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राजनीति

हिंदूवादी हमलावर का मकसद ओवैसी को मारना नहीं, विशेष समुदाय को संदेश देना था : संजय राउत से जानिए ऐसा क्यों?

Janjwar Desk
5 Feb 2022 9:43 AM GMT
हिंदूवादी हमलावर का मकसद ओवैसी को मारना नहीं, विशेष समुदाय को संदेश देना था : संजय राउत से जानिए ऐसा क्यों?
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एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमले में आपको यह देखने की जरूरत है कि हमलावर कौन है।

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के मेरठ से दिल्ली जाते समय छिजारसी में गुरुवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM Chief Asduddin Owaisi ) पर हमले के बाद से विरोधी दलों के नेताओं के हौसले बुलंद हैं। इस घटना ने विरोधी दलों को भाजपा पर हमला बोलने का नया हथियार दे दिया है। इस बीच शिवसेना ( Shiv Sena ) सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ( Sanjay Raut ) ने इस घटना को लेकर नया बयान दिया है। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया है कि हमलावरों को मकसद असदुद्दीन को जान से मारना या खून बहाना नहीं था। इसके जरिए हमलावार खास समुदाय के लोगों को विशेष संदेश चाह रहे थे।

संजय राउत का कहना है कि यूपी का मुसलमान ओवैसी के साथ नहीं होने से भाजपा ( BJP ) को नुकसान होगा। उनका कहना है कि एआईएमआईएम प्रमुख पर हमले में आपको यह देखने की जरूरत है कि हमलावर कौन है।

इस बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adiyanath ) को लेकर मेरे मन में इज्जत है, लेकिन भाजपा को लेकर निराशा है। सच यह है कि योगी की सरकार यूपी से जा रही है। अगर किसी तरह की कोई बेईमानी नहीं हुई तो ही योगी सरकार जाएगी। बिहार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में बेईमानी कर आखिरी समय में घालमेल हुआ था।

इस बार यूपी के लोग सपा प्रमुख अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) के साथ हैं। अखिलेश ने छोटे दलों से गठबंधन कर चुनाव में लीट ले चुके हैं। अगर मायावती अखिलेश यादव के साथ आ जाती तो चुनाव का माहौल ही कुछ और होता। राउत ने कहा कि मायावती प्रवर्तन निदेशालय के डर से बाहर नहीं निकल रहीं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी में बदलाव होने जा रहा है।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हम लगभग 60 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। कुछ छोटे दलों के साथ गठबंधन भी कर रहे हैं। इस बार चुनाव लड़ना 2027 की तैयारी है। अगामी लोकसभा चुनाव में शिवसेना यूपी में 100 के आसपास सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

तीन फरवरी को मेरठ के किठौर में चुनाव प्रचार करने के बाद दिल्ली जाते समय असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर दो हमलावरों ने चार गोलियां चलाईं थीं। इस हमले में ओवैसी बाल-बाल बच गए थे। हमले की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। यूपी पुलिस ने हमला करने के आरोप में सचिन और शुभम नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। दोनों हमलावरों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। फिलहाल, यूपी पुलिस चुनावी माहौल में हुए इस हमले के आपराधिक पहलू की जांच पुलिस कर रही है।

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