दंगे के दोषी की बेटी को मिला BJP का टिकट तो भड़के ओवैसी, कहा - हमें तो उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए
नरोदा पाटिया दंगों के दोषी की बेटी को मिला बीजेपी का टिकट तो भड़के ओवैसी
Gujrat Chunav 2022 : एक तरफ हिमाचल प्रदेश में चुनावी गहमागहमी समाप्त हो गई तो दूसरी तरफ गुजरात में विधानसभा चुनाव ( Gujrat Assembly Election 2022 ) को लेकर सियासी पारा चरम पर है। इस बीच भाजपा ( BJP ) द्वारा गोधरा कांड के बाद 2002 में हुए नरोदा पाटिया ( Naroda Patiya riots ) दंगे के दोषियों में से एक की बेटी को प्रत्याशी बनाने की घटना ने एक बार फिर गोदरा नरसंहार और बिलकिस बानो रेप केस मामले को सियासी मसला बना दिया है। भाजपा ( BJP) नेतृत्व के इस फैसले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM Chief Asaduddin Owaisi ) ने कहा है कि यही भाजपा का असली चेहरा है। यह भाजपा की दोहरी नीति का प्रतीक है।
पायल कुलकर्णी ( Payal Kulkarni ) का परिवार सिंधी समुदाय से ताल्लुक रखता है जो इस क्षेत्र में काफी प्रभावी माने जाते हैं। भाजपा ने मौजूदा विधायक बलराम थवानी को एक और मौका देने के बजाय इस बार पायल कुलकर्णी को मैदान में उतारा है। इलाके के कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी उम्मीदवारी पर नाखुशी जताई है क्योंकि उनका मानना है कि उनकी शादी एक गैर-सिंधी से हुई है और इसलिए वह अब समुदाय की सदस्य नहीं हैं। बता दें कि नरोदा विधानसभा सीट पर 1990 से भाजपा का कब्जा है। कोडनानी 1998 में विधायक बनीं और 2002 और 2007 में भी सीट बरकरार रखी।
कौन हैं पायल कुलकर्णी
नरोदा पाटिया दंगा मामले में दोषी करार दिए गए 16 व्यक्तियों में से एक मनोज कुलकर्णी ( Manoj Kulkarni ) की बेटी पायल कुलकर्णी को भाजपा ने अहमदाबाद की नरोदा सीट से टिकट दिया है। इन दंगों में 97 लोगों की हत्या कर दी गई थी। पेशे से 'एनेस्थेसिस्ट' पायल कुलकर्णी भाजपा की सबसे युवा उम्मीदवारों में से एक हैं। गुजरात हाईकोर्ट ने नरोदा पाटिया दंगा मामले में मनोज कुलकर्णी और 15 अन्य की दोषसिद्धी को 2018 में बरकरार रखा था। उम्रकैद की सजा पाने वाले कुलकर्णी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
मनोज कुलकर्णी की बेटी पायल कुलकर्णी ने भाजपा की ओर से टिकट मिलने पर कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल, सीएम भूपेंद्र पटेल और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं की आभारी हूं। मेरी मां रेशमा कुलकर्णी एक पार्षद हैं। मैं, खुद लंबे समय से भाजपा से जुड़ी हुई हूं। मैंने भी अतीत में चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लिया है। पायल कुलकर्णी का कहना है कि अगर वह चुनाव जीतती हैं तो उनकी प्राथमिकता विधानसभा क्षेत्र को विकसित करना और स्थानीय लोगों की समस्याएं दूर करना होगा।
ओवैसी बोले - हमें भाजपा को इस बात के लिए शुक्रिया
वहीं ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तंजिया लहजे में कहा कि गुजरात में नरोदा पाटिया दंगे के दोषियों में से एक की बेटी को टिकट देने के लिए भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हमको BJP का शुक्रिया अदा करना चाहिए कि इन्होंने बिलकिस बानो के दोषियों को पार्टी में कोई बड़ा कद नहीं दे दिया। ओवैसी कहा कि यूपी के चुनावों में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि हम माफिया को खत्म कर देंगे फिर यहां क्या हो रहा है। अगर कोई दूसरा यही काम करे तो आप उंगलियां उठाते है। ये BJP की दोहरी नीति का प्रतीक है।
नरोदा पाटिया हिंसा का इतिहास
Gujrat Chunav 2022 : गुजरात में साल 2002 में हुए दंगों के दौरान अहमदाबाद स्थित नरोदा पाटिया इलाके में 97 लोगों की हत्या कर दी गई थी। हिंसा की इस घटना में 33 लोग घायल भी हुए थे। इस घटना को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी के एक दिन बाद अंजाम दिया गया था। अगस्त 2009 में नरोदा पाटिया कांड में मुकदमा शुरू हुआ था। इसमें 62 आरोपियों के खिलाफ आरोप दर्ज किए गए थे। आरोपियों की सूची में भाजपा प्रत्याशी पायल कुलकर्णी के पिता मनोज कुलकर्णी का नाम भी शामिल था।