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राजनीति

Bhagwant Man Controversy : भगवंत मान और विवादों का रहा है चोली दाम का रिश्ता, जानिए किन-किन विवादों को लेकर चर्चा में रहे मान

Janjwar Desk
18 Jan 2022 9:28 AM GMT
Bhagwant Man Controversy : भगवंत मान और विवादों का रहा है चोली दाम का रिश्ता, जानिए किन-किन विवादों को लेकर चर्चा में रहे मान
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आप सीएम फेस बनाए गए भगवंत मान और विवादों का रहा है चोली दाम का रिश्ता।

Bhagwant Man Controversy : यूं तो भगवंत मान अपनी कॉमेडी के लिए पहचाने चाहते हैं, लेकिन अकसर वे ऐसे बयान दे देते हैं कि कभी-कभी बवाल हो जाता है, तो कभी सवाल उठ जाते हैं।

भगवंत मान और विवाद पर धीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट

Bhagwant Man Controversy : पंजाब विधानसभा चुनाव ( Punjab Election 2022 ) में आम आदमी पार्टी ( AAP ) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कुछ देर पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान ( Bhagwan Man ) को सीएम पद ( CM Face ) का चेहरा घोषित कर दिया है। इसी के साथ यह भी तय हो गया है कि अगर इस बार आप की सरकार बनी तो भगवंत मान ही पंजाब के सीएम होंगे। लेकिन आप की जीत की राह में सबसे बड़ा रोड़ा भगवंत सिंह मान खुद ही हैं। ऐसा इसलिए कि यूं तो भगवंत मान अपनी कॉमेडी के लिए पहचाने चाहते हैं, लेकिन अकसर वे ऐसे बयान दे देते हैं कि कभी-कभी बवाल हो जाता है तो कभी सवाल उठ जाते हैं। एक बार काफी फजीहत होने के बाद उन्होंने पंजाब के लोगों से माफी भी मांगी थी। साथ ही शराब को हाथ न लगाने की घोषणा भी की थी। फिर पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 में आम आमदी पार्टी ने नशा को सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी बनाया था।

कहा तो ये भी जा रहा है कि नशे की लत की वजह से ही अरविंद केजरीवाल ने उन्हें सीएम पद का चेहरा बनाने की घोषणा बहुत देर से की है। अभी तक केजरीवाल इस बात का इंतजार कर रहे थे कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आप में शामिल हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर, केजरीवाल को आप का सीएम फेस बनाने के लिए और कोई बड़ा चेहरा भी नहीं मिला। बताया जा रहा है कि भगवंत मान को सीएम चेहरा घोषित करने में विलंब के पीछे अरविंद केजरीवाल का इस दुविधा में होना था कि ऐसा करना सही फैसला होगा या नहीं। कही पार्टी को इसका नुकसान तो नहीं होगा।

अकाली दल ने 2 माह पहले भी मान पर लगाया था शराब पीने का आरोप

अरविंद केजरीवाल को इस बात की आशंका है कि विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच पहले की तरह भगवंत मान ( Bhagwant Man ) और शराब को विरोधी दल के नेता पार्टी के खिलाफ मुद्दा न बना लें। दो माह पहले की ही बात है, जब व्यापारियों के साथ बैठक करने पहुंचे शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने भगवंत मान पर बड़ा हमला बोला था। चीमा ने भगवंत मान पर मां की सौगंध खाने के बावजूद शराब पीने का आरोप लगाया था। चीमा ने कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल भी इसलिए भगवंत मान ( Bhagwant Man Contrpversy ) को आम आदमी पार्टी का चेहरा नहीं घोषित कर रहे हैं। इसलिए, मान फिर से शराब पीने लगे हैं।

चीमा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल उन्हें साथ तो रखते हैं मगर उन पर यकीन नहीं करते। यही कारण है कि अब भगवंत मान फिर शराब पीने लगे हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। अगर किसी से शराब छुडाना हो तो उसे हौसला देना होता है, केजरीवाल तो उनका हौसला तोड़ रहे हैं। चीमा ने निशाना साधते हुए कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पहले अपने एमएलए की गारंटी तो दें वह तो पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। शिअद नेता ने सिमरजीत सिंह बैंस के मामले पर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि बैंस के मुद्दे पर क्यों कांग्रेसी चुप हैं, यह बताना चाहिए। जिस व्यक्ति के गैर जमानती वारंट जारी हुए हैं वह रैली कर रहा है तो साफ है कि कानून व्यवस्था सही नहीं है।

बरनाला चुनावी सभा में भगवंत मान ने खाई थी सौगंध

भगवंत मान की शराब पीने की लत को 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान काफी चर्चा में रही थी। उन्होंने जनवरी 2019 को बरनाला में एक जनसभा के दौरान अपनी मां को मंच पर लाकर उसकी सौगंध खाई थी कि वह आज के बाद कभी शराब नहीं पीएंगे। अब जब 2022 के विधानसभा चुनाव सिर पर हैं तो उनकी शराब पीने की लत पर फिर सवाल उठने लगे हैं।

