Rajasthan Crime News : समलैंगिक पत्नी ने की पति की हत्या तो पिता क्यों बना अपनी सबसे प्यारी बच्ची की जान का दुश्मन, हैरान करती हैं ये 5 कहानियां
दिल दहला देने वाले 5 मर्डर केस
Rajasthan Crime News : बीते 2 हफ्ते पहले राजस्थान के कोटा में ट्यूशन टीचर ने 14 साल की स्टूडेंट की हत्या कर बॉडी अपनी ही कमरे की खिड़की पर लटका दी थी। जिसे परिवार का सदस्य माना, उसी ने उनकी बेटी की जान ले ली। विश्वास, रिश्तों और इंसानियत को खत्म करने वाला एकलौता कांड नहीं है। जोधपुर में करीब 3 साल पहले कृषि विभाग में कार्यरत कर्मचारी की लेस्बियन पत्नी ने अपने पति को मार डाला था। पढ़िए राजस्थान के वो पांच दिल दहला देने वाले हत्याकांड की कहानी जो रिश्तो को शर्मसार करती है।
पहला हत्याकांड - लेस्बियन पत्नी ने ली पति की जान
ये दिल दहला देने वाला मर्डर जोधपुर में हुआ था। जोधपुर में करीब 3 साल पहले कृषि विभाग में कार्यरत कर्मचारी की लेस्बियन पत्नी ने उसे मार डाला था। नागौर के चरण सिंह और सुशील जाट कृषि विभाग में AAO और उसकी पत्नी सीमा वेटनरी नर्स थी। सीमा लैसबियन थी। जिस कारण वह अपने पति को पसंद नहीं करती थी। दोनों की शादी हो गई और जब सीमा के घर वालों ने गौना करना चाहा तो सीमा ने अपने पति चरण सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रची। सीमा ने 10 अगस्त 2017 की रात चरण सिंह को जोधपुर में अपनी बड़ी बहन प्रियंका और बबीता के घर बुलाया। यहीं साजिश रची गई। सीमा ने शराब के साथ कोल्डड्रिंक में नींद की गोलियां मिलाकर अपने पति को पिलाया और गला घोंटकर मार डाला। जिसके बाद सीमा ने चरण सिंह को एनेस्थीसिया के इंजेक्शन दिए और बॉडी को बाथरूम ले गई। जिसके बाद न्यूड होकर सीमा ने इलेक्ट्रिक कटर से चरण सिंह की बॉडी के 6 टुकड़े किए।
सीमा ने डेड बॉडी काटने के लिए 1 हफ्ते पहले इलेक्ट्रिक कटर खरीदा था। बॉडी को काटने के बाद उसे ठिकाने लगाया गया। धड़ भारी था इसलिए सीमा ने अपने दोस्त नागौर निवासी भीयांराम को बुलाया। फिर कार में ले जाकर धड़ को नाले में फेंक दिया। सीमा की बहन प्रियंका और बबीता ने चरण सिंह के पैर और सिर के टुकड़ों को घर के पास नाले में डाल दिया। 11 अगस्त 2017 को बनाड़ में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में एक थैली में दो हाथ और पैर मिलने पर हड़कंप मच गया। जिसके बाद जांच शुरू हुई तो कैरी बैग से पता लगा कि ये नागौर की मेड़ता सिटी और पाली से खरीदे गए थे। जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले तो हत्यारों तक पहुंच गई। पुलिस ने सीमा, उसकी बड़ी बहन प्रियंका और बबीता को कस्टडी में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर तीनों बहनों ने अपना जुर्म कबूल किया| जिसके बाद ठिकाने लगाने में मदद करने वाले भीयांराम को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
दूसरा हत्याकांड- फेसबुक पर लाइव कर ली निर्दोष की जान
