Azam Khan : 'दरोगा ने कहा रामपुर में बचकर रहें एनकाउंटर हो सकता है..', घर पहुंचने पर क्या-क्या बोले आजम खान
Azam Khan : 'दरोगा ने कहा रामपुर में बचकर रहें एनकाउंटर हो सकता है..', घर पहुंचने पर क्या-क्या बोले आजम खान
Azam Khan : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) 28 महीनों बाद जेल से रिहा होने के बाद दोपहर करीब दो बजे रामपुर पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका फूल बरसाकर स्वागत किया। इस दौरान आजम खान ने कहा कि जो कुछ भी हमारे साथ जेल में हुआ है वो हमारे चेहरे से नजर आ रहा होगा। इस सरकार को हमसे इतनी नफरत क्यों है, मैं ये समझ नहीं पा रहा हूं। कभी मुलाकात होने पर यह जानने की कोशिश करूंगा।
सपा विधायक (SP MLA Azam Khan) ने ज्ञानवापी मामले पर सवाल के जवाब में कहा कि बाबरी और ज्ञानवापी की सुनवाई में काफी अंतर है। बाबरी पर सालों बाद फैसला आया था। ज्ञानवापी पर सुप्रीम कोर्ट ने चंद दिनों में आदेश दिए हैं।
आजम खान ने हर मुद्दे पर अपनी बात रखी लेकिन अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को लेकर किए गए सवाल को टालते हुए नजर आए। आजम खान ने जेल में मुलाकात करने वालों को लेकर कहा कि जो भी जेल में मिलने आए, उनका शुक्रिया। उनका भी शुक्रिया जो मुलाकात करने नहीं आए।
आजम खान (Azam Khan) ने जमानत को लेकर कहा कि जज साहब ने कहा है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ साक्ष्य नहीं हैं उसे जेल में क्यों बंद कर रखा है। इसके बाद चुनाव को लेकर उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं मुल्क की जमीन और जमीर बेचने वाला नहीं हूं। मैं मोबाइल चलाना भी भूल गया हूं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का भी शुक्रिया अदा किया।
आजम खान ने बताया कि मेरी तबियत खराब है। तकलीफ भी बहुत है। हमारा मिशन कभी राजनीति नहीं रहा। चालीस साल के सियासी सफर में कभी कोई गलत काम नहीं किया। हमने अपने शहर कैसे बसाया था, देख सकते हैं। हमारा बुनियादी मकसद था लोगों की सेवा करना। सबसे पहले मुझपर आठ केस दर्ज किए गए। सभी मामलों में वादी पक्ष ने केस वापस लिए। हमने जो जमीन ली उसके पैसे दिए। मैंने कभी किसी की जमीन नहीं हड़पी।
रामपुर विधायक ने कहा कि हमारे परिवार के साथ जो हुआ उसे भूल नहीं सकते। हमारे शहर को उजाड़ दिया गया। मेरा चालीस साल का सफर बेकार नहीं जाएगा। मेरा वक्त फिर लौटकर आएगा। जेल में किस तरह उन्होंने किस तरह समय बितास इस बारे में भी लोगों को बताया।
आजम खान (Azam Khan) ने कहा कि रात होती थी तो सुबह और सुबह होती थी तो रात का इंतजार करते थे। मुझे सजायाफ्ता कैदी की तरह जेल में रखा गया। इस दौरान उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया पर कहा कि ज्यादा जुल्म तो मेरे अपनों ने किए हैं। आजम के इस बयान को सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है। आजम कान लोगों को संबोधित कर रहे थे इस दौरान लोगों ने उनके समर्थन में नारेबाजी भी की।
आजम खान की रिहाई को लेर पूर्व सपा विधायक अनूप गुप्ता ने कहा कि जब आजम कान उनके घर आए तो उन्होंने नाश्ते में आलू और पनीर के पराठे खाए। गुप्ता ने बताया कि अखिलेश यादव ने ही आजम खान का पूरा ध्यान रखने को कहा था। उनके परिवार की हर तरह से मदद करने को कहा था।
गुप्ता ने बताया कि आजम इसलिए उनसे मिलने आए थे क्योंकि मेरी तबियत ठीक नहीं थी ऐसे में वह मुझे देखने आए थे। अखिलेश से नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई नाराजगी नहीं है।
जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर किए गए सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि जौहर हमेशा बुलंद रहेगी। जौहर के जौहर कोई रोक नहीं सकता। अखिलेश यादव को लेकर एक सवाल किए गए सवाल को वह टाल गए लेकिन इशारों-इशारों में अपनों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि मैं कभी नेता नहीं रहा। शुरू से ही शिक्षाविद रहा। मैं लोगों की सेवा कर सकूं, ताउम्र मैंने यही साबित करने की कोशिश की। इसीका नतीजा है कि लोगों ने इतनी बार जीत दिलाई। वहीं आजम ने एक दावा भी किया है। उनका कहना है कि जेल में दरोगा ने कहा था कि रामपुर में बचकर रहें, रामपुर में एनकाउंटर हो सकता है।