शिवकुमार को कांग्रेस ने फिर बनाया कर्नाटक का प्रदेश अध्यक्ष, येदियुरप्पा के लिए खड़ी हो सकती है मुश्किल
बेंगलुरू। कांग्रेस के संकटमोचक डी. के. शिवकुमार (58) ने अपने अंदाज में गुरुवार को पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष की कमान संभाल ली। कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण पूरे राज्य में सैकड़ों की संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से इस मौके के गवाह बने। शिवकुमार ने यहां पार्टी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद राज्य में कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने का संकल्प लिया।
आयोजन की लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से राज्य भर में पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रति आभारी हैं कि उन्होंने उन्हें पार्टी को मजबूत करने और लोगों की सेवा करने के लिए उन्हें यह जिम्मेदारी दी।
शिवकुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय का दुरुपयोग करते हुए उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की और सितंबर 2019 में उन्हें तिहाड़ जेल भेजकर राजनीतिक रूप से खत्म करने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि वह पार्टी नेतृत्व के समर्थन से मजबूत हुए हैं।
पार्टी नेता एम. ए. सलीम ने यहां आईएएनएस को बताया कि शिवकुमार ने कर्नाटक राज्य कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के रूप में पार्टी कार्यालय में शपथ ली। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्वास्थ्य हिदायतों का पूरा ख्याल रखा गया।
पार्टी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, राज्य से पार्टी के नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सिद्धारमैया, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव, पूर्व केंद्रीय मंत्री रहमान खान और पार्टी की महिला प्रमुख पुष्पा अमरनाथ इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
इस दौरान 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से हुई झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि भी दी गई। पार्टी की परंपरा के अनुसार, गुंडू राव ने शिवकुमार को कांग्रेस का झंडा सौंपा, जिन्होंने सफेद टोपी पहन रखी थी।
वेणुगोपाल ने उद्घाटन भाषण दिया और उनके बाद गुंडू राव, शिवकुमार, खड़गे, सिद्धारमैया, विधान परिषद में पार्टी के नेता एस. आर. पाटील और कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खांद्रे और सतीश जरकीहोली ने भी अपने विचार रखे।