मैं, इनकी तरह जनता का खून नहीं पीता

साल 2017 में भगवंत मान ने एक साक्षात्कार में बयान दिया था कि मैं क्या खाता हूं, मैं क्या पीता हूं। मसला ये नहीं है, मसला ये है कि मेरे खिलाफ कुछ मिलता नहीं है। न करप्शन का चार्ज, न इनकम टैक्स का न विदेश दौरे का। इसलिए अब कहने लगे कि ये खाता है ये पीता है। अरे, ये पंजाब के मसले नहीं हैं। कम से कम मैं, इनकी तरह जनता का खून तो नहीं पीता। भगवंत मान की निजी जिंदगी पंजाब का मसला नहीं है। पंजाब के मसले कहीं बड़े हैं।

पंजाब की सेवा के लिए वह पत्नी को छोड़ रहे हैं

Bhagwant Man Controversy : इसी तरह 2011 में जब उन्होंने अपनी पत्नी से तलाक लेने के बाद फेसबुक के जरिए कहा था कि पंजाब की सेवा के लिए वह पत्नी को छोड़ रहे हैं। सोशल मीडिया में इस तरह से राजनैतिक फायदे के लिए व्यक्तिगत मुद्दे को उछालने के लिए इस सांसद की खिंचाई हुई थी। 2014 में ही सरकारी शिक्षकों की नकल करने वाले मान के वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया हासिल हुई थी।

2014 में वर्करों से मांगनी पड़ी थी माफी

जुलाई 2014 में भगवंत मान पर घमंडी होने के आरोप लगे। दरअसल, भगवंत मान के बयान से वर्कर तिलमिला उठे थे। भगवंत मान ने बयान दिया था कि बगावत का झंडा बुलंद करने वाले लोगों ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया था। मान के इस बयान से पार्टी वर्करों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया। वर्करों ने कहा कि भगवंत मान इन आरोपों को साबित करें या फिर सामूहिक तौर पर माफी मांगें।

कांग्रेस के विधायकों से ज्यादा तो लालू यादव के बच्चे हैं

इसी तरह जुलाई 2014 में ही दिल्ली के बजट पर चर्चा के दौरान मान ने भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। सांसद ने लालू यादव के परिवार को भी बीच में लपेट लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विकास की बात करने वाली कांग्रेस के विधायकों से ज्यादा तो लालू यादव के बच्चे हैं। भगवंत मान के इस बयान से लोकसभा में काफी हंगामा भी हुआ था। आप सांसद ने भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी को लेकर भी विवादित बयान दिा था।

7 साल पहले शहीदी समारोह में शराब पीकर पहुंच गए थे मान

भगवंत मान अक्तूबर 2015 में पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप की बेअदबी मामले में आयोजित शहीदी समारोह में शराब पीकर पहुंच गए थे। सांसद भगवंत मान से शराब की बदबू आने की जानकारी तुरंत शहीदी दिवस के आयोजकों को दी गई। इसके बाद हंगामा मच गया। सिख जत्थेबंदियों के कार्यकर्ताओं ने मान को स्टेज से उतार दिया और बाद में उन्हें समारोह स्थल से ही बाहर जाने को मजूबर कर दिया गया।

संसद के सुरक्षा घेरों को तोड़ने को लेकर भी रहे चर्चा में

जुलाई 2016 में भगवंत मान ने संसद भवन में प्रवेश के वक्त विभिन्न सुरक्षा घेरों को पार करने का वीडियो बनाकर उसे सोशल साइटों पर अपलोड कर दिया। वीडियो में सांसद मान ने कमेंट्री भी खुद ही की है। विभिन्न पार्टियों के सांसदों ने उनकी इस हरकत की आलोचना करते हुए इसे सुरक्षा से खिलवाड़ बताया। मामले में उनके खिलाफ शिकायत की गई और उन्हें फैसला होने तक संसद से दूर रहने को कहा गया।

हर सांसद का रोजाना हो डोप टेस्ट

Bhagwant Man Controversy : जुलाई 2016 में ही भगवंत मान ने रैली के दौरान विवादित बयान देकर सभी को चौंका दिया। सांसद भगवंत मान ने कहा कि हर सांसद का रोजाना डोप टेस्ट होना चाहिए। इससे जो लोग उनको बिना वजह बदनाम करते हैं, उनकी सारी सच्चाई जनता के सामने आ जाएगी। वे सांसद हरिंदर सिंह खालसा के आरोपों पर टिप्पणी कर रहे थे, जब उन्होंने यह बयान दिया।

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