Dilip Mandal ने याद दिलाया भारतीय राजनीति के इतिहास का ये दिन, बोले इसके बिना नरेंद्र मोदी कहां प्रधानमंत्री बन पाते?
Dilip Mandal ने याद दिलाया भारतीय राजनीति के इतिहास का ये दिन, बोले इसके बिना नरेंद्र मोदी कहां प्रधानमंत्री बन पाते?
Dilip Mandal : वरिष्ठ पत्रकार व इंडिया टुडे समूह के पूर्व संपादक दिलीप मंडल (Senior Journalist Dilip Mandal) ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से भारतीय राजनीति के 25 सितंबर 1990 के दिन याद दिलाई है। अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा भारतीय राजनीति का एक दिन। 25 सितंबर, 1990 को जो हुआ, उसका असर आज दिख रहा है। इसके बिना नरेंद्र कहाँ प्रधानमंत्री बन पाते? मंडल की काट के लिए मंदिर लाया गया और देश की राजनीति बदल गई। कांग्रेस सड़क के बीच खड़ी रह गई। कुचली गई।
भारतीय राजनीति का एक दिन। 25 सितंबर, 1990 को जो हुआ, उसका असर आज दिख रहा है। इसके बिना @narendramodi कहाँ प्रधानमंत्री बन पाते? मंडल की काट के लिए मंदिर लाया गया और देश की राजनीति बदल गई। कांग्रेस सड़क के बीच खड़ी रह गई। कुचली गई। pic.twitter.com/8k7yVmGS9W
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) March 15, 2022
मंडल ने दूसरे ट्वीट में लिखा- इससे आप ये भी समझ सकते हैं कि हिंदू सवर्णों ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन क्यों थाम लिया। कांग्रेस आरक्षण का जमकर विरोध नहीं कर पाई। बीजेपी ने किया।
इससे आप ये भी समझ सकते हैं कि हिंदू सवर्णों ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन क्यों थाम लिया। कांग्रेस आरक्षण का जमकर विरोध नहीं कर पाई। बीजेपी ने किया। pic.twitter.com/Fov7zykb2t
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) March 15, 2022
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने हिंदुस्तान अखबार के तब के पन्नों को साझा करते हुए लिखा- मेरी लाइब्रेरी से 26 सितंबर, 1990 के अख़बार का एक पन्ना। ये समझने के लिए मंडल कमीशन की काट के लिए किस तरह मंदिर आंदोलन शुरू किया गया। फिर वीपी सरकार से समर्थन वापस लिया गया। फरवरी-मार्च में कश्मीरी पंडितों के पलायन के बाद BJP का जारी समर्थन, मंडल कमीशन के बाद 23 अक्टूबर को वापस।
मेरी लाइब्रेरी से 26 सितंबर, 1990 के अख़बार का एक पन्ना। ये समझने के लिए मंडल कमीशन की काट के लिए किस तरह मंदिर आंदोलन शुरू किया गया। फिर वीपी सरकार से समर्थन वापस लिया गया। फरवरी-मार्च में कश्मीरी पंडितों के पलायन के बाद BJP का जारी समर्थन, मंडल कमीशन के बाद 23 अक्टूबर को वापस। pic.twitter.com/UQtpteAMHg
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) March 15, 2022