फारूक अब्दुल्ला के बदले सुर, कहा - राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं, सबके भगवान हैं
फारूक अब्दुल्ला के बदले सुर, कहा - राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं, सबके भगवान हैं
Jammu-Kashmir News : जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव ( JK assembly Election 2022 ) की संभावनाओं के साथ बदले सियासी माहौल में वहां पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah ) के सुर भी अब बदल गए हैं। उन्होंने हिंदुओं के अराध्य देव भगवान श्री राम ( Lord Sri Ram ) को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं, केवल हिंदू धर्म ( Hindu ) के लोगों के लिए नहीं हैं।
जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) के अखनूर के फारूक अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah ) ने एक कार्यक्रम में कहा कि कोई भी मजहब बुरा नहीं होता। इंसान भ्रष्ट होता है। भाजपा ( BJP ) पर निशाना साधते हुए फारूक ने कहा कि वे चुनाव के दौरान हिंदू ( Hindu ) खतरे में हैं का खूब इस्तेमाल करेंगे, लेकिन मेरी आप सभी से गुजारिश है कि आप इसके झांसे में न आएं। पूर्व सीएम ने कहा कि जो समझते हैं कि भगवान राम सिर्फ उनके हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भगवान राम पूरे विश्व के भगवान हैं। सिर्फ हिंदुओं के भगवान नहीं हैं, वे उनके भी भगवान हैं, जो भगवान को मानते नहीं हैं लेकिन जो लोग कहते हैं कि राम हमारे हैं, तो उनसे मैं कहना चाहता हूं कि राम सबके हैं, सिर्फ आपके नहीं हैं। हम सबको समझना है कि इकट्ठे चलना है और धर्म को भी मजबूत करना है।
कोई धर्म नहीं कहता - चोरी, बेईमानी या बलात्कार करो
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ( Farooq Abdullah ) ने कहा कि बच्चों को सही धर्म सिखाइए। कोई धर्म नहीं कहता है कि चोरी, बेईमानी या बलात्कार करो। धर्म कहता है कि सही काम करो। कोई भी धर्म खराब नहीं है, इंसान खराब है। जब मैं अपना धर्म सीख सकूंगा तो दूसरा धर्म खराब नहीं लगेगा। ये लोग चुनाव में इस्तेमाल करेंगे कि हिंदू खतरे में है। देश में 80 फीसदी हिंदू हैं, कैसे खतरे में हैं। जो खतरा पैदा करने की कोशिश करते हैं, उनसे डरिए और भगवान से सही रास्ता दिखाने की मांग कीजिए।
कभी पाकिस्तान से हाथ नहीं मिलाया
पूर्व सीएम ( Farooq Abdullah ) ने कहा कि मैंने कभी पाकिस्तान ( Pakistan ) से हाथ नहीं मिलाया। नेशनल कांफ्रेंस (NC ) ने कभी पाकिस्तान का पक्ष नहीं लिया। जिन्ना मेरे पिता से मिलने आए थे लेकिन हमने उनसे हाथ मिलाने से इनकार किया। अब्दुल्ला ने केंद्र पर हमला बोलते हुए दावा किया कि उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में अपने वादे पूरे नहीं किए। उन्होंने कहा कि हमें यहां 50,000 नौकरियों का वादा किया गया था, वे कहां हैं? हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और हमारे बच्चे सभी बेरोजगार हैं। यह एक राज्यपाल द्वारा नहीं किया जा सकता, आप उन्हें जवाबदेह नहीं ठहरा सकते, इसलिए चुनाव महत्वपूर्ण हैं।
Jammu-Kashmir News : जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख एक बार फिर एक हो जाएंगे। मालूम हो कि 2019 के अगस्त में, केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था।