मुख्यमंत्रियों की बैठक में कठपुतली ही बनाना है तो बुलाते क्यों हैं पीएम मोदी- ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने BJP पर बोला हमला
जनज्वार ब्यूरो/कोलकाता। देश में कोरोना वायरस के हालातों का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 10 राज्यों के 54 जिलाधिकारियों के साथ 20 मई को एक अहम बैठक की, जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल रहीं।
मगर बैठक खत्म होने के बाद ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाया है। पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आरोप लगाया कि उन्हें मीटिंग में बोलने नहीं दिया गया।
बैठक के बाद मीडिया के सामने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों को कठपुतली बनाकर बिठाया गया मगर किसी को कुछ भी बोलने का अवसर नहीं दिया गया। कुछ भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों को बोलने दिया गया। हमें बोलने का एक मौका भी नहीं दिया गया। इससे चर्चा के दौरान हम अपमानित महसूस कर रहे थे।
10 राज्यों के जिलाधिकारियों के साथ पीएम मोदी की बैठक में कुछ अन्य मुख्यमंत्रियों के साथ ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं। ममता बनर्जी ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्रियों को बैठक में आमंत्रित करने के बाद भी उन्होंने न तो हमसे बातचीत की और न ही हमें बोलने दिया।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ भाजपा के मुख्यमंत्रियों को बोलने दिया गया और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक छोटा सा भाषण दिया और बैठक समाप्त हो गई। यह एक तरह की कैजुएल मीटिंग थी।
उन्होंने कहा कि हम अपमानित किए गए। पीएम मोदी ने ऑक्सीजन या रेमडेसिविर की समस्या को लेकर कुछ भी नहीं पूछा। पीएम ने ब्लैक फंगस के बारे में भी हमसे कुछ नहीं पूछा। ममता ने आगे कहा कि हम बैठक में बंगाल में वैक्सीन की किल्लत का मुद्दा उठाना चाहते थे और अधिक वैक्सीन की सप्लाई की मांग करना चाहते थे। मगर हमें बोलने ही नहीं दिया गया।
ममता बनर्जी ने इस बात के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना के ताजा मामलों में गिरावट आई है। ममता ने कहा कि पीएम ने दावा किया कि कोरोना वायरस कम हो रहा है। यह दावा पहले भी किया गया था, जिससे मामलों में और इजाफा हुआ। पीएम मोदी इतने असुरक्षित हैं कि उन्होंने हमारी बात भी नहीं सुनी।
ममता बनर्जी ने केंद्र पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में वैक्सीन की भारी कमी है। हम तीन करोड़ टीके की मांग रखने वाले थे, लेकिन कुछ बोलने नहीं दिया गया। इस महीने 24 लाख वैक्सीन देने का वादा किया गया था, लेकिन सिर्फ 13 लाख वैक्सीन दी गईं। वैक्सीन की कमी के कारण कई टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा है ।
ममता ने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य में मांग के मुताबिक वैक्सीन नहीं भेजी इसलिए टीकाकरण की रफ्तार सुस्त पड़ी है। इसके बावजूद राज्य सरकार ने 60 हजार करोड़ रुपये की वैक्सीन निजी स्तर पर खरीदी है।
ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कही ना कही संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाया है। ऑक्सीजन, दवाई, वैक्सीन कुछ भी उपलब्ध नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल को रेमडेसिविर इंजेक्शन भी नहीं दी गई, पीएम मोदी मुंह छुपाकर भाग गए।
ममता बनर्जी ने कहा कि जब कोरोना केस बढ़े तो बंगाल में केंद्रीय टीम ने दौरा किया, लेकिन अब गंगा में शव मिलने के मामले सामने आ रहे हैं तो वहां टीम नहीं भेजी जा रही है। बंगाल में कोरोना पॉजिटिविटी की रेट कम हुई है। वहीं मृत्युदर 0.9% है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर रेलवे, हवाई अड्डों, बंदरगाहों, डिफेंस, बैंकों, बीमा, पोस्ट और टेलीग्राफ, कोयला जैसे अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करने का अनुरोध किया।