Asaduddin Owaisi : AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी बोले, कोई मुस्लिम बोलता कंगना जैसी जुबान तो कर दिया जाता एनकाउंटर
असदुद्दीन ओवैसी बोले, कोई मुस्लिम बोलता कंगना जैसी जुबान तो कर दिया जाता एनकाउंटर
Asaduddin Owaisi : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा चुनाव नजदीक है और ऐसे में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश में सभी राजनितिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्योप का दौर जारी है। कंगना रनौत के भीख में मिली आजादी वाले बयान पर राजनितिक दलों का लगातार विरोध जारी है। अब कंगना के इस बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के चीफ असुदुद्दीन ओवैसी ने कंगना के विवादित बयान पर सवाल उठाते हुए बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा। साथ ही कंगना के बयान को मुस्लिमों से जोड़ दिया। कंगना रनौत के बयान पर ओवैसी ने कहा कि अगर किसी मुस्लिम ने यह कहा होता तो यूपी पुलिस घुटने पर गोली मरकर उसे जेल भेज देती। उनका एनकाउंटर कर दिया जाता। ओवैसी ने कहा कि यूपी में मुसलमानों की वोट की कोई कीमत नहीं है। कीमत होती तो आजम खान बाहर नहीं होते इसलिए अपनी कयादत को मजबूत करो।
अलीगढ़ के जनसभा को संबोधित करते हुए निशाना साधा
बता दें कि रविवार 14 नवंबर को एआईएमआईएम के चीफ असुदुद्दीन ओवैसी अलीगढ़ के महेशपुर क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करने पहुचें थे। इस दौरान ओवैसी ने राजनितिक दलों पर जमकर निशाना साधा और कंगना रनौत के 'भीख में मिली आजादी' वाले बयान पर निशाना साधते हुए भाजपा और खासकर यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला।
जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश आया नहीं हूं बल्कि बुलाया गया हूं। उत्तर प्रदेश में मुसलमानों पर जुल्म की इंतहा ना होती और यहां की सरकारें बिना भेदभाव सियासत कर रही होती तो मुझे यहां आने का कोई शौक नहीं था। मैं भी हैदराबाद के चबूतरों पर ईरानी चाय का लुफ्त उठाकर खुश रहता। अब मैं उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे भारत में घूम-घूम कर मुसलमानों को एकत्रित करने का कार्य करूंगा।'
ऐसा बयान देने पर यूपी पुलिस मुसलमानों का कर देती एनकाउंटर
'पिछले दिनों एक नायिका ने कहा था कि 2014 सही मायने में देश आजाद हुआ है, तो उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मैं देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या 1947 में देश आजाद नहीं हुआ था। अगर इस बात को कोई मुसलमान कह देता तो उस पर यूएपीए लग जाता और मार मारकर उसका बेहाल कर दिया जाता।' यूपी पुलिस राजद्रोह का केस लगाकर उनका एनकाउंटर कर देती।
कंगना ने कहा 2014 में आजादी मिली तो उन्हें पद्मश्री मिला
ओवैसी ने पूछा कि क्या यह राजद्रोह केवल मुसलमानों के लिए है। क्या वे लोग कंगना रनौत पर देशद्रोह का आरोप लगाएंगे। ओवैसी ने कहा कि मैं इंडियन नेशनलिज्म में मानता हूं। नायिका ने कहा कि देश 2014 में आजाद हुआ था तो कंगना को पद्मश्री मिला है। मैं देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि देश 2014 में आजाद हुआ था या 1947 में आजाद हुआ था।
योगी पर साधा निशाना
असुदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि 'वह क्वीन है और आप किंग है लेकिन आप कुछ नहीं करेंगे। बाबा ने इंडिया-पाकिस्तान टी 20 मैच के बाद टिप्पणी करने वालों को देशद्रोह के आरोप में जेल में डालने की धमकी दी थी।' ओवैसी ने कहा कि यह सब कुछ संविधान के खिलाफ है। अमित शाह को मुसलमानों का नाम लिए बिना नींद नहीं आती। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदितयनाथ ने 24 अक्टूबर को हुए भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच के बाद पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वालों को चेतावनी दी थी और राजद्रोह का केस दर्ज किया था।
