Champawat By Election : निर्मला गहतोड़ी देंगी पुष्कर धामी को टक्कर, कांग्रेस ने की प्रत्याशी की घोषणा
Champawat By Election : निर्मला गहतोड़ी देंगी पुष्कर धामी को टक्कर, कांग्रेस ने की प्रत्याशी की घोषणा
Champawat By Election : भारी उहापोह के बाद उत्तराखंड के चम्पावत विधानसभा सीट (Champawat By Election) पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस (Congress) ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ कांग्रेस ने चम्पावत की पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला गहतोड़ी (Nirmala Gehtodi) को अपना प्रत्याशी बनाया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मुकुल वासनिक (Mukul Wasnik ) ने इसका एलान किया है। लंबी माथापच्ची के बाद कांग्रेस द्वारा चंपावत विधानसभा सीट (Champawat By Election) में होने वाले उपचुनाव में घोषित प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी मुख्य चुनाव में भी टिकट की दावेदार थीं। लेकिन उनकी दावेदारी को दरकिनार कर पार्टी ने उस समय पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल को अपना प्रत्याशी बनाया था।
बताया जाता है कि उपचुनाव (Champawat By Election) में खर्कवाल ने टिकट के लिए खुद ही मना किया था। जबकि सूत्रों का कहना है कि खर्कवाल चुनाव में प्रदेश के बड़े नेताओं को सीधे जिम्मेदार बनाते हुए सशर्त टिकट चाहते थे। लेकिन बड़े नेताओं द्वारा उनके ऑफर में कोई दिलचस्पी न लिए जाने पर खर्कवाल ने चुनाव से अपने कदम पीछे खींच लिए थे।
जिसके बाद पार्टी ने महिला प्रत्याशी पर अपना दांव खेला है। निर्मला पार्टी में चम्पावत जिलाध्यक्ष के साथ ही कांग्रेस सरकार के समय राज्य महिला सशक्तिकरण परिषद की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। इस उपचुनाव में सीधे सीएम पुष्कर सिंह धामी को टक्कर देंगी।
उप चुनाव चुनाव (Champawat By Election) आगामी 31 मई को होंगा। मतगणना तीन जून को होगी। चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री नौ मई को नामांकन दाखिल करेंगे। उपचुनाव के लिए भाजपा कांग्रेस के अलावा अभी आम आदमी पार्टी और अन्य दलों की ओर से किसी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की गई है।
इस वजह से खर्कवाल ने किया उपचुनाव फेस करने से मना
आम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे हैमेश खर्कवाल को उपचुनाव में प्रत्याशी न बनाए जाने के पीछे भले ही उनकी खुद की न को वजह बताया जा रहा हो, लेकिन सूत्रों का दावा कुछ और ही है।
पार्टी में 'जनज्वार' के एक बेहद भरोसेमंद सूत्र का कहना है कि आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के हाथों चुनावी पराजय का घूंट पीने वाले खर्कवाल उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ बेहद सशक्त चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, बजाए महज औपचारिकता के।
सूत्र का कहना है कि इसके लिए खर्कवाल ने पार्टी नेताओं को एक फार्मूला भी सुझाया था। फार्मूले के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को उपचुनाव में चम्पावत में ही रहकर चुनिंदा मतदान केंद्रों की व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदारी संभालनी थी। जिससे उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को कड़े मुकाबले की टक्कर दी जा सके।
लेकिन हालिया विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने वाले पार्टी नेता इस कठिन परीक्षा के लिए तैयार नहीं हुए। जिसके चलते खर्कवाल ने खुद ही उपचुनाव में खड़े होने पर असमर्थता जताते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए।
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