दिसंबर 2017 में राजसमंद का यह केस सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। इस मर्डर की गूंज दिल्ली तक पहुंची थी। दोषी शंभूलाल ने गंडासे से अफराजुल पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। अपने नाबालिक भांजे से वीडियो शूट करने को कहा। शंभू लाल रेगर ने पश्चिम बंगाल निवासी मजदूर अफराजुल को खेत में चारदीवारी निर्माण के बहाने बुलाया था। निर्दोष मजदूर ने तड़पते हुए कई बार अपनी जिंदगी की भीख मांगी लेकिन शंभूलाल नहीं रुका। इस हत्याकांड की वारदात को फेसबुक लाइव किया गया था। लव जिहाद का बदला बताते हुए शंभू ने निर्दोष अफराजुल को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया। थोड़ी ही देर में हत्या का यह वीडियो दुनिया भर की सुर्खियां बन गया। हत्या के बाद शंभु ने शराब पी और अपने नाना ससुर के घर सो गया।
हत्या के अगले दिन शंभु ने वीडियो के जरिए श्री रामेश्वर मंदिर में सरेंडर करने की बात कही। उससे पहले ही केलवा के बाजार राजसमंद से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में शंभू के पड़ोसियों ने बताया कि उसकी मुंह बोली बहन को पश्चिम बंगाल एक युवक भगा कर ले गया था। इस घटना से उसके दिमाग में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बदले की भावना भर गई। शंभू दिन भर गांजा पीता और भड़काऊ भाषण वाली वीडियो देखता। अफराजुल पश्चिम बंगाल के उसे गांव में रहता था, इसलिए शंभु ने हत्या के लिए उसे चुना। पुलिस ने शंभू के खिलाफ 11 दिन में 68 सबूतों के साथ 413 पन्नों की चार्जशीट पेश की। बता दें कि अभी वह जोधपुर जेल में है।
तीसरा हत्याकांड- प्रेमी के प्यार में पति और 4 बच्चों को उतारा मौत के घाट
राजस्थान के अलवर की निवासी 36 वर्षीय संतोष शर्मा की 12 साल बड़े 48 वर्षीय बनवारीलाल से शादी हुई थी। दोनों के चार बच्चे थे। पति जॉब में व्यस्त रहता था, जिससे दोनों में मनमुटाव रहने लगा। इस बीच संतोष को 11 साल छोटे हनुमान प्रसाद से प्यार हो गया। प्यार परवान चढ़ा तो संतोष ने अपने पति और बच्चों को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। जिसके बाद 2 अक्टूबर 2017 की रात संतोष ने खाने में नींद की गोलियां मिलाई और अपने प्रेमी हनुमान को घर बुला लिया। हनुमान के साथ उसके दोस्त सुपारी किलर दीपक और कपिल भी आए थे। हनुमान ने कमरे में घुसते ही बनवारी लाल का गला काट दिया। जिसके बाद घर का बड़ा बेटा 17 वर्षीय अमन जग गया तो हनुमान ने उसका भी गला रेत दिया। दीपक और कपिल ने कमरे में सो रहे बाकी बच्चे 14 वर्षीय हैप्पी, 9 वर्षीय अज्जू और 12 वर्षीय निक्की की गला काटकर हत्या कर दी।
संतोष ने हत्यारों को अपनी स्कूटी की चाबी दी। दीपक और कपिल को 3000 रुपए देकर भगा दिया। इसके बाद संतोष छत पर अपनी बहन के पास जाकर सो गई। सुबह जब परिवार के लोग उठे तो घर में खून ही खून बिखरा था। संतोष दिन भर बच्चों और पति की मौत पर घड़ियाली आंसू बहाती रही। सख्ती से पूछताछ के बाद संतोष ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। संतोष ने बताया कि हनुमान जाट से उसकी मुलाकात ताइक्वांडो सीखने के दौरान हुई थी। इस प्रेम संबंध के भनक उसके पति को लग चुकी थी। इसी बात पर दोनों में झगड़ा होता रहता था। हनुमान के साथ शादी करने के लिए उसने पति के साथ-साथ बच्चों को मार डाला।
