लालकिले से संबोधित करते PM मोदी की ड्रेस से हरा रंग गायब, लोगों ने पूछा कहां गया भारत का रंग
प्रधानमंत्री मोदी के 15 अगस्त वाले लिबास से तिरंगे के तीसरे कलर यानी हरे के गायब होने से उठ रहे सवाल
जनज्वार। प्रधानमंत्री मोदी आज 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को संबोधित कर रहे हैं, जिसमें उनके भाषण का मुख्य जोर 'वोकल फार लोकल' पर है, हालांकि ये हो कैसे पायेगा स्किल कैसे बढ़ेगी, कहां से बेरोजगार युवा स्किल बढ़ायेंगे, उसके लिए सरकार क्या करेगी, इस पर कोई बात नहीं है।
अपने कपड़ों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले पीएम मोदी एक बार फिर आज सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। आज उन्होंने तिरंगे के 2 कलर सफेद और केसरिया तो अपनी ड्रेस में प्रयोग किये हैं, मगर हरा रंग उससे गायब है। लोगों ने कहना शुरू कर दिया है कि हरा रंग मुस्लिम धर्म का प्रतीक है, शायद इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अपनी ड्रेस में शामिल करना उचित नहीं समझा।
मुश्ताक अहमद नाम के फेसबुक यूजर पूछते हैं, 'पहले ग्रीन कलर कहां है।'
अशोक कुमार मौर्या ने पूछा है, 'पगड़ी में दो कलर क्यों नजर आ रहे हैं, तीसरे रंग से क्या परेशानी थी फेकू को।'
अब्दुल कलाम कहते हैं, 'ग्रीन रंग से पीएम साहब को क्या परेशानी थी।'
इसके अलावा तमाम अन्य लोग भी पूछ रहे हैं कि क्या धर्म विशेष के प्रति दुराग्रह के कारण प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस वाली ड्रेस से हरा रंग गायब है। क्या देश का प्रतीत तिरंगा नहीं बल्कि भगवा बन चुका है।
आफताब अहमद ने टिप्पणी की है, 'सावन भादों के महीने में हरे रंग की उपेक्षा भारी पड़ेगी हरा रंग किसी मज़हब का नहीँ खुशहाली तरक्की और आगे बढ़ने का प्रतीक है इसी को गायब करके अपनी ही भद्द करवाना शोभा नहीं देता है।'