Delhi MCD Election 2022 : BJP शासित MCD ने कूड़ा उठाने के नाम पर किया 86 करोड़ रुपए का घोटाला, केजरीवाल सरकार का आरोप
Delhi MCD Election 2022 : BJP शासित MCD ने कूड़ा उठाने के नाम पर किया 86 करोड़ रुपए का घोटाला, केजरीवाल सरकार का आरोप
Delhi MCD Election 2022 : दिल्ली में नगर निगम चुनाव (Delhi MCD Election 2022) से पहले आम आदमी पार्टी (Aam Aadami Party) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने आरोप लगाया है कि एमसीडी (MCD) की ऑडिट रिपोर्ट में बीजेपी का एक नया घोटाला सामने आया है। बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि चार कंपनियों को 3250 रुपए प्रति मीट्रिक टन कूड़ा उठाने का टेंडर दिया गया। 2 साल बाद में नई कंपनी को ऑनलाइन टेंडर से 800 रूपए प्रति मेट्रिक टन का ठेका दे दिया गया। आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने दावा किया है कि भाजपा ने 86 करोड़ रुपए का घोटाला किया है।
कूड़ा उठाने के नाम पर BJP ने किया करप्शन
दुर्गेश पाठक ने कहा है कि 'यह ऑडिट रिपोर्ट मैंने नहीं बल्कि एमसीडी ने खुद बनाई है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि बीजेपी ने एक बड़े दिलचस्प तरीक से भ्रष्टाचार किया। भाजपा ने कूड़ा उठवाने में बड़ा करप्शन किया। ये भ्रष्टाचार लगभग 86 करोड़ रुपये का है। साल 2020 में जब कूड़े को उठाने के लिए एक टेंडर हुआ। यह टेंडर 4 कंपनियों को दिया गया और लगभग 3250 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से दिया गया।'
MCD की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा‼️भाजपा ने कूड़े के निष्कासन में किया ₹86 करोड़ का घोटाला।2020 में ₹3250/MT के हिसाब से 4 कंपनी को गलत तरह से कूड़ा हटाने का ठेका दिया।2022 में जब ऑनलाइन टेंडर जारी किए गए तो वही कूड़ा ₹800/MT के हिसाब से दिया गया। pic.twitter.com/eXcsg6GlTh
— Durgesh Pathak (@ipathak25) November 1, 2022
ऐसे किया गया 86 करोड़ रुपए का घोटाला
दुर्गेश पाठक ने आगे कहा कि 'लगभग 2 साल तक यह चारों कंपनियां कूड़ा उठाती हैं और फिर एक दिन इनका लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाता है। इसके बाद एक नया लाइसेंस जारी किया गया। इसके लिए ऑनलाइन बीडिंग हुई। जिस कूड़े को इन्होंने 3250 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से दिया था उसी कूड़े को इस बार 800 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से दिया गया। आप सोच सकते हैं कि लगभग 2200 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से करप्शन किया गया। यह मैं नहीं कह रहा बल्कि एमसीडी का ऑडिटर कह रहा है।'
दुर्गेश पाठक ने एलजी वीके सक्सेना से मांगा जवाब
बता दें कि इस मामले में आप विधायक दुर्गेश पाठक ने एलजी वीके सक्सेना से भी जवाब मांगा है कि कूड़ा उठान आप 800 प्रति मीटर तक में हो सकता था तो भाजपा ने पहले 3250 प्रति मीट्रिक टन का टेंडर क्यों दिया ? साथ ही पुरानी कंपनियों ने जीपीएस लगाने से भी मना कर दिया था, इसके बावजूद भाजपा ने लंबे समय तक उनसे कूड़ा क्यों उठवाया ? बता दें कि आप नेता दुर्गेश पाठक का कहना है कि यह ऑडिट रिपोर्ट जून की है। इसके साथ ही उन्होंने पूछा है कि इस मामले में कोई जांच क्यों नहीं हुई?
हमारे LG साहब और BJP से सवाल है1️⃣ जो कूड़ा ₹800 में उठ सकता था तो आपने ₹3250 में क्यों उठवाया?2️⃣ उन कंपनियों से नियम ना मानने के बावजूद भी कूड़ा क्यों उठवाया?3️⃣ इस भ्रष्टाचार के ऊपर आज तक कोई जांच क्यों शुरू नहीं हुई? pic.twitter.com/5oxHOGNFPU
— Durgesh Pathak (@ipathak25) November 1, 2022