ओवैसी ने आरएसएस पर निशाना साधा
जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने आरएसएस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 'मैं आरएसएस के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आरएसएस की शपथ संविधान के मुताबिक है। आरएसएस इस देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है। आरएसएस के लोगों ने कहा था कि हम अंबेडकर के बनाए संविधान को नहीं मानते। हम मनु स्मृति को मानते हैं। 1980 के जमाने में सावरकर की किताब को लेकर हिंदुत्व शब्द बढ़ाया गया। जब हम यह बातें करते हैं। तो यह लोग हम पर इल्जामों की बौछार कर देते हैं।'
कंगना ने दिया था यह बयान
बता दें कि अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बार फिर विवादित स्टेटमेंट दे दिया है। इसबार उन्होंने देश की आजादी को ही भीख करार दिया। अभिनेत्री के अनुसार, 1947 में भारत को जो आजादी मिली थी वह भीख में मिली थी। असली आजादी तो 2014 में मिली। अभिनेत्री के इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कंगना को ट्रॉल कर रहें हैं। दरअसल, कगंना रनौत टाइम्स नाऊ के 2021 समिट में हिस्सा लेने पहुंची थी।
टाइम्स नाऊ की पत्रकार नविका कुमार से बातचीत के दौरान कंगना ने कहा कि, "आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है।" कंगना ने कहा- "1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।" कंगना ने आगे कहा- "सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि एक हिंदुस्तानी दूसरे हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।" अभिनेत्री के इस बयान पर वहां बैठे लोग तालियां बजाने लगे। जर्नलिस्ट नाविका कुमार ने कहा कि, "इसलिए सब आपको कहते हैं कि आप भगवा हैं।" जवाब में कंगना कहती हैं- "इसके बाद मुझपर 10 केस और होने वाले हैं।"
ओवैसी ने कांग्रेस और सपा के लोगों को बताया चौधरी
असुदुद्दीन ओवैसी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि 'आप अपना राजनीतिक नेतृत्व ऐसा बनाइए जैसे उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह ने जाटों के लिए, मुलायम सिंह यादव ने यादवों के लिए, मायावती ने जाटवों के लिए, बीजेपी ने स्वर्ण जाति के लिए और अनुप्रिया पटेल ने कुर्मियों लिए राजनीतिक प्लैटफॉर्म बना दिया है।'
ओवैसी ने कहा कि मुझसे कहते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी तुम लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हो। इस पर ओवैसी ने कहा कि मैं भारत के संविधान में जो लोकतंत्र है उसे मानता हूं। मुसलमानों की वोट की कोई कीमत नहीं है। मस्जिदों की हिफाजत नहीं होती। लोग आरोप लगाते हैं कि एआईएमआईएम वोट काटते हैं। इस पर ओवैसी ने पूछा कि 75 फीसदी मुसलमान ने 2019 में सपा, बसपा को वोट दिया, फिर भाजपा कैसे जीती। आगे ओवैसी ने कहा कि ईमान को बेचने की नहीं ईमान को मजबूत करने की जरूरत है।
अल्ताफ केस का भी किया जिक्र
ओवैसी ने यूपी पुलिस की कस्टडी में हुई अल्ताफ की मौत पर सरकार और पुलिस को घेरा। ओवैसी ने कहा कि 'कासगंज घटना में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उनको जेल भेजना चाहिए लेकिन मरने वाला मुसलमान है इसलिए कुछ नहीं होगा। 2:30 बजे मृत्यु हुई और 4:00 बजे उल्टा अल्ताफ के खिलाफ मुकदमा लिख दिया गया।' आगे ओवैसी ने कहा कि 'अल्ताफ को किसने मारा। पुलिस ने उसमें लिख दिया गया ना मालूम। ऐसी सरकार चला रहे हैं बाबा। बाप से लिखवा लिया कि मैं खुश हूं। जैसे योगी मोदी से लोग खुश हैं।