'पूरे देश को ईसाई धर्म में बदलने का चल रहा षड्यंत्र' ट्वीट कर रामदेव के साथी बालकृष्ण ने बवाल को दी हवा
Ramdev Patanjali Ghee fail : रामदेव की पतंजलि के गाय के घी का सैंपल फेल -फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की जांच में सामने आयी मिलावटए स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक
जनज्वार ब्यूरो। रामदेव और आईएमए यानी इंडियन मेडिकल असोसिएशन के बीच चल रहे विवाद में आचार्य बालकृष्ण ने नया शिगूफा छेड़ दिया है। बालकृष्ण ने एक ट्वीट कर इस पूरे मामले को ईसाई धर्मांतरण के षड्यंत्र से जोड़कर बवाल पैदा कर दिया है।
मंगलवार 25 मई को बालकृष्ण ने ट्वीट कर लिखा कि सारे देश को ईसाई धर्म में तब्दील करने के षड्यंत्र के तहत बाबा रामदेव को टारगेट किया जा रहा है और योग तथा आयुर्वेद को बदनाम किया जा रहा है।
पूरे देश को #Christianity में convert करने के षड्यंत्र के तहत, @yogrishiramdev जी को target करके #योग एवं #आयुर्वेद को बदनाम किया जा रहा है। देशवासियों, अब तो गहरी नींद से जागो🙏 नहीं तो आने वाली पीढ़ियां तुम्हें माफ नहीं करेंगी। pic.twitter.com/XADqXiGJIT
— Acharya Balkrishna (@Ach_Balkrishna) May 24, 2021
मंगलवार 25 मई को बालकृष्ण ने अपने एक बयान में कहा कि बाबा रामदेव कोई उपहास नहीं उड़ा रहे थे, बल्कि वह सिर्फ मॉडर्न मेडिसिन लेने के बावजूद डॉक्टर्स की मौत पर दुख जता रहे थे। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जितने भी वैज्ञानिक हैं, उनका पतंजलि में स्वगात है। उन्होंने कहा कि हमारे पास लाखों मरीजों का डेटा है जो कोरोनिल लेकर ठीक हुए हैं।
As part of the conspiracy to convert the entire country into #Christianity, #Yoga and #Ayurveda are being maligned by targeting @yogrishiramdev jee. Countrymen, wake up now from the deep slumber 🙏otherwise the generations to come will not forgive you. pic.twitter.com/L9ONOJgy9v
— Acharya Balkrishna (@Ach_Balkrishna) May 24, 2021
बालकृष्ण के इस ट्वीट पर बवाल मच गया है। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने आचार्य बालकृष्ण की भारतीय नागरिकता पर ही सवाल उठा दिया और उन्हें भारत के निजी मामलों में हस्तक्षेप न करने की हिदायत दे डाली।
आचार्य बालकृष्ण आप तो खुद हिंदुस्तानी है ही नहीं फिर देशवासियों की और देश की आपको इतनी चिंता क्यों और जब खुद को फंसता हुआ देखते हैं तो देश को सांप्रदायिक रंग में रंग देते हैं आप लोग@Acharya Balkrishna@yogrishiramdev @BJP4UK @harishrawatcmuk pic.twitter.com/BUJ33ADMW7
— Garima Mehra Dasauni आन्दोलनजीवी (@garimadasauni) May 25, 2021
इसके अलावा गरिमा ने कहा कि जिस तरह से आचार्य बालकृष्ण ने इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की है, उससे यह साफ प्रतीत होता है कि पतंजलि और आचार्य बालकृष्ण मानसिक दिवालिया हो चुके हैं।
आइएमए उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ अमित खन्ना कहते हैं, 'बाबा रामदेव की कोरोनिल नहीं बिक पा रही है, इस वजह से बौखलाहट में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण इस तरह के बिना सर पैर के बयान दे रहे हैं। इस महामारी के समय ऐसे बयान देने पर बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण पर महामारी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।'
इस तरह के तथ्यहीन खबरें दिखा कर आप जनता को गुमराह न करे। बाबा जी ने भारी गलती की है माफी के लायक नही है।
— Manoj Soni (@Sonymanoj77) May 24, 2021
मनोज सोनी ने ट्वीट किया है, 'इस तरह के तथ्यहीन खबरें दिखा कर आप जनता को गुमराह न करे। बाबा जी ने भारी गलती की है माफी के लायक नहीं है।'
पाखंडी यही करते है। हमारे यहां कई बाबा लोग भी करते है। इसे धर्म से जोड़ के देखेंगे तो सभी धर्म में ऐसे लोग मिलेंगे। इसलिए आवाज उठानी लोगों को जागरूक करना है तो इन सभी के लिए करिए। किसी धर्म विशेष का नाम ले कर नहीं। लोगों को बाटने की शिक्षा मत दीजिए सभी को एक दूसरे के काम आना है
— Anoop Kumar (@AnoopKu05034598) May 25, 2021
अनूप कुमार कहते हैं, 'पाखंडी यही करते हैं। हमारे यहां कई बाबा लोग भी करते हैं। इसे धर्म से जोड़ के देखेंगे तो सभी धर्म में ऐसे लोग मिलेंगे। इसलिए आवाज उठानी लोगों को जागरूक करना है तो इन सभी के लिए करिए। किसी धर्म विशेष का नाम ले कर नहीं। लोगों को बाटने की शिक्षा मत दीजिए सभी को एक दूसरे के काम आना है।'