पश्चिम बंगाल : शुभेंदु अधिकारी, 9 विधायक, एक सांसद सहित दो दर्जन नेता भाजपा में शामिल
जनज्वार। भाजपा नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की शनिवार को मिदनापुर में आयोजित रैली में तृणमूल कांग्रेस छोड़ चुके पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के अलावा 9 विधायक, एक सांसद व कई दूसरे नेता भाजपा में शामिल हो गए। ये नेता जनसभा में ही भाजपा में शामिल हुए। इनमें तृणमूल कांग्रेस के साथ कांग्रेस व माकपा, भाकपा के नेता भी शामिल हैं। अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के पूर्व यह अबतक की भाजपा के पक्ष में सबसे बड़ी राजनीतिक टूट है। हालांकि इससे पहले से ही नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है।
WB: Eleven MLAs, an MP & a former MP join BJP in presence of Union Home Minister Amit Shah. The MLAs are Suvendu Adhikari, Tapasi Mondal, Ashoke Dinda, Sudip Mukherjee, Saikat Panja, Shilbhadra Dutta,
— ANI (@ANI) December 19, 2020
Dipali Biswas, Sukra Munda, Shyamapda Mukherjee, Biswajit Kundu & Banasri Maity https://t.co/P2CczLwhMh
आज सबसे बड़ी टूट तृणमूल में हुई, जिसके छह सीटिंग विधायक भाजपा में शामिल हो गए। शुभेंदु अधिकारी ने इसी सप्ताह विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके अगले दिन उन्होंने तृणमूल से इस्तीफा दे दिया था, जबकि पिछले पखवाड़े वे मंत्री पद छोड़ चुके थे। अमित शाह की रैली में भाजपा में शामिल होने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने अमित शाह का पांव छूकर आशीर्वाद भी लिया। वहीं, तृणमूल सांसद सुनील मंडल भी भाजपा में शामिल हो गए। उनके अलावा पूर्व सांसद दशरथ तिर्की ने भी भगवा पार्टी का दामन थाम लिया।
शुभेंदु भाई में नेतृत्व में कांग्रेस, तृणमूल, CPM सब पार्टी से अच्छे लोग आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करने के लिए भाजपा से जुड़ रहे हैं। दीदी कहती है भाजपा दल-बदल कराती है। दीदी मैं आपको याद कराने आया हूं,जब आपने कांग्रेस छोड़कर तृणमूल बनाई तो वो दल-बदल नहीं था? :गृह मंत्री pic.twitter.com/5zYavvyoPd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2020
अमित शाह की मौजूदगी में लगभग दो दर्जन नेताओं ने भाजपा का दामन थामा। इस दौरान शाह ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि दीदी आप जितना अधिक राजनीतिक हिंसा करोगी, हमारे कार्यकर्ता उतना डट कर आपका मुकाबला करेंगे। शाह ने कहा कि हमारे 300 कार्यकर्ता बंगाल की राजनीतिक हिंसा में मारे गए। उन्होंने अगले चुनाव में राज्य में भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प दोहराया।