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राजनीति

Gujrat के डायमंड वर्कर्स BJP को 6 सीटों पर दे सकते हैं झटका, जानें क्यों हैं नाराज

Janjwar Desk
27 Nov 2022 6:11 AM GMT
गुजरात के डायमंड श्रमिक भाजपा को 6 सीटों पर दे सकते हैं झटका, जानें क्यों हैं नाराज
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गुजरात के डायमंड श्रमिक भाजपा को 6 सीटों पर दे सकते हैं झटका, जानें क्यों हैं नाराज

Gujrat Chunav 2022 : गुजरात में डायमंड के लगभग 30 लाख से अधिक कारीगर हैं। ये लोग भाजपा सरकार की उपेक्षा से लंबे समय से नाराज हैं। इन लोगों ने इस बार BJP को वोट नहीं देने का फैसला लिया है।

Gujrat Chunav 2022 : गुजरात विधानसभा चुनाव में वोटिंग की तारीख नजदीक आते ही भाजपा ( BJP ) के खिलाफ विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं। कई ऐसे कारोबारी समूह हैं, जो भाजपा सरकार की नीतियों से नाराज हैं। फिलहाल, डायमंड यूनियन ( Diamond Union ) ने चुनाव में भाजपा का बायकॉट ( boycott BJP ) करने का फैसला किया है। यूनियन का दावा है कि गुजरात के हीरा श्रमिक ( diamond workers ) इस बार भाजपा को वोट नहीं करेंगे।

चुनाव में भाजपा का बायकॉट करने वाले संगठन का नाम द डायमंड वर्कस यूनियन गुजरात (DWUG) है। इस संगठन को हीरा श्रमिकों का सबसे बड़ा संगठन माना जाता है। DWUG के अधिकारियों का कहना है कि बीजेपी ने हीरा श्रमिकों से जुड़े मुद्दों को कभी गंभीरता से नहीं लिया। इस संगठन ने पूरे गुजरात में लगभग 20 हजार से अधिक श्रमिकों को एक पत्र भेजा है।

DWUG ने सभी से की भाजपा के खिलाफ वोट की अपील

इसके अलावा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े करीब एक लाख श्रमिकों से भाजपा का बहिष्कार करने का भी अनुरोध किया है। पत्र में श्रमिकों से अपील की गई है कि उसी दल को वोट करें, जो उनकी समस्याओं का समाधान देने की गारंटी दे। DWUG के अध्यक्ष रमेश जिलारिया का कहना है कि हमने कई बार हीरा श्रमिकों की समस्याओं से बीजेपी नेताओं को अवगत कराया लेकिन उन्होंने इसमें कोई रुचि नहीं ली। भाजपा के नेता इस मसले पर पूरी तरह से चुप रहे। बता दें कि प्रदेश के 30 लाख से अधिक हीरा कारीगर कई सालों से समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यही वजह है कि डायमंड कारीगरों ने इस बार बीजेपी को वोट नहीं देने का फैसला लिया है।

छह सीटों पर भाजपा को पहुंचा सकते हैं नुकसान

दरअसल, सूरत में हीरा उद्योग से जुड़े श्रमिक गुजरात की कम से कम छह सीटों पर चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं। इन सीटों पर इनकी संख्या अच्छी खासी है। प्रदेश में लगभग लगभग सात लाख श्रमिक सूरत की इकाइयों में कार्यरत हैं, जो हीरों को काटने और चमकाने का सबसे बड़ा केंद्र है। शेष श्रमिक भावनगर, राजकोट, अमरेली, जूनागढ़ और राज्य के कुछ अन्य उत्तरी जिलों में स्थित इकाइयों में कार्यरत हैं।

Gujrat Chunav 2022 : बताया जा रहा है कि इन मतदाताओं ने 2021 में सूरत नगर निगम चुनावों में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप को कुल 120 में से 27 सीटें जीतने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक यही मतदाता गुजरात विधानसभा चुनावों में पार्टी की संभावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं। सूरत में वराछा रोड, कटारगाम, करंज, कामरेज, और सूरत (उत्तर) विधानसभा सीटों पर हीरा श्रमिक किसी भी उम्मीदवार के जीत-हार में निर्णायक साबित हो सकते हैं।

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