हरियाणा डीजीपी से केस के अपडेट को साझा करते रहने की बात कही है।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक गैंगरेप मुख्य आरोपी राजस्थान में बतौर रक्षा कर्मी काम करता है, उसके खिलाफ वारंट जारी कर कर दिया गया है।
वहीं पीड़ित लड़की की मां ने पुलिस की नजरअंदाजी से हताश होकर वीडियो के जरिए अपना दर्द बयां किया था। वीडियो में वो कहते दिखाई दे रही हैं, मोदी जी कहते हैं बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, लेकिन कैसे? मेरी बेटी तो पढ़ने ही गई थी। कोचिंग के रास्ते से उसे किडनैप कर लिया गया। किडनैप कर के मेरी बेटी को शाम 4 बजे बस स्टैंड पर नशे की हालत में छोड़कर पंकज और मनीष भाग गए थे। दोनों ही लड़के मेरी बेटी को उठाकर ले गए थे। वो उसको दूर के गांव में ले गए जहां और भी बच्चे थे। उन सभी ने मेरी बच्ची के साथ बहुत बुरा हाल किया। मोदी जी कहते हैं बेटी को पढ़ाएं, कहां से पढ़ाएं, कैसे पढ़ाएं, मेरी बेटी को न्याय दिलाओ।'
पीड़ित बच्ची की मां आगे कहते सुनाई दे रही हैं कि, मेरी बच्ची के मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मेरी बेटी घटना के चलते सदमे में है और आरोपी घटना के बाद 'खुलेआम घूम रहे हैं'। दूसरी तरफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट सुदर्शन पंवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीड़िता का अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और नब्ज सामान्य हैं। हालांकि वह काफी तनाव में है, हम मनोचिकित्सा संबंधी राय भी ले रहे हैं।
हालांकि हरियाणा पुलिस ने इस मामले में एसआईटी यानी विशेष जांच दल का गठन कर दिया है, जिसका नेतृत्व नूह की पुलिस अधीक्षक नाजनीन बसीन कर रही हैं।
मगर ऐसी हालत में एक जिम्मेदार महिला नेता का इस तरह का बयान वाकई उनके असंवेदनशीलता का परिचय देता है। महिला विधायक प्रेमलता कह रही हैं बलात्कार जैसी घटनाओं के लिए फ्रस्टेटेड बच्चे जिम्मेदार हैं, जिन्हें नौकरियां नहीं मिली हैं। ये ऐसे लोग हैं जिन्हें अपना भविष्य नजर नहीं आ रहा। ऐसे ही लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं, जो सही नहीं है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या बेरोजगार युवा तनाव में बलात्कार ही करेंगे। इन महोदया से यह सवाल किया जाना चाहिए कि इस बच्ची के साथ बलात्कार करने वाला मुख्य अपराधी तो सरकारी सेवा में है।
हरियाणा के डीजीपी बीएस संधु ने भी मीडिया को बताया है कि स्कूली बच्ची के साथ गैंगरेप का मुख्य आरोपी भारतीय सेना में काम करता है, जिसकी तैनाती राजस्थान में है। हमने उसको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम राजस्थान भेज दी है।