चौथा हत्याकांड- कुर्बानी के नाम पर अपनी प्यारी बेटी को उतारा मौत के घाट
9 जून 2018 में जोधपुर के पीपाड़ में नवाब अली कुरैशी ने अपनी 4 साल की बेटी रिजवाना की गला रेत कर हत्या कर दी। नवाब अली कुरेशी अपनी पत्नी शबाना व दो बेटियों के साथ छत पर सोया था। रात करीब 3:00 बजे उसकी पत्नी शबाना की आंख खुली तो बड़ी बेटी रिजवाना का खून से सना शव मिला। जिसके बाद पत्नी शबाना ने तत्काल नवाब अली को जगाया और अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने बेटी को मृत घोषित कर दिया। परिजनों को भटकाने के लिए नवाब ने कहा कि रात को बिल्ली ने उसकी बेटी पर हमला कर दिया। नवाब जल्द से जल्द बेटी को दफनाने की तैयारी में था। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने जब नवाब अली से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की वारदात कबूल कर ली।
पुलिस पूछताछ में नवाब अली कुरैशी ने बताया कि उसकी बेटी ननिहाल गई हुई थी। अपनी बेटी को कुर्बान करने के लिए रमजान से एक दिन पहले ही घर बुला लिया था। रात को नींद से उठाकर रिजवाना को कलमा पढ़ाया। मुंह को हाथ से पकड़ कर तड़पा तड़पा कर उसे मार डाला। नवाब अली कुरैशी ने पुलिस के सामने कबूला कि वह अपनी बेटी रिजवाना को सबसे ज्यादा प्यार करता था। बेटे की हत्या का आरोपी दोषी पिता नवाब अली कुरैशी ने अपने कृत्य को अल्लाह के नाम पर कुर्बानी बताया था।
पांचवा हत्याकांड- पत्नी और 21 महीने के बेटे को सुपारी किलर से मरवाया
राजस्थान के जयपुर में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के सीनियर मैनेजर रोहित तिवारी का अपने पत्नी श्वेता से झगड़ा होता था। रोहित ने अपने दोस्त के साले और सुपारी किलर सौरभ चौधरी उर्फ राज को पत्नी की हत्या की सुपारी दे दी। विवाद से परेशान रोहित पत्नी से छुटकारा पाकर दूसरी शादी करना चाहता था। 7 जनवरी 2021 को जयपुर के प्रतापनगर में सौरभ अकेला ही फ्लैट में आया। परिचय होने की वजह से स्वेता ने उसे अंदर बिठाया और चाय पिलाई। जिसके बाद मौका पाकर सौरभ ने मसाला कूटने वाले मुसल से श्वेता के सिर व चेहरे पर कई वार किए और फिर गला रेत दिया। इसके बाद एक 1 महीने के बेटे श्रियम का गला दबाया और उसकी भी मुसल से हत्या कर दी। सौरभ ने श्रियम का शव तौलिए में लपेटकर फ्लैट के पास खाली जगह में भेज दिया।
रोहित ने पत्नी को मारने की धमकी दी थी। पुलिस को रोहित पर संदेह था। जब पत्नी के शव को देखकर रोहित ने दो-तीन बार कहा श्वेता आई एम सॉरी, आई एम सॉरी तो शख गहरा हो गया। वारदात के समय रोहित की लोकेशन उसके ऑफिस की आ रही थी। फिरौती का मैसेज देखते ही पुलिस सारा मांझरा समझ गई। प्लान के मुताबिक सौरभ मौके से श्वेता का मोबाइल भी ले गया था। श्वेता के मोबाइल में नई सिम डाल कर सौरभ ने रोहित के नंबर पर 30 लाख की फिरौती का झूठा मैसेज किया था। पुलिस ने मोबाइल ट्रेस कर सौरभ को पकड़ा और उसके बाद रोहित ने भी जुर्म कबूल कर लिया।