बंगाल में ममता बनर्जी ने बंद किए आरएसएस के 125 स्कूल, क्या यह खबर सही है?
जनज्वार डेस्क। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सत्ता में आने पर तृणमूल कांग्रेस को संगठित दुष्प्रचार के साथ सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है। चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद राज्य हिंसा की जद में आ गया था, जिस कारण कम से कम 14 लोगों की मौत हो गयी। दोनों पार्टियों टीएमसी और भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के मारे जाने का दावा किया। हिंसा ने भाजपा के सदस्यों और समर्थकों द्वारा प्रचारित झूठी खबरों को भी हवा दे दी है।
भाजपा समर्थक संजय दीक्षित ने एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया जिसमें रिपब्लिक टीवी के प्रसारण का एक हिस्सा साझा किया गया, जिसमें बताया गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 125 आरएसएस स्कूलों को बंद कर दिया है। समाचार को हाल की घटना बताकर पोस्ट किया गया है।
I love Didi. What a slap in return for congratulatory message. 125 RSS schools banned. Cowards deserve every bit of this.
— Sanjay Dixit ಸಂಜಯ್ ದೀಕ್ಷಿತ್ संजय दीक्षित (@Sanjay_Dixit) May 5, 2021
लाचार केंद्र, मदमस्त बानो,
कौन बलशाली, आप ही जानो! pic.twitter.com/QSXeVfYFXv
विश्ववाणी दैनिक के मुख्य संपादक विश्वेश्वर भट ने भी रिपब्लिक टीवी के प्रसारण का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया। यह उल्लेखनीय है कि प्रसारण प्रसारित होने के बाद स्क्रीनशॉट में तारीख का जिक्र नहीं हैं।
Petty politics started in West Bengal. About 125 schools started and patronised by Sangh Parivar affiliated organisations will be closed soon. #MamataBansRSSSchools pic.twitter.com/cYzqa1pX1x
— Vishweshwar Bhat (@VishweshwarBhat) May 6, 2021
बीजेपी यूपी एमएलसी सरोजनी अग्रवाल ने भी इस दावे को आगे बढ़ाया कि टीएमसी सरकार ने हाल ही में राज्य में 125 आरएसएस स्कूलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि उन्होंने ये दावा बिना किसी समाचार रिपोर्ट के किया।
बंगाल में सत्ता में मदमस्त ममता बनर्जी ने RSS के 125 स्कूलों पर लगाया बैन! ...
— Dr. Sarojini Agarwal MLC (@BjpSarojini) May 5, 2021
इसे आप क्या कहेंगे?
इसके अलावा कई भाजपा समर्थकों ने अपने ट्वीट में यही दावा किया है। भाजपा समर्थकों में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ, संदीप देव, अभिषेक कुमार कुशवाहा ने यही बात को दोहराते हुए ट्वीट किया। उनके ट्वीट को हजारों यूजर्स लाइक्स और शेयर कर चुके हैं। ट्विटर पर यह दावा व्यापक रूप से फैला हुआ है।
बंगाल में RSS के 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन! सत्ता की हनक और ताकत इसको कहते हैं! BJP वाले काश इससे कुछ सीखते पर इन्हे तो धरना देना है वैसे धरने से हासिल क्या होगा? कार्यवाई कौन करेगा ?
— Pushpendra Kulshrestha (@PuspendraTweet) May 6, 2021
संदीप देव ने भी इसी दावे को आगे बढ़ाते हुए दो ट्वीट किए। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा बंगाल में आरएसएस ने 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन। सत्ता की हनक इसको कहते हैं। जबकि दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा तब तीन सौ स्कूल बंद किया था। आज यह खबर रिपब्लिक पर थी।
बंगाल में RSS के 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन! सत्ता की हनक और ताकत इसको कहते हैं!
— संदीप देव #SandeepDeo (@sdeo76) May 5, 2021
तब 300 स्कूल बंद किया था। आज यह खबर रिपब्लिक पर थी। https://t.co/USfOQeRFCO pic.twitter.com/f37cWVpsdi
— संदीप देव #SandeepDeo (@sdeo76) May 5, 2021
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर भी इसी टेक्सट को वायरल किया जा रहा है- ' बंगाल में RSS के 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन।'
अगर कहानी की सच्चाई क्या है, यह जानने के सबसे पहले गूगल पर क्लिक करें। यह हमें बताएगा कि ये खबर तीन साल पुरानी है जिसे रिपब्लिक टीवी ने प्रसारित किया था। इस खबर को ममता के तीसरे बार सत्ता में आने के बाद उठाए गए कदमों से जोड़कर वायरल कराया जा रहा है।
प्रसारण का स्क्रीनशॉट क्रॉप की गई तारीख के साथ शेयर किया गया था। नीचे कोलाज वायरल फ्रेम दिखाता है।
20 फरवरी 2018 को विधानसभा में राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने हिंदुस्तान टाइम्स (एचटी) को बताया, 'राज्य सरकार ने आरएसएस से प्रेरित लगभग 493 स्कूलों के बारे में जानकारी प्राप्त की है। इनमें से 125 सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना चल रहे हैं। हमने इन स्कूल प्राधिकारियों से पहले ही पूछ लिया है कि कोई और संचालन नहीं कर पाएगा। शेष स्कूलों के खिलाफ जांच जारी है।' यह खबर फर्स्टपोस्ट ने भी प्रकाशित की थी।
एचटी ने आगे कहा कि मंत्री ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा, 'आरएसएस से हो या आरएसएस नहीं, स्कूलों को कुछ मानदंडों का पालन करना होगा जिसमें लाठी चलाना सिखाया नहीं जा सकता। हम प्रत्येक मामले को देख रहे हैं जो हमारे संज्ञान में लाया जा रहा है।'
लाइवमिंट ने बताया कि चटर्जी ने कहा कि राज्य स्कूलों को हिंसा सिखाने की अनुमति नहीं देंगे और उन्होंने यह भी दावा किया कि आरएसएस समर्थित कुछ स्कूल छात्रों को धार्मिक असहिष्णुता सिखा रहे थे।