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राजनीति

गोरखपुर सिटी के विधायक को अखिलेश यादव की पेशकश, अगर राधा मोहन चाहें तो मैं उन्हें अभी दे सकता हूं टिकट

Janjwar Desk
18 Jan 2022 3:09 AM GMT
Akhilesh Yadav News : राजनीति में विपक्ष को पास करनी होती है ED की परीक्षा, राहुल गांधी से पूछताछ पर अखिलेश यादव का BJP पर तंज
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Akhilesh Yadav News : राजनीति में विपक्ष को पास करनी होती है ED की परीक्षा, राहुल गांधी से पूछताछ पर अखिलेश यादव का BJP पर तंज

UP election 2022 : गोरखपुर के विधायक अखिलेश यादव की पेशकश : अगर राधा मोहन चाहें तो मैं अभी दे सकता हूं उन्हें टिकट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ( UP Election 2022 ) को लेकर समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) का तेवर भाजपा के आठ विधायकों को पार्टी में शामिल करने के बाद भी कम नहीं हुए हैं। गोरखपुर शहर से सीएम योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath ) को हराने के लिए एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने खुले तौर पर कहा कि हम वहां के चार विधायक राधा मोहन अग्रवाल ( Radha Mohan Agarwal ) को टिकट देना चाहते हैं। अगर आपका संपर्क उनसे है तो बात कर लीजिए। हम, उन्हें टिकट तुरंत दे देंगे। बता दें कि गोरखपुर शहर ( Gorakhpur city ) सीट पर 2002 से लगातार चुनाव जीत रहे डाक्‍टर राधा मोहन दास अग्रवाल की जगह इस बार भारतीय जनता पार्टी ने गोरखपुर सिटी से उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को उम्मीदवार घोषित किया है।

योगी राज में राधा मोहन का हुआ सबसे ज्यादा अपमान

अखिलेश यादव ( Akhilesh ) ने कहा कि आपको याद हो या न हो। मुझे याद है जिस समय मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के शपथ के कार्यक्रम में गया था तो मैंने अपनी आंखों से देखा था कि राधा मोहन अग्रवाल को कहीं जगह नहीं मिली थी मंच पर बैठने के लिए। वह दायीं तरफ बेचारे अकेले खड़े थे। उनका भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सबसे ज्यादा अपमान हुआ है।

हमारे परिवार की हमसे ज्यादा चिंता भाजपा को

इसके आलवा उन्होंने छोटे भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव ( Aparna Yadav ) को टिकट दिए जाने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि हमारे परिवार की हमसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) को चिंता है। अपर्णा के बारे में पिछले दिनों अटकलें लग रही थीं कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगी लेकिन बाद में यादव परिवार ने इसे खारिज कर दिया। अपर्णा 2017 में लखनऊ में विधानसभा का चुनाव लड़कर पराजित हो गई थीं।

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