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राजनीति

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले गोरखपुर में कांग्रेस के कार्यालय पर ताला, पार्टी आलाकमान ने माना गंभीर मामला

Janjwar Desk
7 Nov 2021 9:51 AM GMT
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले गोरखपुर में कांग्रेस के कार्यालय पर ताला, पार्टी आलाकमान ने माना गंभीर मामला
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गोरखपुर कांग्रेस कार्यालय पर लगा ताला। 

गोरखपुर कांग्रेस कार्यालय पर ताला लगने के बाद मसला दिल्ली पहुंच गया है। पार्टी आलाकमान ने किराया न चुकाने को बहुत गंभीर मामला माना है। इस मामले में पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारियों को स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश में एक तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने में जुटी हैं तो दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं के लिए हैरान करने वाला मामला गोरखपुर से आया है। गोरखपुर सीएम योगी आदित्यनाथ का सियासी गढ़ माना जाता है और वहीं पर पार्टी कार्यालय पर ताला लटका हुआ है। लोकसभा चुनाव से पहले पुरदिलपुर स्थित कांग्रेस के कार्यालय पर ताला लगा दिया गया था लेकिन विधानसभा चुनाव नजदीक आने के बाद भी उस पर ताला लटका हुआ है। फिलहाल, मामला न्यायालय में अभी विचाराधीन है।

ये बात अलग है कि अचानक कार्यालय पर ताला लटकने के बाद कांग्रेसियों ने ट्रांसपोर्ट नगर में किराए का कमरा लेकर कार्यालय खोला था। अब यह मामला मामला दिल्ली पहुंच गया है। पार्टी आलाकमान ने किराया न चुकाने को बहुत गंभीर मामला माना है। इस मामले में जिम्मेदार पदाधिकारियों का स्पष्टीकरण देने को कहा है।

मकान मालिक को 32 माह से नहीं दिया किराया

आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि कांग्रेस गोरखपुर में पार्टी कार्यालय का किराया देने की स्थिति में नहीं है। मकान मालिक का कहना था कि 32 महीने से कांग्रेसियों ने किराए के नाम पर एक रुपए नहीं दिए। जब कांग्रेसियों को उन्होंने मकान कार्यालय खोलने के लिए दिया था तब प्रतिमाह 15 हजार किराया तय हुआ था। किराया के लिए वह लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात करते रहे, हर बार उन्हें आश्वासन दिया गया लेकिन किराया नहीं मिला। अब कार्यालय पर ताला लगाने का मामला सामने आया तो आनन फानन इसकी जानकारी हाईकमान को दी गई। दिल्ली के नेताओं ने इतने महीने से कार्यालय का किराया न जमा होने पर हैरानी जताई है।

अब ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कांग्रेस कार्यालय को 31 अक्टूबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की चंपा देवी पार्क में हुई रैली के तत्काल बाद मकान मालिक ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर ताला लगा दिया। इसकी सूचना मिलने के बाद से पार्टी में घमासान मचा है। साथ ही पार्टी की छवि पर भी धक्का लगा है।

यह है मूल विवाद

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की रैली के लिए तारामंडल क्षेत्र के चंपा देवी पार्क में बहुत बड़ा मंच बनाया गया था। इस मंच पर 50 से ज्यादा कांग्रेसियों को बैठाया गया था। इसके बाद भी कई बड़े कांग्रेसियों को मंच पर नहीं जाने दिया गया था। इस बात को लेकर कांग्रेस में काफी तनातनी के हालात हैं। नेता मंच पर बैठे लोगों के कद और पद को लेकर कई आरोप भी लगा रहे हैं। इसकी भी शिकायत ऊपर पहुंची हुई है।

किराया कोई मसला नहीं

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि किराया कोई विवाद ही नहीं हैं बड़ी वजह है मंच पर नेताओं को स्थान न मिलना है। बता दें कि प्रियंका की रैली के दो दिन पहले ही देवरिया बाईपास के किनारे एक वरिष्ठ कांग्रेसी के पैलेस में बनाए गए कार्यालय पर भी ताला लगा दिया गया था। इसके बाद कांग्रेसियों को अपनी आईटी टीम के लिए जगह तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। केवल तीन दिन के लिए भारी भरकम किराया भी देना पड़ा था।

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