Gujarat Election : कांग्रेस ने जनता से किए वादे, सत्ता में आए तो करेंगे किसानों का तीन लाख तक का कर्जा माफ, देंगे 10 घंटे बिजली मुफ्त
Gujarat Election : कांग्रेस ने जनता से किए वादे, सत्ता में आए तो करेंगे किसानों का तीन लाख तक का कर्जा माफ, देंगे 10 घंटे बिजली मुफ्त
गुजरात में विधानसभा चुनाव 2022 के आखिरी महीनों में होने की आशंका जताई जा रही है। चुनाव सर पर हो और राजनितिक पार्टिया जनता से लोक-लुभावन वादे न करे ऐसा नामुमकिन है। इस विषय में अब कांग्रेस पार्टी ने अपने वादों की लम्बी लिस्ट जनता के सामने रख दी है और बड़े-बड़े ऐलान करने शुरू कर दिए हैं।
किसानों के तीन लाख रुपए तक के कर्ज माफ
कांग्रेस ने कहा कि अगर वो सत्ता में आती है तो किसानों के तीन लाख रुपए तक के कर्ज माफ किए जाएंगे। साथ ही किसानों को रोजाना 10 घंटे बिजली फ्री दी जाएगी। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे कृषि उपज की खरीद पर रोक लगाने के लिए एक कानून लाएगी।
भाजपा ने राहत देने के बजाय उद्योगपतियों का कर्ज किया माफ
ठाकोर ने कहा, 'गुजरात में किसान भारी कर्ज के बोझ तले दबे हैं, लेकिन भाजपा ने राहत देने के बजाय उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया। सत्ता में आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में कांग्रेस 3 लाख रुपये से कम के सभी कृषि ऋणों को समाप्त करने का निर्णय करेगी।' ठाकोर ने वादा किया कि कांग्रेस सरकार किसानों से 20 किलो कृषि उपज की खरीद पर अतिरिक्त 20 रुपये का बोनस भी देगी।
महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण
कांग्रेस ने जो वादों की लिस्ट जनता के सामने पेश की है उसमे राज्य में सहकारी निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण भी शामिल है। ठाकोर ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस जो गुजरात में 1995 से सत्ता से बाहर है, सभी पशुपालकों को 'किसान' का दर्जा देगी, जो उन्हें कृषि भूमि खरीदने के लिए सशक्त बनाएगी।
कांग्रेस ने बीजेपी के सामने चुनौती की पेश
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गुजरात चुनाव में काफी अच्छा प्रदर्शन पेश किए था। कांग्रेस ने बीजेपी के सामने एक चुनौती पेश की थी। पिछले चुनाव में भाजपा को विधानसभा में 99 सीटें मिलीं थीं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 92 है। वहीं कांग्रेस ने 77 सीटें जीतने के साथ ही भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य से भाजपा के शासन को बाहर नहीं कर सकी थी।